समाधान दिवस में अब्सेंट रहने पर डीएम ने पांच अधिकारियों का वेतन काटा
बरेली (ब्यूरो)। आंवला में माह के प्रथम शनिवार को लगे संपूर्ण समाधान दिवस में बेशुमार फरियादी पहुंचे। प्रभारी मंत्री के कार्यक्रम को लेकर देरी से पहुंचे डीएम रविंद्र कुमार ने पहुंचते ही मेल व फीमेल की अलग पंक्तियां बनवा कर फरियादियों की शिकायतों को ध्यानपूर्वक सुना। इस दौरान समाधान दिवस में पांच अधिकारियों के अनुपस्थित रहने पर उन्होंने उनका एक दिन का वेतन काटे जाने का निर्देश दिया। दो टूक कहा कि लापरवाही किसी हाल में सहन नहीं की जाएगी।
कार्रवाई के निर्देश
थाना अलीगंज अंतर्गत ग्राम गैनी से अशोक प्रीतम ने शिकायत देते हुए बताया कि गांव में कुछ लोगों के आतंक के कारण वे लोग गांव छोडऩे के लिए विवश हैं। आरोप लगाया कि वे लोग उनकी भूमि पर कब्जा कर दुकान बनवा रहे हैं। इस पर डीएम ने एसडीएम गोविंद मौर्य को फरियादियों की शिकायत पर तुरंत संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासन जन समस्याओं को लेकर बहुत गंभीर है। अत: इस मामले में किसी भी तरह की लापरवाही बिल्कुल न बरतें। जनता की शिकायतों पर बिना किसी देर के कार्रवाई करें। विशेष रूप से जमीन संबंधी शिकायतों पर तुरंत सज्ञान लें। सरकारी भूमि पर कब्जे की स्थिति में आरोपितों पर तत्काल कार्रवाई करते हुए तुरंत एफआईआर पंजीकृत करवा कर कार्रवाई करें। चेतावनी दी कि यदि किसी भी स्तर पर किसी भी अधिकारी की लापरवाही नजर आई तो हर हाल में उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
डीएम रविंद्र कुमार ने अधिकारियों की उपस्थिति चेक की तो पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी, एक्सईएन आरएस, एक्सईएन सिंचाई, अपर मुख्य अधिकारी व मंडी सचिव अनुपस्थित मिले। इस पर उन्होंने पांचों अधिकारियों का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए। कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि संपूर्ण समाधान दिवस हो या थाना दिवस, किसी में भी जरा भी ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो भी अनुपस्थित अधिकारी हैं, उनका एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए। इस अवसर पर एसपी क्राइम मुकेश प्रताप सिंह, एसडीएम गोविंद मौर्य, सीओ डॉ। दीपशिखा अहिवरन सिंह, सीएमओ डॉ। विश्राम सिंह, जिला उद्यान अधिकारी पुनीत कुमार पाठक, वन रेंजर शिशुपाल विष्ट आदि उपस्थित रहे।