डेंगू को शहरी बीमारी माना जाता है लेकिन अब यह बैरियर टूटता नजर आ रहा है. स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़े बताते हैैं कि शहर के साथ ही अब डेंगू देहात में भी तेजी से पांव पसार रहा है. इसके साथ ही मलेरिया केसेस भी देहात क्षेत्र में काफी स्पीड से बढ़ रहे हैैं.

बरेली। डेंगू को शहरी बीमारी माना जाता है, लेकिन अब यह बैरियर टूटता नजर आ रहा है। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़े बताते हैैं कि शहर के साथ ही अब डेंगू देहात में भी तेजी से पांव पसार रहा है। इसके साथ ही मलेरिया केसेस भी देहात क्षेत्र में काफी स्पीड से बढ़ रहे हैैं। जिला अस्पताल में आने वाले फीवर के मरीज में डेंगू केसेस अधिक सामने आ रहे हैैैं। इनमें से कुछ पेशेंट्स को ब्लीडिंग की प्रॉब्लम भी फेस करनी पड़ रही है। जिले में मलेरिया का आंकड़ा 32 सौ के पार पहुंच चुका है। डेंगू केसेस भी 181 हो चुके हैैं। हलांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से मामले की लगातार मॉनिटरिंग करने की बात कही जा रही है।

डेंगू पेशेंट आ रहे अधिक
जिला अस्पताल में मलेरिया और डेंगू के लक्षण वाले पेशेंट पहुंच रहे हैैं। चिकित्सक बताते हैैं कि देहात से भी डेंगू मरीज अधिक आ रहे हैैं। वहीं अस्पताल आने वालों में मरीजों में डेंगू की अपेक्षा मलेरिया की प्रॉब्लम कम देखने को मिल रही है। अस्पताल में अगर फीवर के 25 मरीज एडमिट होते हैैं तो उसमें से पांच मरीज डेंगू पीडि़त होते हैैं.मौजूदा समय में अस्पातल के डेंगू, मलेरिया वार्ड में डेंगू पेशेट अधिक एडमिट हैैं।

तेजी से बढ़ रहे पेशेंट
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि शनिवार को 31 लोगों में मलेरिया की पुष्टि हुई। वहीं जिले में 16 डेंगू संक्रमित पाए गए। मीरगंज, शेरगढ़, भमोरा आदि से अधिक मरीज सामने आ रहे हैैं। इसके साथ ही अब डेंगू केसेस की संख्या 181 हो गई है। मलेरिया पेशेंट्स का आंकड़ा भी 32 सौ के पार पहुंच चुका है।

हो रही ब्लीडिंग
जिला अस्पताल के सीनियर फिजिशियन डॉ। अजय मोहन अग्रवाल बताते हैं कि ओपीडी में अधिक डेंगू मरीज आ रहे हैैं। पेशेंंट को तेज फीवर, बॉडी पेन की शिकायत आ रही है। कुछ मरीजों में मसूड़ों, रेक्टल, वजाइनल आदि से ब्लीडिंग की प्रॉब्लम भी सामने आई हैं। सभी का जांच करवा कर ट्रीटमेंट किया जा रहा है। बीमार होने पर लापरवाही न करें, विशेषज्ञ से कंसल्ट करें।

न बरतें लापरवाही
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बताते हैैं कि डेंगू और मलेरिया को खतरनाक माना जाता है। दोनों बीमारियों में लापरवाही बिल्कुल नहीं बरतनी चाहिए। ये जानलेवा तक साबित हो सकती है। बरसात के मौसम में मच्छरों की संख्या तेजी से बढ़ जाती है। ऐसे में इनसे होने वाली बीमरियों के मरीजों की संख्या भी तेजी बढ़ती है। डेंगू आमतौर पर मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर दिन में काटता है।

मलेरिया के लक्षण
बुखार आना
सिर दर्द होना
उल्टी होना
ठंड लगना
चक्कर आना
थकान होना
पेट दर्द
तेज से सांस लेना

डेंगू के लक्षण
ठंड लगने के साथ अचानक तेज बुखार चढना
मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना
आंखों के पिछले भाग में दर्द होना
अत्याधिक कमजोरी लगना, भूख न लगना, गले में दर्द होना
शरीर पर लाल चकते आना

ये बरतें सावधानियां
मच्छरों को घर के अंदर या बाहर पनपने से रोकें। इसके लिए अपने आसपास सफाई का ध्यान रखें।
घर के पास की नालियों की सफाई और सडकों के गड्ढे आदि भरवा लें।
घर के हर कोने पर समय-समय पर कीटनाशक दवाओं का छिडक़ाव करवाते रहें।
बारिश के मौसम में मच्छरों से बचने के लिए पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें।
घर में मच्छरों से बचने के लिए नीम की पत्तियों का धुआं करें।
मच्छरदानी लगाकर सोएं।

बोले अधिकारी
अस्पताल की ओपीडी में मलेरिया की अपेक्षा डेंगू के लक्षणों वाले पेशेंट्स अधिक पहुंच रहे हैैं। इसके साथ ही वायरल, जुकाम, खांसी के पेशेंट्स भी आ रहे हैैं। वार्ड में भी डेंगू के अधिक मरीज एडमिट हैैं।
-डॉ। अजय मोहन अग्रवाल, सीनियर फिजिशियन, जिला अस्पताल

Posted By: Inextlive