'चल चल कॉपी गुरु के पास, गुरु करेंगे हमको पास..'
- कॉपी से निकले 'गांधी जी'
- अब तक एक दर्जन कॉपियों में मिल चुके हैं नोट - कॉपियों में 500 तक के नोट नत्थी किए गए - स्टूडेंट्स ने की है कविता और शेरो-शायरीBAREILLY: यूपी बोर्ड की कॉपीज से नोटों की बरसात तो हो रही है। साथ ही स्टूडेंट्स शेरो-शायरी करने में भी पीछे नहीं है। टफ सब्जेक्ट्स के साथ-साथ ईजी सब्जेक्ट्स की कॉपीज में नत्थी किए नोट मिलने से गुरुजी पशोपेश में हैं। स्टूडेंट्स की इस नादानी पर गुरुजी को हंसी भी आ रही है और गुस्सा भी। वैसे एग्जामिनर्स का मानना है कि सही आंसर के बाद भी कॉपीज में नोट नत्थी करना स्टूडेंट्स द्वारा खुद के मार्क्स सिक्योर करने की मंशा है। हालांकि टीचर्स ऐसे किसी भी प्रलोभन में नहीं आ रहे हैं और वे आंसर के अकॉर्डिग ही नंबर दे रहे हैं। कुल मिलाकर चेकिंग के दौरान अब तक दो हजार से अधिक रुपए मिले चुके हैं।
दिनभर निकलते रहे नोटसिटी के बिशप मंडल इंटर कॉलेज में मूल्यांकन कर रहे टीचर्स को कॉपियों के बीच ख्0, भ्0, क्00 और भ्00 रुपए के नत्थी किए नोट मिले हैं। मूल्यांकन कर रहे टीचर्स के बीच यह चर्चा का विषय बना हुआ है। मंडे को दो बजे के आसपास करीब चार कमरों से नोट निकलने की बात सामने आई। एक के बाद एक कॉपियों से नोट मिलने पर एग्जामिनर्स में हलचल तेज होती गई और उन्होंने इन्हीं पैसों का चाय-नाश्ता मंगवाकर सहयोगियों के साथ सेलीब्रेट किया। इस दौरान कॉपियों से नोट निकलने की चर्चा गुरुजनों की जुबां पर दिनभर तैरती रही।
ईजी सब्जेक्ट्स में भी भ्00 के नोट इंटर मैथ्स, फिजिक्स, केमेस्ट्री और सिविक्स के साथ ही स्टूडेंट्स ने ड्राइंग की कॉपीज में भी नोट नत्थी किए हैं। एग्जामिनर्स ने बताया कि बेहतर ड्राइंग तैयार करने के बाद भी भ्00-भ्00 के दो नोट मिले। इससे मालूम होता है कि स्टूडेंट्स ने अच्छे अंक हासिल करने के लिए ऐसा किया होगा, लेकिन इससे टीचर्स पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। वे कॉपीज की गंभीरता के अनुसार ही नंबर दे रहे हैं। बता दें कि इस सेंटर पर सिविक्स, मैथ्स, इंगलिश, फिजिक्स, केमेस्ट्री आदि की कॉपीज में ख्0 से क्00 रुपए तक नोट मिले हैं। कुल मिलाकर आधे दर्जन से अधिक कॉपीज में नोट मिले हैं। इसी तर्ज पर जीआईसी में मूल्यांकन कर रहे टीचर्स को भ्0 और क्00 के कई नोट मिल चुके हैं। प्लीज पास कर दीजिए सरस्टूडेंट्स ने पास होने के लिए कॉपियों में नोट नत्थी करने के साथ- शेरो-शायरी भी लिखे हैं। बिशप मंडल इंटर कॉलेज के क्ब् नंबर कमरे में एक टीचर्स को बलिया की कॉपी में 'चल-चल कॉपी गुरु के पास, गुरु करेंगे हमको पास, गुरुजी हम पर दया करो' सरीखे तुकबंदी गुरुजी को परेशान कर दिया है। हालांकि स्टूडेंट्स की इस नादानी पर गुरुजी को हंसी भी आ रही है। बलिया के एक स्टूडेंट ने अपनी कॉपी में लिखा है कि 'जांचकर्ता महोदय से अनुरोध है कि दो बार फेल होने के बाद तीसरी बार परीक्षा दिए हैं। कृपया पास कर दें'। उधर, जीआईसी में सोनभद्र से आई इंगलिश की एक कॉपी में स्टूडेंट्स ने टीचर्स से अपील की है कि 'प्लीज सर पास कर दीजिए। मैं बहुत ही गरीब घर से हूं। मैं आपके बेटा और भाई की तरह हूं। सर पासिंग नंबर दे दीजिए। सर मुझे यकीन है कि आप मुझे नंबर जरूर देंगे'।
सामूहिक नकल की आशंकामूल्यांकन केंद्रों पर कॉपीज चेक कर रहे टीचर्स का मानना है कि बनारस, चंदौली, बलिया, देवरिया, मऊ, आजमगढ़, सुल्तानपुर, मिर्जापुर आदि डिस्ट्रिक्ट्स में या तो जमकर नकल की गंगा बही है या फिर नकल पर पूरी तरह नकेल कसी गई है। इसकी वजह यह है कि अगर एक स्टूडेंट ने क्वेश्चन दो का आंसर गलत लिखा है तो उस सेंटर का अधिकांश स्टूडेंट्स का आंसर गलत ही है। कॉपी देखने के बाद यही लगता है कि सामूहिक नकल हुई हो।