साइबर अपराधियों की नहीं होगी खैर
बरेली (ब्यरो)। साइबर फ्रॉड के शिकार लोगों को अब न्याय के लिए भटकना नहीं पड़ेगा और न ही साइबर क्राइम थाने जाने की आवश्यकता है। डीजीपी के आदेश के बाद बरेली जनपद के सभी थानों में साइबर क्राइम हेल्प डेस्क संचालित कर दी गई है। थानों में संचालित साइबर हेल्प डेस्क पर दर्ज मामलों का निस्तारण किया जाएगा। यदि मामला बड़ा है तो उसे जांच के लिए साइबर सेल भेजा जाएगा। जिले के सभी थानों में साइबर ठगी के मामले दर्ज भी होने लगे हैं। इससे साइबर ठगी के शिकार लोगों को जल्दी न्याय मिलने की आस जगी है।
तुरंत होगी कार्रवाई
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि साइबर अपराध की रोकथाम के लिए सभी थानों में साइबर हेल्प डेस्क संचालित की गई हैं। थानों में आने वाली शिकायतों पर हेल्प डेस्क पर तैनात कर्मी तत्काल जांच की प्रक्रिया शुरू करते हुए कार्रवाई करेगा। साइबर क्राइम के जितने भी मामले थाने में दर्ज होंगे उन्हें साइबर सेल भेजा जाएगा। जिसके बाद साइबर सेल उस पर एक्शन ले सकेगा। इससे लोगों में जागरूकता भी आएगी। ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों में पीडि़त थाना-चौकियों के चक्कर काटते हैं। जब तक मामला साइबर सेल पहुंचता है तब तक काफी देर हो चुकी होती है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। पीडि़त को जल्द न्याय मिल सकेगा।
प्रेमनगर थाना-1
प्रेमनगर थाना प्रभारी जसवीर सिंह ने बताया कि साइबर हेल्प डेस्क संचालित तो पहले से है। लेकिन फिलहाल में एसएसपी के आदेश के बाद इसी माह से साइबर हेल्प डेस्क को डवलप किया गया है। साइबर हेल्प डेस्क में दर्ज छोटे मामलों का निस्तारण थाने स्तर पर ही किया जाएगा। साथ ही जो बड़े मामले होंगे उन्हें जांच के लिए साइबर सेल भेजा जाएगा। साइबर हेल्प पर ऑनलाइन ठगी के मामले देख रहे विनीत कुमार ने बताया कि यहां पर ज्यादातर मामले व्हाट्सएप, फेसबुक आईडी हैक कर ठगी करने के आते हैं। प्रत्येक माह औसतन 10 से 12 मामले दर्ज होते हैं। बताया कि इस वर्ष अभी तक 37 मामले दर्ज हो चुके हैं।
इज्जतनगर थाना-2
इज्जतनगर थाने में संचालित साइबर हेल्प डेस्क का प्रभारी वरिष्ठ उपनिरीक्षक सुदेश पाल को बनाया है। उन्होंने बताया कि थाने में बनाई गई साइबर हेल्प डेस्क में दर्ज मामलों में से जो छोटे मामले होते हैं,उनकी जांच कर यहीं पर निस्तारण कर दिया जाता हैं। इसके अलावा जो मामले एक लाख से ऊपर के होते हैं, उन्हें साइबर सेल ट्रांसफर कर दिया जाता है। बताया कि अभी तक तीन चार मामले दर्ज हुए हैं। जिसमें से एक केस में पीडि़त की आधे से ज्यादा रकम वापस करा दी गई है।
इज्जतनगर थाने में संचालित साइबर हेल्प डेस्क प्रभारी ने बताया कि 24 अप्रैल को कर्मचारीनगर निवासी ममता अग्रवाल ने साइबर ठगी का मामला दर्ज कराया है। पीडि़ता ने बताया कि शॉपिंग साइट के माध्यम से उनके पास कॉल आई और कम रेट पर सामान देने की बात कही। लालच में उन्होंने 29 हजार का रुपए ट्रांसफर कर दिए। लेकिन उन्हें सामान नहीं मिला। बारादरी थाना-3
बारादरी थाना प्रभारी नीरज मलिक ने बताया कि थाने में काफी समय से साइबर हेल्प डेस्क संचालित है। पहले साइबर अपराध से जुड़े ज्यादा केस नहीं आते थे, लेकिन अब थाने में प्रतिमाह आठ से 10 केस दर्ज हो रहे हैं। साइबर ठगी के जो मामले एक लाख रुपए से कम के हैं, उनकी विवेचना थाना स्तर पर ही की जाती है और जो मामले एक लाख रुपए से ऊपर के होते हैं, उन्हें साइबर सेल ट्रांसफर कर दिया जाता है। ज्यादातर कोशिश यही रहती है कि जल्द से जल्द मामलों को निस्तारण किया जा सके।
साइबर ठगी से ऐसे बचें
-साइबर ठगी होने के बाद होम मिनिस्ट्री की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबर 155260 पर शिकायत दर्ज कराएं
-ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए कभी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
-फर्जी मेल और एसएमएस से सावधान रहें।
-ऑफर या लॉटरी के लालच में आकर अपनी डिटेल सेयर न करें।
-कभी भी अपने एटीएम कार्ड का सीवीवी नंबर और मोबाइल पर आए ओटीपी न बताएं।
-मोबाइल पर आए किसी भी अनजान नंबर से कॉल आए तो रिसीव न करें।
-शॉपिंग या फ्री डाउनलोड का लालच देने वाली वेबसाइट पर अपने क्रेडिट या डेबिट कार्ड की डिटेल न डाले।
29 थाने हैं बरेली जिले में
37 मामले इज्जतनगर थाने में इस वर्ष साइबर क्राइम के अभी तक दर्ज हुए
01 मामला 25 अप्रैल को इज्जतनगर में हुआ दर्ज वर्जन
साइबर ठगी के मामलों पर त्वरित कार्रवाई के लिए सभी थानों में साइबर हेल्प डेस्क संचालित की गई हैं। थानों में दर्ज शिकायतों साइबर सेल भेजी जाएंगी। जिसके बाद साइबर सेल आगे की कार्रवाई करेगा।
रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी