डीएम ने आपदा प्रबंधन के लिए विभागों को दिए टिप्स
- अधिकारियों को भूकंप में त्वरित कार्यवाही करने के लिए किया अलर्ट, अवेयरनेस कैंप चलाने के निर्देश
BAREILLY: ट्यूजडे को भूकंप के बाद डीएम गौरव दयाल ने कलेक्ट्रेट में जिला आपदा प्राधिकरण की बैठक की, जिसमें उन्होंने अधिकारियों से भूकंप जैसी आपदाओं से निपटने की तैयारी के बारे में पूछताछ की, जिस पर ज्यादातर विभागों में भूकंप आपदा से निपटने की कोई तैयारी न करने की जानकारी मिली। डीएम ने अधिकारियों को आपदा प्रबंधन की कार्य योजना को अपडेट करने के निर्देश दिए। वहीं, उन्होंने आपदा में रिस्पॉन्स टाइम नगण्य करने को कहा। ताकि आम आदमी को आपदा के दौरान कोई नुकसान न पहुंचे। विभागों को बिन्दुवार कार्य करने के निर्देश मीटिंग में डीएम ने आपदाओं से निपटने के लिए अधिकारियों को बिन्दुवार प्रयास करने के निर्देश दिए- - गवर्नमेंट व प्राइवेट हॉस्पिटल के डाक्टर्स के नाम-पते की सूची अपेडेट करने- मल्टी स्टोरीज बिल्डिंग, शॉपिंग काम्पलेक्स, इंस्टीट्यूट को सूचीबद्ध करने
- पुरानी बडी इमारतों, जर्जर भवनों को चिन्हित कर उन्हें दुरूस्त करने - नागरिक सुरक्षा विभाग को अग्निशमन, रेस्क्यू, कम्युनिकेशन, वेलफेयर, मेडिकल में सक्रिय रहने - जिला आपदा प्रबन्धन कार्ययोजना का अवलोकन करने व संबंधित विभागों को अपडेट करने - जहां आवश्यकता हो वहां मॉकड्रिल के जरिए लोगों को प्रशिक्षित करने- नागरिक सुरक्षा विभाग को स्कूलों-कालेजों में आपदा प्रबन्धन के प्रशिक्षण देने
- इंडस्ट्रियल एरिया, बड़े शिक्षण संस्थानों में माक ड्रिल कराने - पब्लिक को भूकम्प से बचाव व सुरक्षा के प्रति जागरुकता अभियान चलाने - अधिकतम तीन मिनट में स्कूल, कालेज व अन्य संस्थान को खाली करने का प्रशिक्षण देने - भूकम्प से सुरक्षा के उपाय की जानकारियों को पोस्टर, फ्लेक्सी के जरिए अलर्ट करने - बिजली विभाग के एक्सईएन को सब स्टेशनों को भूकम्प के प्रति अलर्ट रहने व सुरक्षा व्यवस्था रखने - जिला मुख्यालय व तहसील मुख्यालयों पर जेसीबी मशीनों के मालिक, ड्राइवर और गैस कटर की उपलब्धता व उनके चलाने वालों के नाम व फोन नं। को सूचीबद्ध करने।