सिटी की महिला शोभारानी को मिलेगा संगीत नाटक अकादमी अवार्ड
देश की पहली तबला वादक महिला शोभारानी को मिलेगा सम्मान
BAREILLY: बरेली की बेटी शोभारानी कुदेशिया ने सिटी का नाम एक बार फिर देश में रोशन किया है। तबला वादन के क्षेत्र में बेहतरीन प्रस्तुति देने के लिए संगीत नाटक अकेडमी अवार्ड से सम्मानित किया जा रहा है। वे तबला वादन के क्षेत्र में अवार्ड पाने वालीं पहली महिला हैं। उनको मिले इस सम्मान से तबला जैसे वाद्ययंत्र के क्षेत्र में आने वालीं लड़कियां प्रेरित होंगी। ख्00फ् के बाद अवार्ड घोषित उप्र सरकार सन ख्00फ् के बाद इस साल इन एकेडमी अवार्ड को घोषित कर रही है। जिसमें शोभारानी को तबला वादन में दिया जा रहा ये सम्मान सन ख्007 के अकेडमी अवार्ड के लिए चयनित है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दी है प्रस्तुतिवर्तमान में टीकाराम गर्ल्स डिग्री कालेज, अलीगढ के संगीत विभाग की विभागाध्यक्ष साठ वर्षीय शोभारानी मूल रूप से बरेली की हैं। सिटी के पकडि़या नाथ भूड़ में पैदा हुईं शोभारानी को तबला वादन की शिक्षा बरेली से मिली हैं। घर में माहौल संगीत का था। मां शकुंतला देवी संगीत वादक और पिता राजेंद्र नाथ कुदेशिया नाट्य कलाकार थे। तबले की तरफ उनका रुझान सात साल की उम्र में ही हो गया था। इनके गुरु बरेली के प्रसिद्ध तबला वादक स्वर्गीय भइया लाल, स्वर्गीय रमा बल्लभ मिश्र थे। आकाशवाणी लखनऊ से डी-हाई ग्रेड अप्रूव तबला वादक शोभारानी ने कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय संगीत समारोह में तबला वादन किया है, जिनमें रूस व लंदन प्रमुख हैं।
क्980 में तालमढ़ी सम्मान शोभारानी को संस्कार भारती द्वारा दी गई संस्कार रत्न उपाधि, क्980 में सुर श्रृंगार मुम्बई द्वारा तालमढ़ी उपाधि और संगीत कला आगरा द्वारा दी गई आदर्श संगीत प्रसारक सम्मान उपाधि मिल चुका है। इधर संगीत नाटक अकादमी लखनऊ द्वारा क्क् नवंबर को सम्मान वितरण कार्यक्रम होगा। यहां पर उन्हें सम्मानित किया जाएगा।