कोचिंग थी महंगी, इसलिए लिया सेल्फी स्टडी का सहारा
हिमांशु अग्निहोत्री (बरेली)।एक तरफ सक्सेस के लिए जहां कोचिंग को स्टूडेंट्स की बैसाखी बना दिया जाता है। वहीं कुछ स्टूडेंट्स ऐसे होते हैं, जो अपने दम पर स्टडी कर सफलता प्राप्त करते हैं। ऐसे ही एक होनहार ने संसाधनों के आभावों में भी अपनी अलग पहचान बनाई हैै। पुलिस मॉडर्न स्कूल में हाईस्कूल के स्टूडेंंट प्रतीक तिवारी ने 96 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैैं। प्रतीक बताते हैैं कि उन्होंने ट्यूशन फीस अधिक होने के कारण सेल्फ स्टडी की। दरअसल प्रतीक के पिता विनोद तिवारी एक निजी कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड हैं व मां आरती तिवारी गृहणी हैैं।
मन लगाकर की स्टडी
प्रतीक बताते हैैं कि दसवीं की क्लासेस शुरू होने पर उन्होंने किताबों के रेट पता किए। लेकिन, रेट अधिक होने की वजह से नहीं ले पाया था। धीरे-धीरे सेकेंड हैैंड बुक्स खरीदी और नियमित पढ़ाई का ही परिणाम है कि एग्जाम में बेहतर स्थान मिल पाया है। प्रतीक बताते हैैं कि उनके पैरेंट्स ने उन्हें हमेशा सकारात्मक सोच के साथ मेहनत करने को प्रेरित किया। साथ ही बताया कि ऑनलाइन क्लासेस में वन टू वन इंटरेक्शन नहीं हो पाता है। इसलिए वह ऑफलाइन क्लासेस को अधिक प्रभावशाली मानते हैैं। प्रतीक बताते हैैं कि वह अपने पैरेंट्स को प्रेरणा मानते हैैं, जो उन्हें हमेशा मोटिवेट करते रहते हैैं। उनकी मेहनत व मार्गदर्शन का ही असर है कि वह इस मुकाम पर पहुंच पाया है।