मलेरिया के साथ डेंगू की दस्तक, अब तक 35 मरीज
मलेरिया के साथ जिले में डेंगू बुखार ने भी दस्तक दे दी है। शहर से लेकर गांवों तक अब तक डेंगू के 35 मरीज मिल चुके हैं। नगरीय क्षेत्र में अब तक आठ मरीज मिले हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में 27 मरीज मिल चुके हैं। अक्टूबर में डेंगू फैलने की आशंका बढ़ जाती है, इसलिए जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है। अब तक 52,975 लोगों की जांच कराई जा चुकी है।
बढ़े डेंगू के मरीज
पिछले दो महीनों से वायरल और मलेरिया के मरीज निकल रहे थे। अब डेंगू बुखार के लिए जलवायु अनुकूल हो गई है.च्मच्छरजनित यह बीमारी एडीजच्मच्छर के काटने से फैलता है जिस पर सफेद धारियां होती हैं। खास बात यह है कि यहच्मच्छर दिन में पैर और कोहनी में काटता है। मौसम में आए बदलाव के बीच अभीच्मच्छरों से निङ्क्षश्चत नहीं होना चाहिए। जिले में अब मलेरिया के केस तो कम होने लगे हैं, लेकिन डेंगू के मरीज बढऩे लगे हैं। अक्टूबर महीने में डेंगू के केस बढऩे की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक अक्टूबर से विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसमें 12 विभागों को शामिल किया गया है। इससे पहले मरीज बढऩे लगे हैं। अर्बन क्षेत्र की बात करें तो यूपीएससी इज्जतनगर क्षेत्र में अब चार, सिविल लाइंस में दो, बानखाना और मौलानगर में एक-एक डेंगू के मरीज मिले हैं। ग्रामीण क्षेत्रों की बात करें तो भोजीपुरा क्षेत्र में 10, नवाबगंज में 5, बहेड़ी में तीन, फरीदपुर, कुंआटांडा, बिथरी चैनपुर में दो-दो, शेरगढ़, मीरगंज और फतेहगंज पश्चिमी में एक-एक मरीज मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग ने रोकथाम के लिए डेंगू पीडि़त मरीजों के आसपास के लोगों की जांच करानी शुरू कर दी है। रोजाना 1350 से लेकर 1450 लोगों की जांच कराई जा रही है। लोगों कोच्मच्छरों से बचाव करने के सुझाव दिए जा रहे हैं।
तेज बुखार, हड्डियों में दर्द, आंख के गोलों में दर्द, शरीर पर छोटे-छोटे लाल दाने, उसमें खुजली मचना, शरीर पर लाल-नीले चकत्ते पडऩा, नाक, जबड़े, पेशाब अथवा शौच में खून आना डेंगू के मुख्य लक्षण हैं। क्या करें बचाव
फुल आस्तीन के कपड़े पहनें। चसपास मच्छरों को न पनपनच् दें। मच्छर भगाने के लिए क्वायल जलाएं, सोच्े समय मच्छरदानी का उपयोग करें। बुखार आने पर सिर्फ पैरासिटामोल टैबलेट का सेवन करें। दर्द निरोधक दवा लेने से प्लेटलेट््स कम होता है।
वर्जन
सितबंर के अंतिम सप्ताह से अक्टूबर का पूरा महीना डेंगू बुखार के लिए संवेदनशील होता है। विभाग की ओर से राहत और बचाव कार्य किए जा रहे हैं। डेंगू बुखार फैलने से रोकने के लिए जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है। एक अक्टूबर से सामूहिक रूप से विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान भी शुरू किया जाएगा।
- सत्येंद्र ङ्क्षसह, जिला मलेरिया अधिकारी