7 महीने लगा दिए एफआईआर लिखने में
-पुलिस लाइन से हुई थी सिपाही की बाइक चोरी
-एसएसपी के आदेश पर दर्ज हुई एफआईआर पुलिस लाइन से हुई थी सिपाही की बाइक चोरी -एसएसपी के आदेश पर दर्ज हुई एफआईआर BAREILLY: BAREILLY: क्राइम ग्राफ कम दिखाने के लिए पुलिस एफआईआर ही दर्ज नहीं करती है। ऐसा आम पब्लिक के साथ अक्सर किया जाता है, लेकिन कोतवाली पुलिस ने तो अपने ही स्टाफ की बाइक चोरी की एफआईआर नहीं लिखी। बाइक पुलिस लाइन से ही चोरी हुई थी। अब 7 महीने बाद एसएसपी के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात चोर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। सीसीआर व डीसीआर में दी थी सूचनाकांस्टेबल मोहम्मद अयूब, सुभाषनगर में रहते हैं। फ्0 सितंबर ख्0क्फ् को अयूब की बाइक पुलिस लाइन के बैरक से चोरी हो गई थी। अयूब ने तुरंत सिटी कंट्रोल रूम में इसकी सूचना दी थी। यही नहीं उन्होंने डीसीआरबी में भी चोरी के बारे में अवगत कराया। काफी तलाशने के बाद भी जब बाइक नहीं मिली तो क् अक्टूबर को वह कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराने पहुंचे। यहां पर उन्होंने एसएचओ मोहम्मद बाबर को बाइक चोरी की तहरीर दी। एसएचओ ने उनसे तहरीर लेकर तत्कालीन स्टेशन रोड चौकी इंचार्ज नरेश कुमार को जांच के लिए दे दी। एसएचओ ने उनसे वादा किया जांच के बाद एफआईआर दर्ज कर ली जाएगी।
थाने की जीडी में भी नहीं की इंट्री अयूब का आरोप है कि कई दिनों के बाद भी उसकी बाइक चोरी की एफआईआर दर्ज नहीं की गई। यही नहीं थाने की जीडी यानी जनरल डायरी में भी इसकी इंट्री नहीं की। परेशान होकर उन्होंने मामले की शिकायत एसएसपी जे रविंद्र गौड से की। एसएसपी के आदेश पर सैटरडे को कोतवाली में अज्ञात चोर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई। लेकिन पुलिस के इस तरह के सुस्त रवैये से कई सवाल खड़े होते हैं। जैसे जब अपने स्टाफ की एफआईआर दर्ज करने में इतने माह लगा दिए तो आम आदमी को कितना टरकाया जाता होगा। यही नहीं पुलिस लाइन में चोरी हुई और एफआईआर दर्ज नहीं हुई । ऐसे तो चोर कई अन्य बाइक से वहां आसानी से चोरी कर सकते हैं, क्योंकि पुलिस ना तो एफआईआर लिखेगी और ना ही जांच कर चोरों को पकड़ेगी।