नगर निगम में भ्रष्टाचार और अफसरों की मनमानी पर एक बार फिर से पार्षदों का गुस्सा फूट पड़ा. बोर्ड की सामान्य बैठक में पार्षदों ने निर्माण राजस्व व अतिक्रमण विभाग के अफसरों को अलग-अलग प्रश्नों पर निरुत्तर कर दिया. साथ ही आउटसोर्स पर लिए जा रहे कर्मचारियों से 20 से 30 हजार रिश्वत लेकर रखने और उन्हें अधिकारियों के घर पर निजी काम लेने का आरोप लगाया. पार्षद एक-एक कर अधिकारियों लिपिकों को घेरते रहे और अफसर दबे व अनमने मन से जल्द व्यवस्था में सुधार लाने की बात करते रहे.महापौर डा. उमेश गौतम की अध्यक्षता में मंगलवार सुबह 11 बजे शुरू हुई बोर्ड की सामान्य बैठक शाम साढ़े सात बजे तक चली. बैठक में पार्षदों ने अधिकारियों पर जमकर आरोप लगाए. कभी भ्रष्टाचार तो कभी सदन व शासन के आदेशों की अनदेखी का. इस दौरान सपा पार्षद राजेश अग्रवाल ने आउटसोर्स पर रखे जा रहे कर्मचारियों और सफाई नायक व सफाई कर्मचारियों के ट्रांसफर में जमकर भ्रष्टाचार किए जाने बात कहते हुए पूरे व्यवस्था की पोल खोल दी. कहा कि अमनदीप नाम के लिपिक के जरिए 20 से 30-30 हजार रुपये लोगों से लेकर नियुक्ति दी जा रही है. इसमें एक अपर नगर आयुक्त ने शह दिया. मामला प्रकाश में आने के बाद लिपिक संबंधित व्यक्ति के घर पैसा वापस करने गया. कहा अधिकतर अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं.



बरेली (ब्यूरो)। नगर निगम में भ्रष्टाचार और अफसरों की मनमानी पर एक बार फिर से पार्षदों का गुस्सा फूट पड़ा। बोर्ड की सामान्य बैठक में पार्षदों ने निर्माण, राजस्व व अतिक्रमण विभाग के अफसरों को अलग-अलग प्रश्नों पर निरुत्तर कर दिया। साथ ही आउटसोर्स पर लिए जा रहे कर्मचारियों से 20 से 30 हजार रिश्वत लेकर रखने और उन्हें अधिकारियों के घर पर निजी काम लेने का आरोप लगाया। पार्षद एक-एक कर अधिकारियों, लिपिकों को घेरते रहे और अफसर दबे व अनमने मन से जल्द व्यवस्था में सुधार लाने की बात करते रहे.महापौर डा। उमेश गौतम की अध्यक्षता में मंगलवार सुबह 11 बजे शुरू हुई बोर्ड की सामान्य बैठक शाम साढ़े सात बजे तक चली। बैठक में पार्षदों ने अधिकारियों पर जमकर आरोप लगाए। कभी भ्रष्टाचार तो कभी सदन व शासन के आदेशों की अनदेखी का। इस दौरान सपा पार्षद राजेश अग्रवाल ने आउटसोर्स पर रखे जा रहे कर्मचारियों और सफाई नायक व सफाई कर्मचारियों के ट्रांसफर में जमकर भ्रष्टाचार किए जाने बात कहते हुए पूरे व्यवस्था की पोल खोल दी। कहा कि, अमनदीप नाम के लिपिक के जरिए 20 से 30-30 हजार रुपये लोगों से लेकर नियुक्ति दी जा रही है। इसमें एक अपर नगर आयुक्त ने शह दिया। मामला प्रकाश में आने के बाद लिपिक संबंधित व्यक्ति के घर पैसा वापस करने गया। कहा अधिकतर अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।बैठने तक की नहीं व्यवस्थादैनिक जागरण के नई बिङ्क्षल्डग के निर्माण में हो रही देरी और गुणवत्ता को लेकर प्रकाशित खबर को लेकर नेता प्रतिपक्ष गौरव सक्सेना ने निर्माण विभाग अफसरों पर हमला किया। कहा कि बिङ्क्षल्डग की लागत 12 से 18 करोड़ पहुंच गई, कहीं निर्माण पूरे होते-होते 22 करोड़ तक नहीं पहुंच जाए। बिङ्क्षल्डग में महापौर व नगर आयुक्त कार्यालय को छोड़ दिया जाए तो पार्षदों के लिए आवंटित कक्ष में बैठने तक की उचित व्यवस्था नहीं है.18 माह का काम पांच वर्ष में भी नहीं पूरा हो सका। इस पर महापौर ने कहा कि शासन से स्वीकृति और बजट मिलने में हुई देरी व अन्य कई कारणों से निर्माण में देरी हुई है, एक से डेढ़ माह में पार्षदों के लिए बैठने समेत अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलŽध करा दी जाएंगी। इस दौरान पार्षद महिला पार्षद ने नगर निगम परिसर में ङ्क्षपक टायलेट बनाने की मांग की।आय बढ़ाने पर मंथन

