- ग्राउंड वॉटर लेवल सामान्य से नीचे

- पानी के लिए करना पड़ सकता है संघर्ष

BAREILLY: अभी तक बिजली की समस्या से जूझ रहे बरेलियंस को एक-एक बूंद पानी के लिए भी संघर्ष करना पड़ सकता है। ग्राउंड वॉटर का तेजी से गिरता लेवल इसी ओर इशारा कर रहा है। सिटी के कई एरिया में वॉटर लेवल सामान्य से काफी नीचे जा चुका है। अगर यही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में पूरे शहर में पानी की बड़ी किल्लत हो सकती है। वहीं दूसरी ओर जलकल विभाग द्वारा बरती जा रही लापरवाही की वजह से बरेलियंस पहले ही होहल्ला कर रहे हैं, लेकिन विभाग है कि अपनी धुन में मस्त है।

पॉश एरियाज प्रॉब्लम में

ग्राउंड वॉटर विभाग के आंकड़ों पर गौर फरमाएं तो सिटी के पॉश एरिया में पानी का संकट सबसे अधिक है। विकास भवन, कमिश्नरी, सिविल लाइंस सेंट्रल, राइफल क्लब, राजेंद्र नगर में वॉटर लेवल का ग्राफ गिरा है। इतना ही नहीं बरेली के कुछ रूरल एरिया में भी इसी तरह की समस्या देखने को मिल रही है। रूरल एरिया में विकास खंड आलमपुर, जाफराबाद एवं रामनगर जैसे एरिया प्रभावित हैं। टेंप्रेचर बढ़ने के चलते बाकी एरिया में भी वॉटर का लेवल कम होने का संकट मंडराने लगा है।

होना चाहिए भ् मीटर

ऑफिसर्स की मानें तो इन एरियाज में वॉटर का लेवल सामान्य से काफी नीचे है। ग्राउंड वॉटर का लेवल भ् मीटर पर होना सही माना जाता है, लेकिन सिटी में वॉटर का लेवल सामान्य से फ् मीटर अधिक यानि 8 मीटर पर पहुंच गया है। हाइड्रोजियोलॉजिस्ट का कहना है कि वॉटर लेवल 8 मीटर से नीचे गहराई पर हो और बारिश के पहले व बाद के वॉटर लेवल में ख्0 सेंटीमीटर अधिक की गिरावट हो तो, ऐसे सिचुएशन में ग्राउंड वॉटर रिचार्ज को प्रिफरेंस दिए जाने की जरूरत है। नहीं तो स्थिति और भी बुरी हो सकती है।

गर्मी बढ़ा रही और परेशानी

टेंप्रेचर में हो रही बढ़ोतरी के चलते पानी की खपत भी अधिक हो रही है। प्रति व्यक्ति पर ख्0 से ख्भ् लीटर अधिक पानी खपत हो रही है, जो वॉटर लेवर के गिरने का एक प्रमुख कारण बन रहा है। ऑफिसर्स का कहना है कि पानी को स्टोर कर प्लांट की सिंचाई में इस्तेमाल किया जा सकता है। प्लांट के लिए अलग से पानी वेस्ट करने की कोई जरूरत नहीं है। इतना ही नहीं हैंडपंप और नल के पास वॉटर रिचार्ज सिस्टम को यूज कर वॉटर के लेवल को बरकरार रखा जा सकता है।

इसलिए पाताल में जा रहा पानी

- सिटी में हजारों बिल्डिंग में रेन वॉटर हारवेस्टिंग का इंतजाम नहीं।

- सैंकड़ों तालाब कुंड पाट दिए गए जिनसे वाटर लेवल बना रहता था।

- पानी की बर्बादी रोकने के लिए एडमिनिस्ट्रेशन का सख्त नहीं होना।

- टपकती टोटियां और टूटी वाटर सप्लाई पाइप से रोज हजारों लीटर पानी बर्बाद।

ऐसे बचा सकते हैं पानी

- वाहन को धूल और गंदगी से बचाने के लिए तमाम तरीके हैं। इनका यूज अगर हम रेगुलर करते हैं तो गाड़ी चमचमाती रहेगी और बार-बार की धुलाई से बच सकते हैं।

- वीक में एक बार ही पानी से व्हीकल को धुले इससे बहुत हद तक पानी बर्बाद होने से बचा सकते हैं।

- ब्रश करने के बाद ही नल चालू करें या फिर किसी बर्तन में पानी लेकर ही मुंह धोएं।

- शॉवर चालू करके नहाने से बचें इससे अधिक पानी की बर्बादी होती है।

- वेस्ट पानी को स्टोर कर गार्डन में लगे फ्लॉवर में यूज कर सकते हैं।

- वॉटर हारवेस्टिंग कर वॉटर लेवल को बरकरार रखा जा सकता है।

सिटी के कई एरिया में वॉटर लेवल सामान्य से नीचे है। पानी को बर्बाद करने से अच्छा है कि पानी का इस्तेमाल जरूरत के हिसाब से करें। अगर इस बार बारिश लेट होती है तो और प्रॉब्लम हो सकती है।

-सुखेश साहनी, सीनियर हाइड्रोजियोलॉजिस्ट

Posted By: Inextlive