बॉडी में छोटे-छोटे बदलाव को न करें नजरअंदाज
बरेली(ब्यूरो)। एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज में संंडे को दो दिवसीय पहली नेफ्रोकॉन कांफ्रेंस का समापन हुआ। कांफ्रेंस में विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के आठ पीजी विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। सभी ने माना कि डायबिटीज जैसी बीमारियों में तो किडनी की देखभाल के लिए समुचित जांच आवश्यक है। साथ में शरीर में सूजन, पेशाब की मात्रा का अचानक कम होना, जैसे शरीर में होने वाले छोटे-छोटे बदलाव को नजर अंदाज नहीं करना चाहिए। यह लक्षण किडनी की दिक्कतों के हो सकते हैं। ऐसा होने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें और जांच कराएं।
विजेताओं को किया पुरस्कृत
कांफ्रेस के समापन पर पेपर प्रेजेंटेशन और पोस्टर प्रजेंटेशन के विजेता पीजी स्टूडेंट को भी पुरस्कृत किया गया। पोस्टर प्रजेंटेशन में पहला स्थान संयुक्त रूप से एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज की डॉ। सृष्टि वाधवा और डॉ। श्रद्धा श्रीवास्तव ने हासिल किया, दूसरा स्थान भी एसआरएमएस की डॉ। निहारिता जसूजा को मिला। तीसरे स्थान पर रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज के डॉ। रजत अग्रवाल रहे। पेपर प्रेजेंटेशन में डॉ। अनुभव और जसलीन को पहला और दूसरा स्थान प्राप्त हुआ। कार्यक्रम में आर्गनाइजिंग चेयरमैन डॉ। स्मिता गुप्ता, डॉ। संजय कुमार, आर्गनाइजिंग सेक्रेट्री डॉ। विद्यानंद, डॉ.ललित सिंह, डॉ। रोहित टंडन, डॉ। दीपक दास, डॉ। सुदीप सरन, डॉ। सीमा सेठ, डॉ। विजय गुप्ता, डॉ। संजय वाजपेयी, डॉ। मनीष महाजन, डॉ। विपुल कुमार, डॉ। एसजेड खान आदि उपस्थित रहे।