नगर निगम बोर्ड बैठक में पार्षद राजेश अग्रवाल ने कहा कि विज्ञापन विभाग की ओर से अब तक हुई आय-व्यय प्रस्तुत की जाए। इस पर विज्ञापन प्रभारी और वरिष्ठ विज्ञापन प्रभारी एक-दूसरे को जवाब देने के लिए उठने का इशारा करते दिखे। इस पर पार्षदों की नाराजगी पर महापौर ने कहा कि इस तरह नहीं चल पाएगा, जिम्मेदार अधिकारी जवाब दें। इस पर वरिष्ठ विज्ञापन प्रभारी व संयुक्त नगर आयुक्त मंयक यादव ने कहा कि विज्ञापन टेंडर चल रहा है।पदेन सदस्य ने भी की सहभागितानगर निगम बोर्ड बैठक में पदेन सदस्य के रुप में एमएलसी बहोरलाल मौर्य ने भी सहभागिता दर्ज कराई। इस दौरान महापौर डा। उमेश गौतम, नगर आयुक्त, अपर नगर आयुक्त व अन्य सदस्यों ने उनका स्वागत किया। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने बीते सप्ताह पदेन सदस्यों के बैठकों में शामिल नहीं होने को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिसके बाद पदेन सदस्य के रुप में बहोरन लाल मौर्य ने सदन की कार्यवाही में भाग लिया।भ्रष्टाचार के आरोप

सदन में अधिकारियों द्वारा अलग-अलग कारणों से विकास को बाधित करने और भ्रष्टाचार पर पार्षद राजेश अग्रवाल शुरू से हमलावर दिखे। निर्माण विभाग के लिपिक के बाद नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा। भानु द्वारा सफाई नायक व सफाई कर्मचारियों के ट्रांसफर-पोङ्क्षस्टग में भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया। कहा कि पैसे लेकर कर्मचारियों को इधर-उधर किया गया। वार्ड-35 मकरंदपुर में तैनात सफाई कर्मचारी के ट्रांसफर को उदाहरण के रुप में सामने रखा तो नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि इसके लिए सफाई निरीक्षक की संस्तुति की बात कही। जिसे पार्षद राजेश ने झूठ बताते हुए सदन के अंदर ही सफाई निरीक्षक को फोन लगाया तो उसने किसी भी प्रकार की संस्तुति नहीं करने की बात कहते हुए नगर स्वास्थ्य अधिकारी के दावे को झूठ साबित कर दिया। इसके बाद अन्य पार्षद भी मुखरित हो उठे। नगर स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा किए गए सभी ट्रांसफर-पोङ्क्षस्टग को निरस्त कर निगम की सेवा से हटाने को शासन को पत्र लिखने को कहा। जिस पर महापौर ने सहमति जताई। इस दौरान पार्षद शालिनी ने सीवर सफाई के लिए तीन-तीन हजार रुपये लेने का आरोप लगाया। इस पर महापौर ने कहा कि किसी पर भी आरोप-प्रत्यारोप से पहले साक्ष्य जरुर प्रस्तुत करें।

Posted By: Inextlive