BAREILLY: देश के दुश्मनों से लोहा लेने के बाद आर्मी मेन अब सिटी के चोर-बदमाशों के भी दांत खट्टे कर रहे हैं. सिटी में बढ़ते क्राइम ग्राफ के चलते बरेलियंस अपनी और घर-दुकान की सिक्योरिटी के लिए तरह-तरह के इंतजाम कर रहे हैं. इनमें उनकी प्रिफरेंस पर सिक्योरिटी गाड्र्स ही हैं. इसके लिए वह फिट एंड एक्टिव गाड्र्स की तलाश कर रहे हैं. अब बात चुस्ती और फुर्ती की हो तो एक आर्मी मेन से आगे कौन निकल सकता है. यही वजह है कि सिटी में सिक्योरिटी के लिए लोग एक्स आर्मी मेन को ही प्रिफर कर रहे हैं. लोगों की इस डिमांड को देखते हुए सिक्योरिटी एजेंसीज भी इन्हें ही हायर कर रही हैं.


जज्बे से नहीं होते रिटायरएक्स अर्मी मेन की डिमांड बढऩे के पीछे उनका डिसिप्लिंड होना बड़ा फैक्टर है। सोल्जर लाइफ में आर्मी मेन को कई तरह की टे्रनिंग्स दी जाती है। इनमें कई तरह के वेपेन्स को चलाना, मार्शल आट्र्स, ऑड कडींशंस मे सर्वाइव करना मुख्य हैं। वहीं आर्मी लाइफ में आर्मी मेन फिजीकली और मेंटली भी काफी स्ट्रांग हो जाते हैं। वह इन रूल्स और एथिक्स को अपनी पूरी लाइफ में फॉलो करते हैं। वह अपनी ड्यूटी से रिटायर होते हैं लेकिन जज्बे से नहीं। ये सारी क्वालिटीज ही उन्हें सिक्योरिटी के लिए परफेक्ट वन बनाती हैं। नहीं होती वैरिफिकेशन की झंझट


सिक्योरिटी के लिए रखे जाने वाले गाड्र्स का पुलिस वैरिफिकेशन काफी जरूरी होता है। एक सिक्योरिटी एजेंसी के ओनर बताते हैं एजेंसी रखे जाने वाले गाड्र्स का पुलिस वैरिफिकेशन एक बड़ी टेंशन होती है। वहीं अगर वह किसी एक्स आर्मी मेन को ऐज अ सिक्योरिटी गार्ड हायर करते हैं तो यह प्रॉसेस आसान हो जाता है। यह भी एक वजह है कि एक्स आर्मी मेन को सिक्योरिटी गार्ड के लिए प्रिफरेंस दी जाती है। वहीं चूंकि एक्स आर्मी मेन वेल एजुकेटेड और वेल बिहेव्ड होते हैं इसलिए उन्हें तौर-तरीके सिखाने के लिए अलग से कोई ट्रेनिंग भी नहीं देनी होती है।

कंपनियां पहले ही कर लेती हैं हायरसिक्योरिटी एजेंसिज के अकॉर्डिंग आर्मी मेन को कई बड़ी कंपनियां रिटायर होने से पहले ही हायर कर लेती हैं। वह उन्हें पहले ही ज्वॉइनिंग लेटर देकर अपने साथ काम करने का कांट्रैक्ट बनवा लेती हैं। इसकी वजह से रिटायर्ड आर्मी मेन की डिमांड भी बढ़ जाती है।7500 एक्स आर्मी मेन रजिस्टर्डबरेली जिला सैनिक कल्याण ऑफिस में 7500 हजार एक्स आर्मी मेन रजिस्टर्ड हैं। यहां पर सभी जवानों के रिटायर होने के बाद उनकी पूरी डिटेल मेंटेन की जाती है। अधिकारियों की मानें तो बैंक, पर्सनल गार्ड, प्राइवेट कंपनी सहित अन्य जगह एक्स आर्मी मेन सिक्योरिटी की कमान संभाले हुए हैं। उन्होंने बताया कि एक्स आर्मी मेन को सिक्योरिटी पर्पज से हायर करने के लिए एजेंसी और कंपनीज जिला सैनिक कल्याण ऑफिस में ही कांटैक्ट करते हैं। कई जगह तैनात हैं एक्स आर्मी मेन

देश की सेवा में अपना योगदान देने के बाद ये एक्स आर्मी मेन सिटी में भी कई जगह सिक्योरिटी की कमान संभाले हुए हैं। सिविल लाइंस स्थित आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई की कैंट ब्रांच और बीएसएनएल ऑफिस सिटी के कुछ ऐसे ऑफिसेज हैं जहां एक्स सिक्योरिटी मेन सुरक्षा के लिए तैनात हैं। अकेले बीएसएनएल ऑफिस में ही 10 एक्स आर्मी मेन को सिक्योरिटी के लिए हायर किया गया है।ऑफिस में 7500 एक्स आर्मी मेन रजिस्टर्ड हैं। इन्हें सिक्योरिटी गार्ड के लिए हायर करने के लिए कई कंपनियां और एजेंसीज हमारे पास आती हैं। कई एक्स आर्मी मेन सिटी की कई जगहों पर सेवाएं दे रहे हैं।- राजेंद्र सिंह, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी, बरेलीएक्स आर्मी मेन की काफी डिमांड रहती है। बड़ी कंपनियां इन्हें रिटायर होने से पहले ही हायर कर लेती हैं। सामान्य सिक्योरिटी गार्ड की अपेक्षा एक्स आर्मी मेन को ज्यादा पेमेंट किया जाता है।- कमल शर्मा,  सीनियर मैनेजर, एक्सपर्ट इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी सर्विसेज ऑफ इंडियाआर्मी मेन वेल ट्रेंड होते हैं। उन्हें किसी तरह की ट्रेनिंग नहीं देनी पड़ती। जब से सिटी में अपराध की घटनाएं बढ़ी है लोग सिक्योरिटी के लिए एक्स आर्मी मेन की मांग कर रहे है।- केपी सिंह, सुपरवाइजर, चेकमेट सिक्योरिटी

Posted By: Inextlive