23 देश बनेंगे सबसे बड़े लोकतंत्र के गवाह
- 17 अप्रैल को बरेली पहुंचेगा डेलीगेशन
- डेलीगेशन पोलिंग सेंटर पर जानेंगे चुनाव प्रक्रिया BAREILLY: विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के महापर्व पर पूरी दुनिया की नजर टिकी है। देश की सरकार चुनने के लिए आप वोट देने जाएंगे। अगर आप दुनिया में अपने देश में लोकतंत्र की पहचान को और मजबूत करना चाहते हैं तो वोट डालने वक्त अपने देश की एकता, अखंडता और सभ्यता का परिचय जरूर दें। जी हां, क्योंकि दुनिया के कई देशों की नजर ख्0क्ब् के लोकसभा चुनावों पर है। ख्फ् देशों के डेलीगेट इंडिया पहुंच गए हैं। वे वोटिंग की एक-एक हलचल पर नजर रख रहे हैं। वह बूथों पर जाकर वहां की वर्किंग व वोटर का ओपिनियन ले रहे हैं। बरेली में भी इन देशों के डेलीगेट क्7 अप्रैल को वोटिंग के दिन बूथों पर पहुंचेगे। इलेक्शन कमीशन से इस बाबत डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिस को निर्देश जारी किए हैं।एंबेसडर भी कर सकते हैं विजिट
इलेक्शन कमीशन के निर्देश के अनुसार ये डेलीगेशन लगभग ख्फ् देशों के इलेक्शन मैनेजमेंट बॉडीज का है। ये चुनाव आयोग के इलेक्शन विजिटर प्रोग्राम के तहत देश के विभिन्न राज्यों में ख्0क्ब् लोकसभा इलेक्शन के गवाह बनेंगे। इसीलिए सभी प्रदेशों के मुख्य चुनाव आयुक्तों को इस संबंध में डेलीगेशन की विजिट व उनके स्टे के बारे में रिपोर्ट भेज दी गई है। इनके साथ ही कई देशों के एंबेसडर व हाई कमिश्नर भी इस दौरान विजिट कर सकते हैं।
वोटर से कर सकेंगे बातचीत ये डेलीगेशन पोलिंग स्टेशन के अंदर छोटे ग्रुप में जा सकेंगे। पोलिंग सेंटर के अंदर डेलीगेशन चुनाव डयूटी में लगे पोलिंग ऑफिसर्स, पोलिंग एजेंट व माइक्रो आब्जर्वर से इंट्रेक्ट करेंगे। इन्हें पोलिंग बूथ के अंदर फोटो व वीडियो लेने की परमीशन नहीं होगी। डेलीगेशन मेंबर पोलिंग स्टेशन पर पहुंचे वोटर से भी बात कर सकेंगे, लेकिन तब जब वह वोट डालकर वापस आ जाएगा। इसके अलावा वोटर्स से यह नहीं पूछेंगे कि उसने किसे वोट दिया है।