सिलेबस की डीप स्टडी के साथ प्रैक्टिकल नॉलेज जरूरी
BAREILLY:
बिजनेस स्टडीज एक मार्क्स गेनिंग सब्जेक्ट है, इसलिए यदि स्टूडेंटस ने इसकी अच्छी प्रिपेरेशन कर ली तो ये सब्जेक्ट रिजल्ट को हाइक देने का काम करेगा। 80 नंबर के इस पेपर की तैयारी के लिए ध्यान रखें कि न्यू पैटर्न को आधार पर ही स्टडी करें। पैटर्न में दिये गए यूनिट वेटेज का ध्यान दें, स्मार्ट स्टडी में बिलीव करें। आपके इस स्मार्ट स्टडी को और ज्यादा इफेक्टिव बनाने के लिए हम लाये है कुछ खास टिप्स। साथ ही है कुछ इंपोर्टेंट टॉपिक्स जो आपके लिए हो सकते है मार्क्स गेनिंग। अपने एक्सपर्ट की एडवाइज पर आधारित ये स्कोरिंग मंत्रा पेश है आपके लिए । इन टॉपिक्स की स्टडी होगी स्कोरिंगइस पेपर में स्टूडेंटस स्मार्ट प्रिपेरेशन करें, वन मार्क वाले क्0 मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन व फ् नंबर वाले तीन वैल्यू बेस क्वेश्चन को मिलाकर क्9 मार्क लाना बहुत ईजी है। लेकिन इसे करने के लिए जरूरी है कि आपको पूरे सब्जेक्ट की डीप नालेज साथ ही बिजनेस मैनेजमेंट की प्रैक्टिकल नालेज हो। इंपोर्टेट टॉपिक्स की बात करें तो सेक्शन 'ए' में शेयर मार्केट, मार्केटिंग पॉलिसी, फाइनेंशियल मार्केटिंग से सेबी, स्टॉक एक्सचेंज, मार्केट मैनेजमेंट, एडवरटाइजमेंट, सेल्फ प्रमोशन को जरूर तैयार करें। इन टॉपिक्स से शार्ट व लांग नोट्स आते हैं।
इनका रखें ध्यानइस पेपर में आंसर लिखते समय इसे इलेबोरेट करने पर ध्यान दें, बहुत शॉर्ट आंसर देने से बचें। ध्यान रखें कि आपके आंसर की लेंथ क्वेश्चन की मार्क्स के एकॉर्डिग होनी चाहिए।
आंसर इलेबोरेट करने के लिए एग्जाम्पल, कोटेशन का बखूबी इस्तेमाल करें। आंसर लिखते वक्त हेडिंग व पंच लाइन पर विशेष ध्यान रखें, इसे हाईलाइट करें। आंसर शीट पर जो भी क्वेश्चन करें उसमें सीक्वेंस का खास ख्याल रखें। जिस भी सेक्शन को करें उसके पार्ट्स को हमेशा सीक्वेंस वाइज ही अटेम्प्ट करें। इस पेपर में आसानी से फुल मार्क्स लाये जा सकते हैं, इसके लिए कॉपी के प्रेजेंटेशन पर ध्यान दें। बिजनेस स्टडीज में अच्छे मार्क्स लाने के लिए स्टूडेंटस को सिलेबस के साथ ही बिजनेस मैनेजमेंट की प्रैक्टिकल नॉलेज भी होनी जरूरी है। टाइम मैनेजमेंट का ख्याल रखते हुए पेपर दें। प्रैक्टिस के लिए मॉडल पेपर्स करें। - रोहित अरोरा, टीचर-बिजनेस स्टडीज, अल्मा मातेर बोर्डिग स्कूल