और बंद कमरे में हो गया समझौता
- पीएमजीएसवाई में अधिकारी और कर्मचारी के बीच चल रहा विवाद पर हुई सुलह
BAREILLY: पीडब्ल्यूडी और पीएमजीएसवाई ऑफिस में थर्सडे को आई नेक्स्ट में छपी खबर 'ये लड़ाई में बिजी हैं कैसे हो काम' चर्चा का विषय बना रहा। वहीं दूसरी ओर आई नेक्स्ट से हुई बातचीत में कर्मचारियों के प्रति एक्सईएन की मंशा को जानकर कर्मचारियों ने एकतरफा फैसले करने की चीफ इंजीनियर से गुहार लगाई थी। इस मामले में चीफ इंजीनियर ने थर्सडे को एक्सईएन मदन कुमार संतोषी को अपने ऑफिस बुलाया था। अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच करीब एक घंटे तक बंद कमरे में बातचीत हुई। उसके बाद दोनों के बीच समझौता हो गया। विवाद हुए दूर विकास पर लगी मुहरछपी खबर के आधार पर अधिकारी और कर्मचारियों के बीच में फंसे विकासकार्यो की सुस्त रफ्तार पर चीफ इंजीनियर भड़क उठे। वहीं विभाग की होती बदनामी देख चीफ इंजीनियर ने दोनों ही पक्षों को जमकर लताड़ लगाई। हुआ कुछ यूं कि थर्सडे को पीएमजीएसवाई कर्मचारी, यूनियन और एक्सईएन के बीच माहौल टकराव की स्थिति में बदल गया। इस बाबत यूनियन के कर्मचारी दोपहर को चीफ इंजीनियर से मिले और मंडे तक सौंपे गए पत्र के आधार पर कार्रवाई ना होने की स्थिति में पूर्ण कार्य बहिष्कार का अल्टीमेटम दिया। लेकिन देर शाम चीफ इंजीनियर के समक्ष एक्सईएन और यूनियन संग कर्मचारियों की मीटिंग में कई दिनों से चले आ रहे विवाद को समझौते से विराम लगा दिया। वहीं महिला कर्मचारियों की ओर से एक्सईएन द्वारा उत्पीड़न किए जाने के पत्र पर भी सवाल जबाब किए गए। आखिर में सभी पक्षों की दलीलों के बाद चीफ इंजीनियर सकेल चंद्र ने ट्रंासफर प्रकरण को खत्म कर विकासकार्यो में गति लाने की सलाह दी।
- हम लोगों में मिस कम्यूनिकेशन हो गया था। जिस वजह से मामले ने तूल पकड़ लिया। मीटिंग में हमने अपने सभी मनमुटाव दूर कर लिए हैं। अब विवाद नहीं विकासकार्यो पर ध्यान दिया जाएगा। मदन कुमार संतोषी, एक्सईएन, पीएमजीएस