दो दिन में 18 साल तक के 27 बच्चे कोरोना पॉजिटिव
- संक्रमित के संपर्क में आने पर बच्चों में पहुंचा संक्रमण
- हेल्थ डिपार्टमेंट ने जारी की एडवाइजरी बरेली : कोरोना का कहर पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष कई गुना अधिक उग्र हो गया है। कोरोना की दूसरी लहर में हर वर्ग के लोग संक्रमण का शिकार हो रहे हैं। वहीं बड़ी संख्या में संक्रमित मरीजों की डेथ भी हो रही है, लेकिन अब थर्ड वेव की आशंका में स्थिति और भी चिंताजनक बताई जा रही हैं। आशंका जताई जा रही है कि अगर थर्ड वेव आई तो इस बार बच्चों के संक्रमित होने का खतरा अधिक है। वहीं बीते कुछ दिनों से कई बच्चों की कोरोना रिपार्ट पॉजिटिव आई है। थर्ड वेव क्यों हो सकती है खतरनाकहेल्थ अफसरों के अनुसार बड़ों की तुलना में बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। वहीं अभी सरकार ने 0 से 10 साल तक के बच्चों को कोविड वैक्सीन लगाने का भी आदेश नहीं दिया है। यही कारण है कि अगर थर्ड वेव आती है तो बच्चों के संक्रमित होने की आशंका अधिक है।
सैटरडे को 24 बच्चे और किशोर में हुई संक्रमण की पुष्टिहेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से सैटरडे को कोरोना संक्रमण की जो सूची शासन को भेजी गई इसमें एक साल से 10 साल तक के नौ बच्चों वहीं 11 से 18 साल तक के 15 किशोरों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। बीते माह की बात करें तो कोरोना जांच के बाद भी बच्चों की रिपोर्ट निगेटिव आ रही थी।
परिजन करा रहे बच्चों की जांच जिला अस्पताल में बने बच्चा वार्ड में भले ही कम ही संख्या में बच्चे एडमिट हो रहे हों लेकिन यहां हार्ट वार्ड के सामने कोरोना जांच सेंटर बना हुआ है। संडे को बड़ी संख्या में बच्चे परिजनों के साथ कोरोना जांच कराने आए थे। परिजनों के अनुसार बच्चों की तबियत बिगड़ने पर उन्हें जांच के लिए लाए हैं। वहीं कुछ बच्चे पॉजिटिव पेशेंट्स के संपर्क में आए इसलिए जांच के लिए पहुंचे थे। इन बातों का रखें ध्यान - बच्चों को भीड़-भाड़ वाले इलाकों में बिल्कुल न जानें दें - किसी भी बाहरी व्यक्ति के पास बच्चों को न ले जाएं - किसी कारण घर से बाहर बच्चों को ले जा रहे हैं मुंह पर मास्क जरुर लगा होना चाहिए - बच्चों को ठंडा पानी न पिलाएं वहीं समय-समय पर उनके हाथ जरुर धुलवाएं या सैनेटाइज करें- बाहर की खान-पान की वस्तुएं बिल्कुल न दें
- बच्चों को हेल्दी डाइट दें बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बड़ों की तुलना में कम होती है। इसलिए कोई भी बीमारी बच्चों को जल्दी घेरती है। वहीं बच्चों के संक्रमित के केसेस अभी कम हैं, लेकिन पिछले माह की तुलना में यह संख्या बड़ी है। वहीं बच्चे अभी कोविड वैक्सीनेट भी नहीं हुए हैं। इसलिए परिजनों से अपील है कोविड से बचाव का सख्ती से पालन करें। डॉ। रंजन गौतम, जिला सर्विलांस अधिकारी