शरीर को न होने दे डिहाइड्रेट, लें तरल पदार्थ
फैक्ट एंड फिगर 127 पेशेंट्स में निकली पानी की कमी की समस्या
1766 फ्राइडे को ओपीडी में आए कुल पेशेंट्स (बरेली ब्यूरो)। तेज धूप और गर्मी के कारण बच्चों और बुजुर्गों में डिहाइड्रेशन (पानी की कमी) की समस्या बढऩे लगी है। जिला अस्पताल की ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। फ्राइडे को 1766 पेशेंट ओपीडी में आए, इनमें 127 पेशेंट्स में पानी की कमी और कमजोरी थी, जो डिहाइड्रेशन के कारण हुई थी। जिला अस्पताल के फिजिशियन डॉ। राहुल बाजपेई के अनुसार इन दिनों थोड़ी सावधानी बरती जाए तो शरीर में पानी की कमी नहीं होगी, जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या से बचा जा सकता है।
क्या है डिहाइड्रेशन
डॉ। राहुल बाजपेई के अनुसार किसी व्यक्ति को डिहाइड्रेशन तब होता है, जब हम जितनी मात्रा में तरल पदार्थ लेते हैं, उससे अधिक तरल पदार्थ शरीर से बाहर निकल जाता है। जब हमारे शरीर में पानी की मात्रा सामान्य से कम हो जाती है तो यह शरीर में खनिजों जैसे पानी व नमक के संतुलन को खराब कर देता है। इसके कारण शरीर का कार्य प्रभावित होता है।
कराएं उपचार
अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए तो डिहाइड्रेशन गंभीर हो सकता है और इसके कारण बच्चे को दौरे पडऩा, मस्तिष्क से जुड़ी समस्याएं और यहां तक कि मौत भी हो सकती है। डिहाइड्रेशन की समस्या होने पर डॉक्टर की सलाह जरूर लें। डॉक्टर द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करना चाहिए।
जिला अस्पताल के फिजिशियन के मुताबिक एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में करीब दो तिहाई से अधिक पानी होता है। यह जोड़ों और आंखों को चिकनाहट प्रदान करता है। पाचन में सहायता करता है, अपशिष्ट और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है। इससे त्वचा को भी स्वस्थ बनाए रखने में सहायता मिलती है। डिहाइड्रेशन के लक्षण
-प्यास लगना और चक्कर आना
-तेज गंध के साथ गहरे रंग का पेशाब होना
-सामान्य से कम बार पेशाब आना
- बच्चों में पानी जैसा मल होना, पेट में ऐंठन होना
- मतली और उल्टी
- बुखार, भूख कम लगना।
रोग का कारण
डिहाइड्रेशन आमतौर पर पर्याप्त तरल पदार्थ या पानी न पीने या शरीर से द्रव्य बाहर निकलने के कारण होता है। जलवायु, अधिक शारीरिक व्यायाम और अल्पाहार के कारण भी डिहाइड्रेशन हो सकता है। इसके अलावा बीमारी जैसे लगातार उल्टी और दस्त, बुखार से पसीना आना से भी डिहाइड्रेशन हो सकता है।
बचने के लिए क्या करें
अगर किसी व्यक्ति को डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है तो उसे अधिक मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए। व्यक्ति को पानी, फलों का रस नियमित अंतराल पर लेना चाहिए। लेकिन, कैफीन और सोडायुक्त पेय पदार्थों के सेवन से परहेज करें। लगातार उल्टी और दस्त के कारण आपके शरीर में पानी की कमी हो जा रही है तो कम मात्रा में बार-बार पानी या तरल पदार्थ पीने की कोशिश करें।
शिशुओं और बच्चों में डिहाइड्रेशन की समस्या होने पर उन्हें पानी नहीं पिलाना चाहिए, क्योंकि यह उनके शरीर में पहले से ही कम मात्रा में मौजूद खनिजों को पतला कर देता है। इससे समस्या और अधिक गंभीर हो सकती है। उन्हें फलों का पतला जूस या ओआरएस देना चाहिए। छोटे बच्चे को तरल पदार्थ देने के लिए चम्मच या सुई निकली हुई सीरिंज का इस्तेमाल कर सकते हैं।