अब पुलिस के भौकाल की आड़ में भी साइबर ठगी
- खुद को पुलिसकर्मी बताकर दे रहे धोखाधड़ी के मामले में नामजद करने की धमकी
- दिल्ली के पुलिस थानों और तीस हजारी कोर्ट के वकील बनकर भी हो रही है ठगीबरेली। लॉकडाउन के दौरान जहां स्कूल कॉलेज और ऑफिसेज बंद होने के चलते ज्यादातर कामकाज ऑनलाइन मध्यम से ही किया जा रहा है, वहीं इंटरनेट की बेहतर समझ ना रखने वाले लोगों के लिए साइबर क्राइम एक्सपोजर भी बढ़ गया है। हाल ही में साइबर क्राइम की शिकायतों में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है। ऐसे में साइबर ठग भी लगातार नए नए पैंतरे आजमाकर लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। कभी केवाईसी तो भी रजिस्ट्री में इनामी कूपन भेजकर लोगों के बैंक अकाउंट खाली कर रहे हैं। अब साइबर ठगों ने पुलिस के ही भौकाल को हथियार बनाकर लोगों को धमकाना और रुपए हड़पना शुरू कर दिया है। इस तरह ठग पहले शहर या आसपास के किसी थाने में तैनात पुलिसकर्मी बनकर लोगों को धमकाते हैं, फिर उन्हे एक वकील का नाम लेकर बात करने को कहते हैं। इसके बाद समझौते और ठगी का सिलसिला शुरू हो जाता है। ऐसी ही एक फोन कॉल दो दिन पहले सुभाष नगर के रहने वाले एक व्यापारी को आई। उन्हें भी पुलिसकर्मी बनकर धमकाया गया। हालांकि अपनी सूझबूझ के चलते वह ठगी के जाल में नहीं फंसे और शिकार होने से बच गए। शहर में लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। हालांकि लोग अब साइबर क्राइम के लेकर जागरूक भी हो रहे हैं।
हेड कांस्टेबल बनकर किया फोनसुभाषनगर के रहने वाले रजत ने बताया की दो दिन पहले उनके पास एक फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को प्रेमनगर थाने में तैनात हेड कांस्टेबल राज बहादुर सिंह बताया। उनके मुताबिक ठग ने बताया की उनके खिलाफ वकील विजय अग्रवाल ने आईपीसी 420 के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिसकी फाइल उनके पास एड्रेस वेरिफिकेशन के लिए पहुंची है। इसके बाद कहा की फाइल सील बंद है जिसमे 70 हजार के जुर्माने का नोटिस और 35 दिन की गिरफ्तारी का वारंट भी है। उनके मुताबिक ठग ने उन्हें धमकाते हुए वकील का नंबर दिया और बात करने को कहा। साथ ही बताया की तुरंत बात करके उन्हें बताए, जिससे कि उनकी फाइल आगे बढ़ाई जा सके। ऐसा ना होने पर वारंट के मुताबिक तुरंत उनकी गिरफ्तारी की जाएगी। इसके बाद कुछ देर के लिए रजत सकते में आ गए और फिर एक जानकार से बात की। उन्होंने रजत को ठगी के इस तरीके की जानकारी दी तो वह समझ पाए। फिर उन्होंने ठग का नंबर ब्लॉक कर दिया।
एसआई बनकर दिल्ली से किया फोन जनवरी महीने में इज्जतनगर के रहने वाले शिवम को एक युवक ने फोन कर खुद को दिल्ली के आरके पुरम थाने में तैनात एसआई दिलीप कुमार बताया था। शिवम को धमकाते हुए उसने कहा की तीस हजारी कोर्ट के एक वकील निमेष सागर ने वहां थाने में उनके खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। साथ ही वकील का नंबर देकर उनसे तुरंत बात करने को कहा। शिवम से भी ठग ने एक सील्ड फाइल वेरिफिकेशन के लिए थाने पहुंचने की बात कही थी। इस पर डरकर शिवम ने तुरंत वकील से संपर्क किया तो वह भी उन्हें धमकाने लगा। शिवम के मुताबिक वकील ने उन्हें उनके ऊपर डेढ़ लाख का लोन होने और उसे ना चुकाए जाने की बात कही। कहा की रिपोर्ट होने के साथ ही उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट भी जारी हुआ है। इस पर शिवम ने मामले की शिकायत थाने में की तो ठग के नंबर पर दोबारा बात की गई। मामला थाने तक पहुंचने की सूचना मिलते ही ठग ने फोन नंबर भी बंद कर लिया।दिल्ली हाई कोर्ट का वकील बनकर किया फोन
पिछले साल नवंबर में पीलीभीत बाईपास स्थित कॉलोनी में रहने वाले संजय कुमार के पास एक युवक ने दिल्ली हाई कोर्ट का वकील बनकर फोन किया। संजय के मुताबिक वकील ने उन्हें उनके खिलाफ एक टेलीकॉम कंपनी का बिल जमा ना करने पर धोखाधड़ी की रिपोर्ट होने की जानकारी दी। साथ ही कहा की उनके खिलाफ 20 हजार रुपए का जुर्माना लगने के साथ ही गिरफ्तारी के लिए वारंट भी जारी हुआ है। इसके तुरंत बाद अपने ही फोन से वकील ने उनकी बात एक अन्य युवक से कराई जिसे उसने उनके मामले का विवेचक बताया। साथ ही कहा की गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्हें तुरंत ऑनलाइन माध्यम से जुर्माने की रकम भेजने के लिए कहा। इस पर संजय ने तुरंत दिल्ली के बताए गए संबंधित थाने में इंटरनेट से उसका नंबर निकालकर बात की तो सामने आया की वहां इस नाम का कोई पुलिसकर्मी ही तैनात नहीं है। वहीं से उन्हें जानकारी मिली की कुछ लोग इस तरह लोगों को धमकाकर ठगी कर रहे हैं। इन बातों का रखें ध्यान - ऑनलाइन माध्यम से किसी भी संस्था या अधिकारी से शिकायत करते वक्त सिर्फ जरूरी डिटेल ही सार्वजनिक करें- अपना फोन नंबर सोशल मीडिया प्लेटफार्म या किसी पब्लिक प्रोफाइल पर ना डालें
- किसी भी तरह की धमकाने या किसी रिपोर्ट से संबंधित कॉल आने पर तुरंत संबंधित थाने से बात कर मामले के क्रॉस चेक कर लें - किसी भी तरह की ठगी होने पर तत्काल प्रभाव से मामले की शिकायत संबंधित थाने या साइबर सेल से करें ठग किसी ना किसी बहाने से लोगों को जाल में फंसाकर उनसे रुपए ऐंठते हैं। लोगों को लगातार साइबर क्राइम को लेकर जागरूक किया का रहा है। जितनी भी इस तरह की शिकायतें पुलिस को मिली हैं, उनकी गहनता से जांच की जा रही है। रोहित सिंह सजवान, एसएसपी