सपने के और करीब शहर
- सर्किल रेट से दोगुनी कीमत पर किसान जमीन देने को तैयार
- कलेक्ट्रेट में हुई मीटिंग में लिया गया डिसीजन - एयरफोर्स और उड्डयन मंत्रालय के अफसर भी रहे मौजूद BAREILLY: बरेली में सिविल एंक्लेव की एक और बाधा वेडनसडे को दूर हो गई। जमीन के मुआवजे को लेकर किसान सर्किल रेट से दो गुनी कीमत पर जमीन देने को तैयार हो गए हैं। वेडनसडे को कलेक्ट्रेट में प्रशासन, एयर टर्मिनल के अफसर और किसानों के बीच मीटिंग हुई। अब दरों के आधार पर प्रस्ताव बनाकर मंजूरी के लिए कमिश्नर और शासन के पास भेजा जाएगा। एडीएम ई अरुण कुमार ने बताया कि जल्द ही जमीन का रेट देकर अधिग्रहण करना स्टार्ट कर ि1दया जाएगा। क्ब् करोड़ रुपये मिल चुके हैंसिविल एंक्लेव के लिए क्ब् करोड़ की धनराशि शासन से मिल चुकी है। इसके लिए किसानों की जमीन ली जानी है। इससे पहले हुई मीटिंग में डीएम ने जमीन का मुआवजा सर्किल रेट से फ्फ् परसेंट ज्यादा देने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन किसान ज्यादा मुआवजा मांग रहे थे। जमीन की दरें तय करने के लिए वेडनसडे को कलेक्ट्रेट में एडीएम ई अरुण कुमार की अध्यक्षता में मीटिंग हुई। मीटिंग में उड्डयन मंत्रालय के डिप्टी डायरेक्टर सिविल एविएशन नुजहत अली, एयरफोर्स के रामनिवास ढाका भी मौजूद रहे।
आबादी वाली जमीन का मुआवजा अलग मीटिंग में विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी लक्ष्मी शंकर सिंह ने प्रोजेक्ट के महत्व की जानकारी दी और किसानों से वाजिब मुआवजे पर सहमति की अपील की। मीटिंग में मौजूद एक दर्जन से ज्यादा किसानों ने आपसी सहमति के आधार पर सर्किल रेट से दो गुनी कीमत पर जमीन देने को पर तैयार हो गए हैं। यहां कृषि भूमि का सर्किल रेट क्.फ्भ् करोड़ से क्.ब्भ् करोड़ प्रति हेक्टेयर है। आबादी वाली जमीन का मुआवजा 8 हजार रुपये प्रति मीटर देने की सहमति बनी है। सिविल एंक्लेव के निमार्ण के लिए सर्किल रेट से दोगुनी कीमत पर किसानों ने सहमति जताई है। जल्द ही किसानों से जमीन अधिग्रहण का काम स्टार्ट किया जाएगा। -अरुण कुमार, एडीएम ई