'अंधी' सिक्योरिटी के भरोसे कानून का 'घर'
-कोर्ट परिसर, कलेक्ट्रेट व कचहरी में नहीं लगे हैं मेटल डिटेक्टर
-कम फोर्स के चलते डयूटी प्वॉइंट भी रहते हैं खाली -चेकिंग के नाम पर हुई सिर्फ खानापूर्तिBAREILLY: फैजाबाद कोर्ट परिसर में हुए ब्लास्ट के बाद पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया। अलर्ट हुआ तो सिटी के पुलिसकर्मी भी चेकिंग के लिए कचहरी कूच कर गए लेकिन यहां चेकिंग के नाम पर खानापूर्ति ही नजर आई। वहीं उनके जाने के बाद पहुंची एंटी सबोटास टीएम भी उनके नक्शेकदम पर महज फॉर्मैलिटी निभाकर निकल गई। इस कथित चेकिंग के बाद जब हम कोर्ट परिसर, कलेक्ट्रेट व तहसील की सिक्योरिटी का जायजा लेने पहुंचे तो सब कुछ जस का तस ही दिखा। सिक्योरिटी थी लेकिन बस नाम कीना ड्यूटी पर पूरे पुलिसकर्मी थे और ना ही मेटल डिटेक्टर या और कोई चेकिंग इक्विपमेंट। जबकि कोर्ट परिसर के अंदर ही पार्किंग है और यहां सैकड़ों गाडि़यां खड़ी रहती हैं, जिनको चेक करने की जहमत भी कोई नहीं उठाता। आप खुद ही पढि़ए क्या है सिटी के कोर्ट परिसर, कलेक्ट्रेट व तहसील की सिक्योरिटी का हाल।
कोई कुछ भी लेकर जाएकोर्ट परिसर यानि कचहरी में दो मेटल डिटेक्टर लगाए गए थे, लेकिन कोई भी वर्क नहीं कर रहा है। वहीं कलेक्ट्रेट में मेटल डिटेक्टर लगाया ही नहीं गया है। यहां कोई भी आराम से कोई भी बम, एक्सप्लोसिव एलीमेंट व हथियार लेकर जा सकता है। इन दोनों जगह ड्यूटी पर लगने वाले पुलिसकर्मी भी किसी की जांच नहीं करते हैं। यही नहीं सिविल पुलिस को यहां पर हथियार रखना भी अलाउड नहीं हैं, बस एक सेक्शन पीएसी के पास हथियार रहते हैं।
ये हैं ड्यूटी के प्वॉइंट दोनों परिसरों की सिक्योरिटी एक साथ लगायी जाती है। इसके लिए ग्यारह प्वॉइंट निर्धारित किए गए हैं। ये प्वॉइंट कलेक्ट्रेट परिसर मेन गेट, कोर्ट परिसर मेन गेट, कोर्ट परिसर पश्चिमी गेट, कोर्ट परिसर पूर्वी गेट, चैनल गेट नजारत, वीआईपी गेट, पुराने एलआईयू के सामने का गेट, डीजे कोर्ट के सामने, एडीजे फर्स्ट कोर्ट के सामने, ट्रेजरी गेट के सामने और अखिलेश एडवोकेट गेट के सामने हैं। कोर्ट परिसर में फोर्स की कमी की वजह से दो से तीन प्वॉइंट पर ड्यूटी ही नहीं लगायी जाती है। लेडी कांस्टेबल समेत क्9 पुलिसकर्मियों यहां तैनात किए गए हैं, लेकिन शायद ही कोई ऐसा दिन जाता हो, जिस दिन सभी ड्यूटी पर पहुंचते हों। कहीं भी खड़ी रहती हैं गाडि़यांचाहे कोर्ट परिसर हो या फिर कलेक्ट्रेट या तहसील तीनों ही जगह पर परिसर के अंदर ही गाडि़यां खड़ी होती हैं। कुछ गाडि़यां अंदर बनी पार्किंग में खड़ी होती हैं तो बाकी जिसका जहां मन होता है, वहां खड़ी कर देता है। कलेक्ट्रेट में तो विभागों के सामने की गैलरी में भी बाइक खड़ी कर दी जाती हैं। कुछ यही हाल तहसील परिसर का भी है। इसके अलावा तीनों परिसरों के बाहर भी रोजना सैकड़ों लावारिस वाहन खड़े रहते हैं।
ऐसे हुई अलर्ट की खानापूर्ति फैजाबाद कोर्ट परिसर में ब्लास्ट के बाद बरेली में भी अलर्ट जारी हुआ। सीनियर अधिकारियों के आदेश पर करीब सवा बजे एसपी सिटी ने वायरलेस सेट पर मैसेज फ्लैश किया कि सभी थाना प्रभारी, चौकी इंचार्ज व चीता मोबाइल अपने-अपने एरिया के सभी सार्वजनिक प्लेसेस की चेकिंग करेंगे। इसके अलावा सीओ फर्स्ट, कोतवाली इंस्पेक्टर व कोतवाली थाना के सभी चौकी इंचार्ज व चीता मोबाइल पुलिस ऑफिस यानि एसएसपी ऑफिस में पहुंचे। आदेश मिलते ही सभी वहां पहुंच गए और सीओ एलआईयू भी आ गए। बम स्क्वॉयड पहुंचा बाद मेंपुलिस ऑफिस में क् बजकर फ्भ् मिनट पर इमरजेंसी अलार्म बजाया गया। अलार्म सुनकर कुछ पुलिसकर्मी निकल आए तो कुछ इंतजार करते रहे। एक बार फिर जब अलार्म बजा तो फिर से सभी निकले, लेकिन कइयों ने हेल्मेट, डंडा व प्रोटेक्टर नहीं लिए। वहां से निकलकर कलेक्ट्रेट व कोर्ट परिसर की चेकिंग की गई लेकिन ये महज खानापूर्ति ही रही। एक बार बस राउंड लगाया गया महज एक दो गाडि़यों को दिखावे के नाम पर चेक किया गया। करीब सवा घंटे बाद सभी वापस आ गए। जब सब वापस आए तो बम स्क्वॉयड पहुंचा और वो भी खानापूर्ति करके चला गया। किसी ने नहीं पूछा कि लावारिस गाडि़यां क्यों खड़ी हैं और उनमें कुछ खतरनाक रखा तो नहीं।
अब होगी डेली चेकिंग बड़ी वारदात होने के बाद ही पुलिस की नींद टूटती है। फैजाबाद बम ब्लास्ट के बाद अब सिटी पुलिस कचहरी, कलेक्ट्रेट और बाकी पब्लिक प्लेसेस की डेली प्रॉपर चेकिंग करेगी। सीओ एलआईयू नागेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि बम स्क्वॉयड की टीम भी दो शिफ्टों में रोज चेकिंग करेगी। कचहरी, कलेक्ट्रेट व अन्य सार्वजनिक जगहों की लिस्ट तैयार कर रोस्टर तैयार किया जाएगा। शिफ्ट वाइज डेली कहीं न कहीं चेकिंग अभियान भी चलाया जाएगा। मेटल डिटेक्टर ठीक होने गए हैं उन्हें भी सही करके लगा दिया जाएगा।