सीयूजीएल का ट्रैफिक जाम मार्च 2018 तक हो जाएगा खत्म
- एक्सप्लोसिव डिपार्टमेंट ने सीयूजीएल को दी हरी झंडी
BAREILLY: फ्यूल भराने के लिए सीएनजी पम्प पीलीभीत बाईपास पर हर सुबह लग रही वाहनों की लम्बी कतार नए वर्ष में मार्च तक खत्म हो जाएगी। सीयूजीएल के पाइप लाइन में पड़े तीन बड़े प्रोजेक्ट का काम फाइनल स्टेज में पहुंच चुका हैं। मिनी बाईपास, फरीदपुर और करगैना में भी सीएनजी वाहनों में फ्यूल भराने की सुविधा मिल सकेगी। एक्सप्लोसिव डिपार्टमेंट की ओर से सीएनजी की बिक्री के लिए हरी झंडी मिल चुकी है। सीयूजीएल को बस यूनिट, नोजल और पाइप लाइन बिछाने का काम करना हैं, जिसमें करीब 5 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। मार्च तक तीन और सीएनजी फिलिंग स्टेशनसीएनजी के दोनों फिलिंग स्टेशन पर प्रजेंट टाइम में रोजाना 8 हजार से अधिक वाहन फ्यूल भराते हैं। दोनों पम्प पर 21 हजार केजी सीएनजी की बिक्री होती है। सेटेलाइट सीएनजी पम्प पर फ्यूल भराने के लिए सबसे अधिक वाहनों की लाइन लगती है। इस पम्प से रोजाना 14 हजार केजी फ्यूल की बिक्री होती है। वाहनों की संख्या अधिक होने से और पम्प पर नोजल कम होने से फ्यूल के लिए लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ता है, लेकिन मार्च 2018 तक सीएनजी के तीन और फिलिंग स्टेशन खुल जाने से वाहन ओनर्स को फ्यूल के लिए देर तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। क्योंकि, नए फिलिंग स्टेशन से 10 हजार केजी रोजाना फ्यूल की बिक्री करने का लक्ष्य लेकर सीयूजीएल आगे बढ़ रही है।
लम्बी लाइन से मिलेगी निजात फिलहाल शहर में सेटेलाइट और स्वालेनगर में दो सीएनजी फिलिंग स्टेशन रन कर रहे हैं। । शहर और बाहर से आने वाले सीएनजी वाहनों का बोझ इतना अधिक है कि अर्ली मॉर्निग ही पम्प पर वाहनों की लाइन लगनी शुरू हो जाती है। कभी-कभी स्थिति यह हो जाती है कि सेटेलाइट सीएनजी पम्प से पासपोर्ट ऑफिस तक वाहनों की लाइन फ्यूल भराने के लिए लग जाती है, जिससे ट्रैफिक जाम की भी समस्या रोज की बात हो गयी है, लेकिन मिनी बाईपास, फरीदपुर और करगैना पम्प पर भी सीएनजी मिलनी शुरू हो जाएगी, तो इन तमाम समस्याओं से निजात मिल जाएगी। क्योंकि फ्यूल के लिए बाहरी वाहनों को शहर आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वह बाहर ही बाहर फ्यूल भरा कर गंतव्य स्थान को जा सकेंगे। सिद्ध बाबा फिलिंग स्टेशन- मिनी बाइपासआईओसी के इस पम्प पर सीएनजी की बिक्री के लिए सीयूजीएल को एक्सप्लोसिव डिपार्टमेंट ने एनओसी मिल गई है। यहां पर सीएनजी की दो यूनिट होगी, जिस पर चार नोजल होंगे। जहां पर कार, विक्रम और ऑटो को फ्यूल भरा सकेंगे। इसकी क्षमता 4 हजार केजी रोजाना फ्यूल बिक्री की होगी। यह ऑनलाइन सिस्टम के तहत वर्क करेगा।
जय अम्बे फिलिंग स्टेशन- फरीदपुर फरीदपुर में जय अम्बे फिलिंग स्टेशन पर सीएनजी की बिक्री की जाएगी। यहां पर डीएम से एनओसी मिलनी बाकी है। यहां पर वाहनों को डॉटर बूस्टर स्टेशन के जरिए फ्यूल मिल सकेगी। मसलन, यहां पर सीयूजीएल सीएनजी का सिलिंडर सप्लाई करेगा। जिसके बाद पम्प पर लगे नोजल से वाहनों में फ्यूल भरी जाएगी। चार नोजल वाले फिलिंग स्टेशन से 2 हजार केजी सीएनजी की बिक्री रोजाना करने का लक्ष्य है। गुरूनानक फिलिंग स्टेशन- करगैना यहां पर भी एक्सप्लोसिव डिपार्टमेंट ने सीएनजी की बिक्री के लिए हामी भर दी है। बस रेलवे और वन विभाग से एनओसी मिलनी बाकी है। यहां पर सीएनजी की दो यूनिट और चार नोजल होंगे। यहां पर सिलिंडर की नहीं बल्कि ऑनलाइन सिस्टम के तहत फ्यूल की सप्लाई होगी। सीयूजीएल की चौपुला चौराहा तक पाइप लाइन बिछी हुई है। इसी लाइन से फिलिंग स्टेशन तक फ्यूल की सप्लाई होगी। जिसकी दूरी करीब ढाई किमी हैं। एक नजर - दो सीएनजी फिलिंग स्टेशन चल रहे हैं।- 8 हजार वाहन रोजाना फ्यूल भराते हें।
- 20 हजार केजी फ्यूल की बिक्री रोजाना होती है। - 3 पम्प मार्च 2018 तक और खुल जाएंगे। - 10 हजार केजी फ्यूल की बिक्री नए पम्प से करने का लक्ष्य। तीनों फिलिंग स्टेशन मार्च 2018 तक शुरू हो जाएगा। एक्सप्लोसिव डिपार्टमेंट ने एनओसी दे दी है। प्रकाश जैन, इंचार्ज, सीयूजीएल, बरेली सीएनजी फिलिंग स्टेशन को शुरू करने में 5 करोड़ रुपए का खर्च है। सारे प्रोसेस पूरे हो चुके हैं। मुदित कंचन, डिप्टी मैनेजर मार्केटिंग, सीयूजीएल बरेली