इस बार बदला-बदला सा रहेगा प्रॉस्पेक्टस
- मैटर में बड़े पैमाने पर बदलाव होने की संभावना
BAREILLY: इस बार कॉलेजेज के एडमिशन प्रॉस्पेक्टस का स्वरूप बदला-बदला सा होगा। काफी समय से उनके कंटेंट में कोई चेंज नजर नहीं आता था। हर बार वे कवर पेज चेंज कर बाकी का मैटर वैसे ही प्रिंट करवा देते थे, लेकिन इस बार उन्हें अंदर के मैटर में काफी बड़े पैमाने पर बदलाव करने होंगे। एजूकेशन डिपार्टमेंट और यूजीसी की तरफ से जारी कुछ इंपोर्टेट निर्देशों को उन्हें अपने प्रॉस्पेक्टस में शामिल करना होगा। एंटी रैगिंग का नया घोषणापत्र होगाइस बार प्रॉस्पेक्टस में एंटी रैगिंग का नया घोषणापत्र देखने को मिलेगा। यूजीसी के निर्देश पर शासन ने भी आदेश जारी कर दिए हैं। इसके तहत अब पैरेंट्स से भी एंटी रैगिंग का घोषणापत्र भराकर जमा कराया जाएगा। इससे पहले स्टूडेंट्स से ही घोषणापत्र भराया जाता था। घोषणापत्र के माध्यम से पैरेंट्स को यह गारंटी देनी होगी कि उनका बच्चा इससे पहले किसी भी रैगिंग के एक्टिविटी में लिप्त नहीं हुआ है। साथ ही फ्यूचर में यदि वे लिप्त पाए जाते हैं तो उनका एडमिशन निरस्त कर दिया जाएगा। पैरेंट्स को यह स्वीकार करना होगा कि कॉलेजेज द्वारा की गई कार्रवाई उन्हें मान्य होगी।
अटेंडेंस की श्योरिटी भीअबकी बार प्रॉस्पेक्टस में अटेंडेंस की श्योरिटी के लिए भी घोषणापत्र शामिल होगा, जिसे स्टूडेंट को भरकर जमा करना होगा। दरअसल गवर्नमेंट और एडेडे कॉलेजेज में एक बार एडमिशन लेने के बाद स्टूडेंट्स एग्जाम के समय ही कैंपस में दिखाई देते हैं। ऐसे में शासन ने कम से कम 7भ् परसेंट अटेंडेंस जरूरी करने के सख्त कदम उठाने के आदेश दिए थे। जिसको तामिल कराने के लिए रीजनल हायर एजूकेशनल ऑफिसर एके गोयल ने सभी प्रिंसिपल्स की मीटिंग कर जरूरी कदम उठाने के लिए गाइडलाइंस तैयार की। जिसके तहत यह तय हुआ कि स्टूडेंट्स से घोषणापत्र भराया जाएगा कि यदि उनकी अटेंडेंस 7भ् परसेंट से कम हुई तो उनको एग्जाम से बाहर कर दिया जाएगा। प्रॉस्पेक्टस में मोटे अक्षरों से जरूरी अटेंडेंस की बाबत दिशा-निर्देश भी प्रिंट करने की बात कही थी।