मंडल में सडक़ हादसों और मृतकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इससे ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ के अधिकारियों के सडक़ सुरक्षा के दावे खोखले साबित हो रहे हैं.

बरेली (ब्यूरो)। मंडल में सडक़ हादसों और मृतकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इससे ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ के अधिकारियों के सडक़ सुरक्षा के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। ये हम नहीं कह रहे बल्कि आरटीओ विभाग के आंकड़े बता रहे हैं। वर्ष 2021 की तुलना में वर्ष 2022 में हादसों, मृतक और घायलों की संख्या में इजाफा हुआ है। यह हाल तब है, जब ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ अधिकारी लगातार लोगों को जागरूकता का पाठ पढ़ाने के साथ ही हादसों पर अंकुश लगाने के लिए समय-समय पर चेकिंग अभियान चलाकर यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों को चालान करते हैं। साथ ही यातायात जागरूकता सप्ताह, यातायात माह और जागरूकता रैलियां निकाली जाती हैं।

मृतकों की संख्या 9.5 परसेंट बढ़ी
वर्ष 2022 में बरेली मंडल में 2021 की तुलना में हादसों में 16.60 प्रतिशत की हुई। वर्ष 2021 में पूरे मंडल में 2397 तो 2022 में 2395 हादसे हुए। वर्ष 2022 में हुए हादसों में 2037 लोग जहां गंभीर रूप से घायल हुए, वहीं 1420 लोगों ने जान गंवाई। यानि मृतकों की संख्या में भी साढ़े नौ प्रतिशत की वृद्धि हुई।

ओवरस्पीड हादसों का मुख्य कारण
आरटीओ ई दिनेश कुमार ने बताया कि वर्ष 2021 की तुलना में वर्ष 2022 में मंडल में हादसों, मृतकों और घायलों की संख्या में इजाफा हुआ है। उन्होंने बताया कि हादसा होने के मुख्य कारण ओवरस्पीड है। बताया कि जागरूकता रैली निकालने के साथ ही चेकिंग अभियान चलाकर यातायात नियमों का पालन करने की नसीहत दी जाती है। फिर भी वाहन चालक बाज नहीं आते। साथ ही कुछ लोग तो शराब पीकर ओवरस्पीड में वाहन चलाते हैं। जिससे वे हादसे का शिकार हो जाते हैं।

बरेली में सबसे ज्यादा हादसे
दुर्घटना, हादसों में मरने वालों हो या फिर घायल सभी में बरेली जिला अव्वल है। वर्ष 2022 में जहां बरेली में 1050 हादसों में 487 लोगों ने जान गंवाई और 886 लोग घायल हुए। वहीं बदायूं में 566 हादसों में 376 लोगों की मौत और 413 लोग घायल हुए। पीलीभीत में 452 हादसों में 225 लोगों की मौत 271 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। इसके अलावा शाहजहांपुर में 727 हादसों में 332 लोगों ने जान गंवाई और 467 लोग घायल हुए।

बोले अधिकारी
हादसों पर अंकुश लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस के सहयोग से अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जाता है। साथ ही विभाग की ओर से चेकिंग अभियान चलाकर यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाती है। इसके बाद भी लोग यातायात के नियमों को ताख पर रख वाहन चलाते हैं। जिससे हादसों के ग्राफ बढ़ा है।
दिनेश कुमार सिंह, आरटीओ ई

Posted By: Inextlive