इलाज के बदले रिश्वत लेते हैं सरकारी डॉक्टर
मांगे 200 रुपएबीएसएफ के जवान बिजनेश कुमार ने बताया कि कुछ दिन पहले वह इलाज के लिए डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल आया। यहां ओपीडी में चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ। वीपी भारद्वाज से उसने अपनी प्रॉब्लम बताई। डॉ। भारद्वाज ने उसे टीएमटी व इको टेस्ट कराने को एकतानगर स्थित से पैथोलॉजी सेंटर में रेफर किया। लेकिन बीएसएफ जवान ने वहां से टेस्ट न कराकर राममूर्ति से ये टेस्ट कराए। वहीं टेस्ट के 1,960 रुपए के मेडिकल बिल लेकर जब जवान डॉ। भारद्वाज के पास साइन कराने पहुंचा तो उन्होंने इस पर साइन करने के बदले में 200 रुपए की मांग की।जवान ने बनाई videoclip
बीएसएफ जवान बिजनेश कुमार ने बताया कि उसने डॉ। भारद्वाज की वीडियोक्लिप भी तैयार की हैं, जिसमें वो पेशेंट्स से पैसा लेकर उनका इलाज करते हैं। वहीं डॉ। भारद्वाज ने इन आरोपों को खारिज किया। डॉ। भारद्वाज का कहना है कि मेडिकल बिल पर वहीं डॉक्टर साइन करता है जहां से टेस्ट हुए हैं। मैने बीएसएफ के जवान से बिल पर साइन करने से मना किया तो उसने मुझे धमकी दी और झूठे मामले में फंसा रहा है। एक लड़की ने भी लगाए आरोप
इसके अलावा डॉ। भारद्वाज पर एक लड़की ने भी पैसे लेकर इलाज करने का आरोप लगाया है। सैटरडे दोपहर वह सीएमएस के ऑफिस में जाकर फूट-फूट कर रोने लगी। लड़की ने बताया कि डॉ। भारद्वाज पेशेंट्स से पैसे लेकर उनकी पर्ची पहले देखते हैं। लड़की ने कहा कि मेरी पर्ची आने पर मैं अपना बैग रखने बाहर आई तो इतनी देर में डॉक्टर ने मेरी जगह किसी और का चेकअप करना शुरू कर दिया। लड़की ने आरोप लगाया कि घंटो वेट करने के बाद भी मेरी पर्ची फिर से नीचे दबा दी गई। पैसे देने वाले लोगों का पहले इलाज किया जा रहा है।'डॉक्टर के खिलाफ पहले भी ऐसी कंप्लेन सुनने को मिली हैं। बीएसएफ जवान की लिखित कंप्लेन पर आरोपी डॉक्टर को दो दिन में रिटेन एक्सप्लेनेशन देने को नोटिस जारी की गई है। वहीं लड़की से भी रिटेन कंप्लेन देने को कहा गया है.' - डॉ। आरसी डिमरी, सीएमएस