शहर से गांवों की ओर बढ़ने लगा संक्रमण
- पिछले एक महीने में 46 फीसद संक्रमित मिले ग्रामीण परिवेश में
बरेली : कोरोना संक्रमण का असर जिले में बढ़ रहा है। अभी तक अधिकांश संक्रमित शहरी क्षेत्र में मिल रहे थे। वहीं, पिछले कुछ समय से ग्रामीण इलाकों में भी कोविड पॉजिटिव की संख्या बढ़ने लगी है। अप्रैल महीने में कुल कोरोना संक्रमितों में से करीब 46 फीसद संक्रमण के मामले ग्रामीण इलाकों में सामने आए हैं। इनमें से फरीदपुर, बिथरी चैनपुर, मीरगंज और फतेहगंज पश्चिमी में संक्रमण तेजी से बढ़ा है। हाल ये हैं कि ये चारों ब्लॉक टॉप-पांच में शुमार हो चुके हैं। फरीदपुर ब्लॉक सबसे ज्यादा संक्रमितग्रामीण क्षेत्र में सबसे ज्यादा 852 संक्रमित फरीदपुर क्षेत्र में मिले हैं, यानी करीब 3.20 फीसद। दूसरे नंबर पर बिथरी चैनपुर है, यहां अप्रैल महीने में 699 कोरोना संक्रमित मिले हैं। इनकी हिस्सेदारी करीब 2.63 फीसद है। तीसरे नंबर पर मीरगंज क्षेत्र है। यहां 582 संक्रमित मिले हैं, यानी करीब 2.19 फीसद। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र के अन्य ब्लॉक मिलाकर कुल 5,957 संक्रमित मिले हैं। इनकी हिस्सेदारी करीब 22.40 फीसद है।
शहरी क्षेत्र में 54 फीसद संक्रमणशहर में कोरोना संक्रमण की बात करें तो सोमवार तक 14,429 संक्रमित मिले। यानी, इस महीने मिले कुल संक्रमितों का करीब 54 फीसद। इनमें भी सबसे ज्यादा संक्रमित सिविल लाइंस इलाके से सामने आ रहे हैं। वजह, सिविल लाइंस क्षेत्र में सबसे ज्यादा पब्लिक प्लेस हैं। कलेक्ट्रेट, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा अन्य सभी प्रमुख विभागों के अधिकांश सरकारी दफ्तर इसी एरिया में हैं। इसके अलावा प्रमुख बाजार भी इसी इलाके में हैं। वहीं शहर से जुड़े ग्रामीण इलाके यानी रूर्बन एरिया में करीब 15 फीसद संक्रमित मिले हैं।
पंचायत चुनाव भी बना वजह ग्रामीण क्षेत्र में पिछले दिनों संक्रमण बढ़ने की एक वजह पंचायत चुनाव भी माना जा रहा है। जानकार बताते हैं कि चुनाव के दौरान लोग एक-दूसरे के संपर्क में ज्यादा आए। इससे कोरोना संक्रमण को बढ़ने का मौका मिला। शहरी क्षेत्र : 14,429 (54.27 फीसद) अन्य ब्लॉक : 5,957 (22.40 फीसद) फरीदपुर : 852 (3.20 फीसद) बिथरी चैनपुर : 699 (2.63 फीसद) मीरगंज : 582 (2.19 फीसद) रूर्बन एरिया : 4,312 (15.31 फीसद) ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जागरूकता अभियान शुरू किया जा रहा है, जिससे लोग कोविड गाइडलाइन का पालन करें। वहीं, मोबाइल यूनिट भेजकर ज्यादा से ज्यादा जांच भी ग्रामीण इलाकों में कराई जाएंगी। - डॉ। एसके गर्ग, सीएमओ, बरेली