जिंदगी की डोर काट रहा मांझा
बेटे ने भी छोड़ा साथहादसे में अपने इकलौते बेटे अर्जुन को खोने वाली रानी का रो-रोकर बुरा हाल था। रानी के दो बेटियां भी हैं। दो साल पहले पति देवराज को खोने वाली रानी के लिए ये हादसा दोहरी मुसीबत ले कर आया है। रानी घरों में काम करके बच्चों का पालन पोषण करती थी। गया था खेलने दोपहर में अर्जुन घर के पास हार्टमैन पुल पर बच्चों के साथ खेलने गया हुआ था। इसी दौरान उसकी गर्दन में मांझा फंस गया और उसकी गर्दन कट गई। गर्दन कटने पर वह हिम्मत कर घर की ओर भागा, लेकिन थोड़ी देर बाद वह गिर गया। साथी बच्चों ने घर पर जाकर इसकी जानकारी दी। जब तक परिवार वाले उसे हॉस्पिटल ले जाते उसकी मौत हो गई। पहले भी हुई घटनाएं
सिटी में पहले भी मांझे ने कइयों की जान ली है। कुछ माह पहले श्यामगंज एरिया में कोचिंग जा रही एक छात्रा की नाक कट गई थी। उसे हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था, जहां उसकी जान जाते-जाते बची थी। किला पुल पर भी कुछ माह पहले एक बच्चे की गर्दन कट गई थी। बाइकर्स के साथ भी किला पुल व उसके पास एरिया में रास्ते में जाते वक्त गर्दन व हाथ कटने की घटनाएं हो चुकी हैं।पहले भी कर चुके complainइस घटना के बाद स्थानीय लोग चाइनीज मांझा पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। लोगों में इसको लेकर काफी गुस्सा है। पहले भी लोग चाइनीज मांझा पर रोक लगाने को लेकर डीएम व एसएसपी से शिकायत कर चुके हैं। लोगों ने इस पर रोक लगाने की मांग की थी। अधिकारियों ने चाइनीज मांझा पर रोक लगाने के भी आदेश दिए थे लेकिन इस पर रोक नहीं लग सकी।