- थाना पुलिस पर पीडि़त लगा रहे साठगांठ और ढील डालने के आरोप, ज्यादातर मामले महिला उत्पीड़न के

- संडे को ही एडीजी और बरेली पुलिस के ट्विटर हैंडल पर की गईं एक दर्जन से ज्यादा शिकायतें

बरेली: कुछ समय पहले तक सामान्य इंसान के लिए पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंच पाना मुश्किल था। कहीं स्थानीय पुलिस का डर तो कहीं संसाधनों की कमी के चलते पीडि़त इंसाफ की उम्मीद में थाने-चौकियों के ही चक्कर लगाते फिरते थे। लेकिन अब सोशल मीडिया ने सामान्य शहरी और अधिकारियों तक की दूरी को न्यूनतम कर दिया है। ऐसे में अब थाना पुलिस की मनमानी की शिकायतें भी महज एक क्लिक में अधिकारियों तक पहुंच जाती हैं। बीते कुछ दिनों में पुलिस अधिकारियों के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर फिर से शिकायतों की संख्या बढ़ने लगी है। थाना पुलिस की मनमानी के चलते फरियादी अब ट्विटर व अन्य माध्यम से अधिकारियों से शिकायत कर मदद की गुहार लगा रहे हैं। वहीं इनमें ज्यादातर शिकायतें महिला उत्पीड़न से संबंधित हैं। संडे को भी एडीजी अविनाश चंद्र समेत बरेली पुलिस के ट्विटर हैंडल पर बरेली, पीलीभीत, बदायू, बिजनौर समेत अन्य जिलों से एक दर्जन से ज्यादा शिकायतों के पोस्ट किए गए। सभी मामलों में इन अधिकारियों के प्रतिनिधियों द्वारा गंभीरता से जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।

दहेज उत्पीड़न से लेकर चोरी की भी शिकायतें

ट्विटर पर शासन-प्रशासन ही नहीं बल्कि आमजन की तगड़ी विश्वस्नियता है। ऐसे में थाना स्तर पर कार्रवाई न होने पर पीडि़त तुरंत ट्विटर के माध्यम से अपनी शिकायत अधिकारियों तक पहुंचाकर कार्रवाई की मांग करता है। साथ ही यह भी उम्मीद करते हैं कि जल्द ही उन्हें न्याय मिलेगा। हाल ही में ट्विटर पर की गई शिकायतों में दहेज उत्पीड़न से लेकर चोरी के मामलों में भी थाना पुलिस की ढील की शिकायतें शामिल हैं। अधिकतर में आरोप लगाया गया कि थाना पुलिस उन्हें जांच के नाम पर टहला रही है या फिर आरोपियों से साठगांठ कर उल्टा उन्हीं को फंसाने की धमकी दे रही है। ऐसे में पुलिसिंग को लेकर अब अधिकारियों को सख्त कदम उठाने की जरूरत है।

कुछ शिकायतें।

राशन बांटने में घटतौली की शिकायत पर की गई अभद्रता

फरीदपुर के गांव फैजनगर के रहने वाले संतोष कुमार ने संडे को ट्विटर के माध्यम से आईजी रेंज बरेली और बरेली पुलिस से शिकायत की है। उन्होंने बताया कि करीब छह माह पहले उन्होंने एक स्कूल के प्रधान अध्यापक के खिलाफ बच्चों को राशन बांटने में घटतौली की शिकायत पुलिस से थी। अब उन्होंने शिकायत के बारे में जानकारी ली तो प्रधान अध्यापक ने उनसे फोन पर गालीगलौज की। इसकी तहरीर उन्होंने थाना फरीदपुर में दी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अब उन्होंने मामले की शिकायत ट्विटर पर करके कार्रवाई की मांग की है।

पुलिसकर्मी पति पर नहीं हो रही कार्रवाई

कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला बिहारीपुर की रहने वाली नेहा ने शिकायत में बताया कि बदायूं में तैनात मेरठ के मूल निवासी सिपाही विशाल से उनकी शादी साल 2019 में हुई थी। इसके बाद दहेज के नाम पर पति व अन्य ससुराल वाले उन्हें मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताडि़त करने लगे थे। इसके बाद उन्हें पीटकर घर से भी निकाल दिया गया था। उन्होंने शहर आकर मामले की शिकायत की तो उनकी रिपोर्ट तो दर्ज कर ली गई, लेकिन पुलिस ने अभी तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। अब उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं। इसके चलते उन्होंने एडीजी जोन व बरेली पुलिस के ट्विटर हैंडल पर शिकायत कर मदद की गुहार लगाई है।

माहौल खराब करने वाले प्रेमी जोड़े को पुलिस ने छोड़ा

बहेड़ी क्षेत्र के रहने वाले एक युवक ने संडे को शहर के अधिकारियों समेत बरेली पुलिस के भी ट्विटर हैंडल पर शिकायत की। शिकायत में लिखा कि एक प्राइवेट अस्पताल के परिसर में सैटरडे रात एक प्रेमी जोड़ा आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा गया था। इस पर लोगों ने यूपी 112 पर शिकायत की थी। पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को पकड़ा भी। लेकिन इसके बाद साठगांठ करके छोड़ दिया। अब युवक ने अधिकारियों से शिकायत कर चीता पर तैनात पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

मेडिकल के बावजूद नहीं लिखी रेप पीडि़ता की रिपोर्ट

शहर के रहने वाले एक युवक रविंद्र सिंह ने पुलिस अधिकारियों से ट्विटर के जरिए इज्जतनगर पुलिस की शिकायत की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस एक रेप पीडि़ता के मामले में कार्रवाई करने में ढील डाल रही है। उनके मुताबिक बीती 22 मई को इज्जतनगर क्षेत्र की ही रहने वाली एक युवती के साथ कुछ दबंगों ने गैंगरेप किया था। मामले की शिकायत भी इज्जतनगर पुलिस से की गई थी और पुलिस ने पीडि़ता का मेडिकल परीक्षण भी कराया था। इसके बाद बावजूद अब तक इज्जतनगर पुलिस ने पीडि़ता की रिपोर्ट दर्ज नहीं की। अब ऐसे में आरोपी खुले घूम रहे हैं और लगातार पीडि़ता को धमकियां भी दे रहे हैं।

सोशल मीडिया के जरिए मिली शिकायतों की गंभीरता से जांच कराकर कार्रवाई की जाती है। अक्सर लोग सिर्फ दूसरे पक्ष पर दवाब बनाने के लिए भी ऐसा करते हैं। अगर आरोप लगाते हुए शिकायतें की गई हैं, तो उनकी भी गंभीरता से जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

- रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी

Posted By: Inextlive