लेट से आए हो, मेडिकल के लिए कल आना
- लड़कियों के मेडिकल में हॉस्पिटल में किए जाते हैं बहाने
- लड़कियों को मजबूरी में थाना में बिताने होते हैं दिन और रातBAREILLY: अभी लेट आए हो अब एक्सरे के लिए कल आना। अभी रेडियोलोजिस्ट कोर्ट गए हैं कल आना और रिपोर्ट लेकर जाना। जी हां, कुछ इसी तरह के बहाने अपहरता की बरामदगी या फिर रेप पीडि़ता के मेडिकल करने में महिला डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के डॉक्टर्स बनाते हैं। इन्हीं बहानों के चलते पुलिस तीन से चार दिन बाद कोर्ट में लड़की को बयान के लिए पेश कर पाती है। इतने दिनों तक लड़की को थाना में दिन और रात गुजारनी पड़ती है। सुभाषनगर की लड़की भी थाना में तीन दिन से बैठी हुई है। पुलिस का कहना है कि इसके लिए हॉस्पिटल पूरी तरह से जिम्मेदार है, जबकि कोर्ट व शासन का आदेश है कि बरामद की गई अपहरता को जल्द से जल्द यानी ख्ब् घंटे में कोर्ट के सामने बयान के लिए पेश करना होता है। वहीं इस मामले में हॉस्पिटल प्रशासन का कहना है कि पुलिस ही देर से मेडिकल कराने के लिए आती है। इस प्रॉब्लम को दूर करने के लिए जल्द ही इमरजेंसी में मेडिकल व एक्सरे दोनों की व्यवस्था की जाएगी।
आज एक्सरे नहीं हो सकतासुभाषनगर पुलिस से साढ़े चार महीने बाद क्म् जुलाई की सुबह अपहरता को बरामद किया। लड़की को जल्द से जल्द कोर्ट में क्म्ब् के बयान के लिए पेश करने के लिए आईओ जितेंद्र कुमार ने सीएमओ को लेटर लिखकर मेडिकल के लिए लड़की को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में भेजा। हालांकि पहले दिन डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में लड़की का मेडिकल तो कर लिया गया और एक्सरे के लिए लिख दिया। जब लड़की को एक्सरे के लिए ले जाया गया गया तो एक्सरे डिपार्टमेंट में रेडियोलॉजिस्ट ने एक्सरे करने से इंकार कर दिया। कहा गया कि अब डिपार्टमेंट बंद हो चुका है और साढ़े क्ख् बजे के बाद एक्सरे नहीं हो सकता है इसलिए कल आना। मजबूरन पुलिस को उसे वापस लाना पड़ा। लड़की को दिन में तो सुभाषनगर थाना में ही रखा गया लेकिन रात में उसे महिला थाना में कस्टडी में रखा गया।
रेडियोलॉजिस्ट कोर्ट गए हैंक्7 जुलाई को लेडी कांस्टेबल लड़की को लेकर सुबह डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंची। यहां पर लड़की का एक्सरे तो कर लिया गया लेकिन फिर बहाना बनाया गया कि एक्सरे रिपोर्ट कल लेने आना। यही नहीं पहले दिन हुए मेडिकल की पैथोलॉजी और सप्लीमेंट्री रिपोर्ट भी नहीं दी गई। जब इस तरह की बहानेबाजी के बारे में आईओ जितेंद्र को पता चला तो उन्होंने इंस्पेक्टर देवेश सिंह से सलाह कर सीएमओ व हेल्थ डायरेक्टर से शिकायत करने का मन बना लिया। फ्राइडे को वह रेडियोलॉजिस्ट से मिले तो उन्हें कहा गया कि रेडियोलॉजिस्ट कोर्ट गए हैं और एक्सरे रिपोर्ट कल मिलेगी। इस पर उन्होंने शिकायत की चेतावनी दी जिसके बाद उन्हें तुरंत रिपोर्ट दे दी गई। उसके बाद वह सप्लीमेंट्री रिपोर्ट के डिस्ट्रिक्ट महिला चिकित्सालय की प्रभारी सीएमएस से मिले और शिकायत की चेतावनी दी तो उन्हें तुरंत सप्लीमेंट्री रिपोर्ट दे दी गई। उन्होंने मेडिकल में देरी की शिकायत सीएमओ से भी की है। हालांकि इसमें भी देरी होने से अब लड़की के सैटरडे को यानी 7ख् घंटे बाद बयान हाे सकेंगे।
इमरजेंसी में किया जाएंगे एक्सरेसुभाषनगर की लड़की की तरह ही अन्य लड़कियों के मेडिकल में इसी तरह के बहाने बाजी हॉस्पिटल के द्वारा होती है। प्रेमनगर में भी एक लड़की मेडिकल में देरी के चलते ही 8 दिन से थाना में दिन-रात गुजार रही है। जब इस बारे में सीएमओ विजय सिंह यादव से बात की गई तो उनका कहना है कि पुलिसकर्मी ही देर से हॉस्पिटल में मेडिकल के लिए लड़कियों को लेकर आते हैं। ऐसे में हॉस्पिटल में पैथोलॉजी और एक्सरे डिपार्टमेंट बंद हो जाते हैं। लोअर लेवल पर प्राब्लम होती हैं जिन्हें दूर किया जाएगा। जल्द ही इमरजेंसी में ही मेडिकल के साथ-साथ एक्सरे की व्यवस्था की जाएगी जिससे कोई प्रॉब्लम ना हो।