करोड़ों किए खर्च फिर भी फाउंटेन रह गए प्यासे
बरेली (ब्यूरो)। शहर में सार्वजनिक स्थानों को नया रूप देने व आकर्षक बनाने के उद्देश्य से कई स्थानों पर वॉटर फाउंटेन लगाए गए हैैं। इनमें से कुछ स्मार्ट सिटी तो कुछ नगर निगम निधि से लगाए गए हैैं। लेकिन, मेंटीनेंस के अभाव में अब यह फाउंटेन बंद पड़े हुए है, जोकि शोपीस मात्र बनकर रह गए हैैं। यही हाल अधिकांश स्थानों का है, जहां नगर निगम के अधिकारी व्यव्सथाएं दुरुस्त होने का दावा करते हैैं।
तो बनाया ही क्यों
फाउंटेन बंद होने को लेकर बरेलियंस का कहना है कि जब चलाने ही नहीं थे इसका निर्माण ही क्यों कराया। इस तरह तो बजट की बर्बादी ही हो रही है, इसको लेकर जिम्मेदारों को गंभीर होने की आवश्यकता है। बता दें पार्कों की सार्वजनिक स्थानों की शोभा बढ़ाने वाले यह फाउंटेन की कीमत लाखों में है, लेकिन मेंटेनेंस को लेकर जिम्मेदारों की सुस्ती से यह जंग खाने की कगार पर पहुंचते जा रहे हैैं।
इतिहास बताता है फाउंटेन
अक्षर विहार पार्क में लगाया गया मल्टीमीडिया लेजर फाउंटेन एंड लेजर शो को करीब 07 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है। इसकी खासियत है कि यह लेजर के माध्यम से पिक्चर्स क्रिएट करता है, जोकि शहर का गौरवशाली इतिहास बताती हैैं। इसका ट्रायल अगस्त 2022 में तत्कालीन कमिश्नर के नेतृत्व में किया गया था। जिसमें बाद इसमें कई प्रकार के बदलाव के लए भी कहा गया था। उसके बाद से यह कुछ दिनों तक चलाया गया, फिर बंद हो गया था। वहीं गांधी उद्यान के इवेंट एरिया में बनाए गए फ्लोर फाउंटेन का हाल में ही कमिश्नर सौम्या अग्रवाल ने विजिट किया था, उस समय इसे चालू कर दिया था।
जंक्शन तिराहा
यह पर कुछ समय पहले स्मार्ट सिटी द्वारा रोटरी का निर्मााण कराया गया था। जिसकी शोभा बढ़ाने के लिए उसमें फाउंटेन भी इंस्टॉल किया गया था। लेकिन, कुछ दिनों चलने के बाद से वह बंद पड़ा हुआ है। फाउंटेन में पड़ा हुए पानी में मच्छर उत्पन्न हो रहे हैं। सीन-02
अक्षर विहार पार्क
यहां पार्क के बीचोबीच तालाब में बरेली के गौरवशाली इतिहास को दिखाने के लिए बरेली स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा करीब सात करोड़ की लागत से मल्टीमीडिया लेजर फाउंटेन एंड लेजर शो इंस्टॉल कराया गया है। इसी शुरूआती दिनों में चलाया गया था, लेकिन उसके बाद से यह बंद पड़ा है।
सीन-03
गांधी उद्यान
गांधी उद्यान में एंट्रेस में ही रोड के दोनों साइड में फाउंटेन लगे हुए हैैं। लेकिन, यह लंबे समय से बंद पड़े हुए हैैं। आलम यह है कि पार्क के इवेंट एरिया में कुछ समय पहले लगाया गया फाउंटेन भी बंद हो चुका है, इसके आसपास गंदा पानी भरा हुआ है। वहीं अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान इसे चालू कर खानापूर्ति कर दी जाती है।
-अनिल लाखों रुपए खर्च कर शहर की शोभा लगाने के लिए लगाए गए फाउंटेन अगर खराब पड़े हुए हैैं तो इन्हें जिम्मेदारों को ठीक कराना चाहिए।
-पीयूष अगर फाउंटेन चलाने ही नहीं थे, तो इनका निर्माण क्यों कराया गया। लाखों की लागत से लगे फाउंटेन काम नहीं कर रहे हैैं, इसका तत्काल समाधान होना चाहिए।
-राजीव बोले अधिकारी
फाउंटेन अगर बंद पड़े हुए हैैं तो उन्हें दिखवाया जाएगा। स्मार्ट सिटी की ओर से तेजी से प्रोजेक्ट्स को धरातल पर उतारा जा रहा है।
बीके सिंह, जीएम, बीएससीएल