Bareilly: विंटर वैकेशन खत्म होते ही अवंतीबाई गल्र्स डिग्री कॉलेज का माहौल चुनावी हलचल से गर्म हो गया. वेडनसडे को कॉलेज खुलने के पहले ही दिन से गल्र्स कैंडीडेट्स ने कई पदों के लिए दावेदारी ठोक एक-दूसरे के लिए चुनौती पेश कर दी है. अपने सपोर्टर्स के साथ कैंपेनिंग स्टार्ट कर कैंडीडेट्स ने कैंपस के शांत माहौल में गर्माहट पैदा कर दी.


शुरू हो गई कैंपेनिंगकॉलेज में पहली बार स्टूडेंट्स यूनियन इलेक्शन होने जा रहा है। इसे लेकर उत्सुकता है। गल्र्स ने यूनियन के पदों के लिए अपनी दावेदारी भी ठोक दी है। कैंडीडेट्स अपने सपोर्टर्स के साथ कैंपेनिंग में जुट गई हैं। विंटर वैकेशन के बाद खुले कैंपस के पहले ही दिन से गुटबाजी साफ तौर पर देखने को मिल रही है।प्रॉब्लम्स को लेकर हुईं मुखरकैंडीडेट्स कैंपस की प्रॉब्लम्स को लेकर खुलकर सामने आ रही हैं। अब तक कोई स्टूडेंट्स रिप्रेजेंटेटिव न होने की वजह से वे अपनी समस्याओं को प्रमुखता से नहीं रख पाती थीं लेकिन अब वे मुखर हो चुकी हैं। मैनेजमेंट सिस्टम, कॉमन रूम, कैंटीन समेत कई दिक्कतों को लेकर कैंपेनिंग हो रही है।छात्र संगठन भी मैदान में


इलेक्शन की धमक को देखते हुए कई छात्र संगठन भी मैदान में कूद चुके हैं। एसएफआई समेत कई छात्र संगठन अपने कैंडीडेट्स को चुनाव में उतारने की तैयारी कर रहे हैं।जारी हुई फाइनल वोटर लिस्टकॉलेज ने वेडनसडे को फाइनल वोटर लिस्ट जारी कर दी। टोटल 2,445 स्टूडेंट्स कैंडीडेट्स का भविष्य तय करेंगे। इसमें यूजी के 2,158 और पीजी के 287 स्टूडेंट्स हैं। वेडनसडे को वोटर लिस्ट पर आपत्तियां मंगाई गईं थी। कोई भी आपत्ति नहीं दर्ज की गई।

सिस्टम में कई खामियां हैं। फॉर्म, मार्कशीट समेत कई डाक्यूमेंट्स की व्यवस्था खराब है। इसको प्रमुखता से उठाने वाला कोई नहीं है। अब वक्त आ गया है कि कॉलेज मैनेजमेंट से जवाब मांगा जाए।-प्रीती धनगर, कैंडीडेट, प्रेसीडेंटस्टूडेंट्स की बहुत सारी समस्याएं हैं। स्टाफ सही तरीके से रेस्पॉन्स नहीं करता। अब कैंपस में स्टूडेंट्स रिप्रेजेंटेटिव्ज की बहुत जरूरत है। इसी को देखते हुए हम अपनी तैयारी में जुट गए हैं।-प्रेमलता सिंह, कैंडीडेट, जनरल सेक्रेट्रीकॉलेज में कॉमन रूम नहीं है। न बैठने की कोई ऑल्टरनेट व्यवस्था। अधिकांश गल्र्स कॉलेज गेट के बाहर खड़ी रहती हैं। इससे उनको बहुत प्रॉब्लम होती है। इन सभी अव्यवस्थाओं के लिए अब आवाज मिलेगी।-प्रियंका गंगवार, कैंडीडेट, जनरल सेक्रेट्रीकिसी भी व्यवस्था के लिए कंप्लेन करते हैं तो हमारी सुनवाई नहीं होती। हर स्टूडेंट अपनी प्रॉब्लम को लेकर मैनेजमेंट के चक्कर काटता है। स्टूडेंट्स यूनियन के गठन के बाद सभी की प्रॉब्लम्स एक साथ उठाई जा सकेंगी।-प्रेमलता पटेल, कैंडीडेट, जनरल सेक्रेट्री

Posted By: Inextlive