बरेली से बढ़ेगी एयर कनेक्टिविटी
बरेली (ब्यूरो)। एयर कनेक्टिविटी बढऩे से अब देश में शहरों की दूरी सिमट रही है तो दूसरे देशों तक भी पहुंच आसान हो रही है। बरेली एयरपोर्ट से उड़ान शुरू होने के बाद इसका अनुभव बरेलियंस भी कर रहे हैं। यही वजह है कि यहां से जिन शहरों को भी उड़ान संचालित हो रही है, वह पूरी तरह सफल है। इस सफलता का ही परिणाम है कि अब एयरफोर्स के भीतर से प्लेन एयरपोर्ट के अपने एप्रन तक पहुंचने लगे हैं और इससे हवाई सेवा में विस्तार की बाधाएं भी दूर हो गई हैं।
अपनी पार्किंग पहुंचा प्लेन
बरेली एयरपोर्ट से हवाई सेवा की शुरुआत आठ मार्च 2021 से शुरू हुई थी। तब से कहने को तो यहां से हवाई सेवा शुरू हो गई, पर पैसेंजर्स को प्लेन तक पहुंचने के लिए एयरफोर्स के रनवे तक जाना होता है। इसके लिए उन्हें एयरपोर्ट पर चेकइन करने के बाद बस में सवार होकर एयरफोर्स के भीतर प्लेन तक ले जाता था। वहां उन्हें एयरफोर्स की कड़ी निगरानी के बीच प्लेन में सवार किया जाता था। इसके समाधान के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की परमिशन से एयरफोर्स रनवे के पास टैक्सी-वे बनाया गया है। इसके बन जाने से प्लेन रनवे पर लैंड होकर टैक्सी-वे के जरिए सीधे एयरपोर्ट के एप्रन तक आने लगा है।
बरेली एयरपोर्ट जब तैयार हुआ तो यहां छोटे प्लेन की पार्किंग के लिए एप्रन बना था। बाद में यहां 16 करोड़ से अधिक की लागत से एप्रन का विस्तार किया गया। अब यहां कुल 34 मीटर चौड़ाई का एप्रन तैयार है। जानकारी के अनुसार अब यहां 180 से 228 सीटर 320 व 321-ए जेसे बड़े एयरबस पार्क हो सकते हैं। पैसेंजर्स को होगी सुविधा
बरेली एयरपोर्ट से दिल्ली, जयपुर, मुंबई और बंगलुरु तक प्लेन सेवा है। अभी तक यहां से इन शहरों को उड़ान भरने वाले पैसेंजर्स को बरेली एयरपोर्ट पहुंचने के बाद भी प्लेन में सवार होने के लिए एक घंटा बर्बाद करना पड़ता था। यह समय उन्हें एयरफोर्स के भीतर पार्क प्लेन तक पहुंचने में और फिर उसमें सवार होने में लगता था। अब उन्हें एयरपोर्ट के एप्रन में ही प्लेन पार्क मिलेगा और आसानी से उसमें सवार भी हो सकेंगे।
839 मीटर का बना टैक्सी-वे
एयरफोर्स के भीतर जिस टैक्सी-वे के बनने के बाद प्लेन एयरपोर्ट के एप्रन तक पहंचे हैं वह एयरबस जैसे बड़े प्लेन के लिए तैयार किया गया है। इस टैक्सी-वे की लंबाई 839 मीटर है। एयरफोर्स अथॉरिटी, रक्षा मंत्रालय और एयरपोर्ट अथॉरिटी से परमिशन मिलने के बाद इसका निर्माण जुलाई मेें शुरू हुआ और 30 सितंबर को इसको पूरा करा लिय गया है। इसके बाद मात्र 10 दिनों के भीतर सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद इसके जरिए वेडनेसडे को प्लेन एयरपोर्ट के एप्रन तक पहुंच गया।
अब हवाई से होगा विस्तार
बरेली एयरपोर्ट से हवाई सेवा को शुरू हुए दो साल से अधिक का वक्त हो गया है। तब से यहां से सिर्फ चार शहरों को ही एयर कनेक्टिविटी मिल पाई है। यहां से हवाई सेवा का विस्तार नहीं होने के लिए प्लेन की पार्किंग ही सबसे बड़ी वजह बन रही थी। इसके लिए ही टैक्सी-वे का भी निर्माण किया गया और एप्रन का साइज भी बढ़ाया गया। अब यहां बड़े विमानों के लिए दोनों जरूरी सुविधा उपलब्ध हो गई हैं तो दूसरे बड़े शहरों को भी हवाई सेवा शुरू कराने की कवायद तेज हो गई है। एयरफोर्ट के डायरेक्टर अवधेश अग्रवाल ने बताया कि अब यहां से चेन्नई, हैदराबाद, पूणे और सूरत जैसे बड़े शहरों को हवाई सेवा शुरू कराने के लिए विमान कंपनियों को आमंत्रित किया गया है। जैसे ही कोई प्रस्ताव मिलेगा तो जरूरी औपचारिकताएं पूरी कराई जाएंगी।
