हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद कानपुर से अधिकारियों का ट्रांसफर नहीं

कोर्ट की डॉक्टर्स को काम पर लौटने की हिदायत, मांग पर अड़े डॉक्टर्स

BAREILLY:

कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज में हुई घटना के बाद से लगातार विरोध जता रहे हड़ताली डॉक्टर्स पर आखिरकार शासन ने एस्मा लगा दिया है.हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने इस मामले पर स्वत: संज्ञान लेते वेडनसडे अपना फैसला सुनाया। कोर्ट ने इस पूरे मामले को बेहद गंभीर बताते हुए सरकार को कानपुर के एसएसपी को हटाने का आदेश दिया। साथ ही मामले की जांच के लिए एक ज्यूडिशियल कमेटी का गठन करने के आदेश दिए हैं। वहीं डॉक्टर्स को हड़ताल छोड़ काम पर लौटने की हिदायत दी। वहीं देर रात तक कोर्ट के आदेश की कॉपी न मिलने से शासन ने अधिकारियों का ट्रांसफर तो नहीं किया, अलबत्ता मांग पर अड़े हड़ताली डॉक्टर्स के खिलाफ वेडनसडे देर रात एस्मा लागू कर दिया।

कोर्ट ने लिया संज्ञान

कानपुर में जूनियर डाक्टर्स पर हुए पुलिसिया लाठीचार्ज से नाराज प्रदेशभर के मेडिकोज व डाक्टर्स पिछले कई दिनों से हड़ताल पर हैं। डॉक्टर्स की हड़ताल को लखनऊ एसजीपीजीआई समेत तमाम प्राइवेट हॉस्पिटल्स और और आईएमए का सपोर्ट मिला है। इससे पूरे स्टेट में मेडिकल फेसेलिटीज पर बुरा असर पड़ा है। वेडनसडे को हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के जस्टिस इम्तियाज मुर्तजा और जस्टिस डीके उपाध्याय ने पिछले दो-तीन दिनों में फ्0-ब्0 मरीजों की मौत पर स्वत: संज्ञान लेते हुए अपना फैसला सुनाया।

नहीं लौटे तो होगी कार्रवाई

बार बार अपील किए जाने के बाद भी अपनी मांगों पर अड़े हड़ताली डॉक्टर्स पर शासन ने एस्मा लागू कर दिया। प्रिंसिपल सेक्रेटरी मेडिकल एजुकेशन बीएस भुल्लर ने बताया कि सभी इंस्टीटयूट्स में एस्मा लागू कर दिया गया है। एसेंशियल सर्विसेज को फिर से बहाल कराया जा रहा है। इसके बावजूद हड़ताल में शामिल डॉक्टर्स पर कार्रवाई की जाएगी। दरअसल एस्मा लागू होने पर किसी भी तरह की हड़ताल पर बैन लगा दिया जाता है। इसके बावजूद हड़ताल करने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करने को आजाद रहती है। जिसमें गिरफ्तारी का भी प्रोविजन है।

Posted By: Inextlive