व्यापारियों ने भी लिया बेटी बचाने का संकल्प
BAREILLY: प्रजेंट टाइम में महिलाएं किसी की मोहताज नहीं रही। अपने दम पर कामयाबी की रोज नई इबारत लिख रहीं हैं। इन सबके बावजूद आज भी समाज में बेटियों के साथ उपेक्षित व्यवहार किया जा रहा है। बर्बर तरीके से बेटियों को गर्भ में ही मार दिया जा रहा है। ऐसे में आई नेक्स्ट की ओर से बेटी बचाओ अभियान में संडे को शहर के व्यापरियों ने इस मुहिम से जुड़कर बेटियों के हक में आवाज उठाने की श्ापथ ली।
सभ्य समाज की मुस्कान हैं बेटियांआई नेक्स्ट की ओर से ऑर्गनाइज बेटी बचाओ मुहिम में अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के महानगर अध्यक्ष देवेंद्र जोशी ने सदस्यों संग बेटी बचाने का संकल्प लिया। उन्होंने शपथ दिलाते हुए कहा कि बेटियां ही समाज और देश के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती हैं। आखिर क्यों लोग बेटी और बेटों में फर्क करते हैं। हम सभी मिलकर शपथ लेते हैं कि हम समाज में महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को दूर करने का पूरा प्रयास करेंगे। बेटियों के हक में सभी कर्मचारी अपने पास पड़ोस के घरों के लोगों को अवेयर करेंगे। ताकि बेटियों की किलकारी घर में गूंजे और आगे चलकर समाज और देश को कामयाबी की मुस्कानों से भर दे। इस मौके पर कोषाध्यक्ष इकबाल शम्से, युवा अध्यक्ष फुरकान अली, युवा संयुक्त महामंत्री संजीव अरोरा व अन्य लोग मौजूद रहे।
सृष्टि का अमूल्य वरदान हैं बेटियां बेटी बचाओ अभियान के तहत तनिष्क ज्वैलरी शोरूम के मैनेजर विवेक अरोरा ने स्टाफ के साथ मिलकर बेटी बचाने का संकल्प लिया। इन्होंने सभी को एकजुट कर शपथ दिलाई कि, बेटी को बचाने के लिए हम सब हमेशा एकजुट हेाकर प्रयास करेंगे, क्योंकि बेटियां इस सृष्टि का सबसे अमूल्य उपहार हैं। नवरात्र में देवियों की पूजा की जाती हैं। बेटियां इन्हीं देवियों का स्वरूप हैं, जिनका बेरहमी के साथ गर्भ में ही मार दिया जाता है। इसकी शुरूआत घरों से ही करनी होगी। गौरतलब है कि प्रजेंट टाइम में बेटियां बेटों से कहीं ज्यादा श्रेष्ठ साबित हो रही हैं। हर फील्ड में बेटियां किसी से कम नहीं हैं। विकास में बेटियों की अहम भूमिकाबटलर प्लाजा के व्यापारियों ने भी संडे को आई नेक्स्ट के साथ बेटी बचाओ मुहिम से जुड़ गए। इस मौके पर बटलर प्लाजा के नीलेश ने सभी शॉपओनर्स और कर्मचारियों को शपथ दिलाई कि समाज में महिलओं के साथ हो रहे अत्याचारों को हम अपने प्रयासों से रोकने की कोशिश करेंगे। इसके लिए प्रशासन से कठोर कानून बनाने का दबाव भी डालेंगे। अभी हाल ही में हुई कुछ घटनाओं ने पूरे देश को झंकझोर कर रख दिया। कड़े कानून बने, लेकिन नतीजा सिफर। जहां देखो बेटियों के साथ दुराचार, दहेज उत्पीड़न व अन्य घिनौने कृत्य हो रहे हैं। इसके लिए हम सभी बटलर प्लाजा के शॉपकीपर्स मिलकर इस पर लगाम लगाने के लिए संयुक्त प्रयास करेंगे। बेटियां बोझ नहीं बल्कि समाज के विकास में अहम भूमिका अदा करने वाली देवी हेाती हैं। परिवार और कुल का नाम रोशन करती है।