90 परसेंट तक है अॅक्यूपेंसी
बरेली एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाले पैसेंजर्स की संख्या लगातार बढ़ रही है। वर्तमान में यहां से जिन चार शहरों को उड़ान संचालित हो रही हैं, वह काफी सेक्सेस हैं। जानकारी के अनुसार बरेली एयरपोर्ट से हफ्ते में अप-डाउन की कुल 28 उड़ानें संचालित होती हैं। इनमें पैसेंजर्स की संख्या पांच से छह हजार तक रहती है। इस हिसाब से सभी प्लेन में पैसेंजर लोड अर्थात अॅक्यूपेंसी 90 परसेंट तक रहती है। इस तरह कहा जा सकता है कि बरेली एयरपोर्ट से उड़ान संचालित करना इंडिगो और एलायंस एयर जैसी कंपनियों के लिए फायदे का सौदा साबित हो रहा है।
बरेली एयरपोर्ट से दिल्ली, जयपुर, मुंबई और बंगलुरु को उड़ान सेवा तो चल रही है, पर यह डेली नहीं है। अभी यहां से हफ्ते में दिल्ली को चार दिन, बेंगलुरु को तीन दिन, मुंबई को तीन दिन और जयपुर को चार दिन ही उड़ान है। अब एयरपोर्ट के एप्रन में एक समय पर तीन विमानों की पार्किंग सुविधा होने से उड़ान डेली हो सकती है। इसके लिए तैयारी भी चल रही है।
मुरादाबाद से भी जल्दी उड़ान
छोटे शहरों से भी हवाई सेवा शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री की उड़ान योजना का लाभ जल्दी ही मुरादाबाद वालों को भी मिलने वाला है। मुरादाबाद में एयरपोर्ट का निर्माण करीब पूरा हो चुका है। यहां से उड़ान शुरू करने के लिए डीजीसीए अर्थात डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन से परमिशन का इंतजार किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार यह परमिशन जल्दी ही मिल सकती है। इसके बाद यहां से प्रदेश के दूसरे शहरों को हवाई सेवा शुरू की जाएगी।
बरेली एयरपोर्ट से मार्च 2021 में जब दिल्ली के लिए उड़ान शुरू हुई थी, तब लखनऊ के लिए उड़ान शुरू करने की मांग की जा रही थी। इसके लिए तब प्रयास भी हो रहे थे, पर बाद में यह प्रयास ठंडे बस्ते में चले गए। बरेली एयरपोर्ट के डायरेक्टर ने बताया कि अब लखनऊ को भी हवाई सेवा शुरू कराने के प्रयास चल रहे हैं। इसके लिए एलायंस एयर कंपनी से वार्ता भी चल रही है। अगर कंपनी एयरक्राफ्ट उपलब्ध करा पाई तो लखनऊ तक उड़ान शुरू हो सकती है। फैक्ट फाइल
03- बड़े एयरबस अब एप्रन में हो सकते हैं पार्कं
04 - शहरों को उपलब्ध है हवाई सेवा
90 - परसेंट हैं पैसेंजर्स अॅक्युपेंसी
28 - प्लेन भरते हैं हफ्ते में उड़ान
5000- से अधिक पैसेंजर्स हफ्ते में करते हैं सफर
एयरपोर्ट के एप्रन तक प्लेन का पहुंचना बड़ी उपलब्धि है। दो साल बाद हमें यह सफलता मिल पाई है। एप्रन का विस्तार होने से यहां तीन बड़े एयरक्राफ्ट पार्क हो सकते हैं। इससे अब दूसरे बड़े शहरों को हवाई सेवा शुरू कराने का प्रयास चल रहा है। उम्मीद है जल्दी ही इसमें सफलता मिलेगी।
अवधेश अग्रवाल, डायरेक्टर, बरेली एयरपोर्ट