कॉपी चेकिंग सेंटर्स की सुरक्षा रामभरोसे
- एग्जामिनर्स तक आसानी से पहुंच रहे बाहरी लोग
-सेंटर्स पर लोग कर रहे एग्जामिनर्स से मुलाकात -संदिग्ध लोगों की मूल्यांकन कक्ष तक आवाजाही पर रोक नहीं BAREILLY: यूपी बोर्ड कॉपियों की चेकिंग जिन सेंटर्स पर हो रही है, वहां सुरक्षा के पुख्ता इतंजाम नहीं हैं। इस वजह से बाहरी और कुछ संदिग्ध लोग भी एग्जामिनर्स से आसानी से मुलाकात कर रहे हैं। कॉपी चेकिंग सेंटर्स में इंट्री के साथ-साथ एग्जामिनर्स रूम तक लोग बिना किसी चेकिंग के पहुंच रहे हैं। इस वजह से कॉपी चेकिंग सिस्टम पर सवाल उठने लगा है। डिस्ट्रिक्ट में जांची जा रही हैं करीब साढ़े नौ लाख कॉपियांडिस्ट्रिक्ट में यूपी बोर्ड की करीब 9,म्7808 कॉपियां पांच मूल्यांकन सेंटर्स के लिए एलाट की गई हैं। इनकी चेकिंग के लिए क्म्भ्क् टीचर्स की ड्यूटी लगाई गई है। सेंटर और रूम में आवाजाही पर रोक-टोक न होने की वजह से एग्जामिनर्स से बाहरी लोग भी मिल रहे हैं। करीब पंद्रह दिनों से चल रहे मूल्यांकन के बीच कई सेंटर्स पर कुछ संदिग्ध लोग भी एग्जामिनर्स रूम में देखे गए।
सेंटर्स इंचार्ज और विभाग फोड़ रहा एक दूजे पर ठिकरासेंटर्स पर कॉपी पहुंचने के बाद सुरक्षा की जिम्मेदारी डिप्टी कंट्रोलर यानी स्कूल प्रिंसिपल की कंधों पर आ गई है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जहां सेंटर्स इंचार्ज विभाग को कोस रहे हैं वहीं विभागीय अधिकारी इसके लिए सेंटर्स इंचार्ज को जिम्मेदार बता रहे हैं। मूल्यांकन में कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए प्रत्येक सेंटर पर पुलिसकर्मियों की तैनाती होनी चाहिए।
केस: क् संड दोपहर क्ख् बजे। एक सेंटर के अंदर ब्लाक बी गेट के सामने एक स्टूडेंट बाइक पर बैठे-बैठे किसी एग्जामिनर्स का इंतजार कर रहा था। पूछने पर स्टूडेंट्स ने बताया कि वह बाहर से आया हुआ है और जरूरी काम से किसी एग्जामिनर का इंतजार कर रहा है। केस: ख् संडे दोपहर क्ख्:ख्0 बजे। एक सेंटर के अंदर टहल रहे युवक से पूछने पर बताया कि वह आंवला से आए हुआ है। सेंटर इंचार्ज के किसी काम में व्यस्त होने के कारण उनका इंतजार कर रहा था। केस: फ् संडे दोपहर क्ख्:फ्0 बजे। एक सेंटर पर स्टूडेंट हाथ में कोल्ड ड्रिंक्स की बोतल लिए एक कमरे से दूसरे कमरे में टीचर्स से मुलाकात कर रहा था। पूछे जाने उसने बताया कि वह मुरादाबाद हिंदू इंटर कॉलेज का स्टूडेंट है। :दो तीन साल पहले तक मूल्यांकन केंद्रों पर सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मियों की तैनाती होती थी, लेकिन इस बार ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है।: फहीम रजा खां प्रिंसिपल एफआर इस्लामियां इंटर कॉलेज।
: सेंटर पर सुरक्षा के लिए एडमिनिस्ट्रेशन को लेटर लिखा था, लेकिन किसी पुलिसकर्मी की तैनाती नहीं हुई। : एसआर शाक्य, वाइस प्रिंसिपल जीआईसी। : बार-बार रिक्वेस्ट के बाद भी डीआईओएस की ओर से सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई। डॉ। गिरिश गर्ग प्रिंसिपल गुलाब राय इंटर कॉलेज।