Bareilly: बरेली की लेडीज ब्रिगेड इन दिनों काफी डरी हुई है. शहर के करीब-करीब हर गली-मोहल्ले में चेन स्नैचिंग हो चुकी है. ज्वैलरी पहनकर बाहर निकलना उनके लिए जानलेवा हो गया है. वैसे भी ज्वैलरी से महिलाओं का लगाव किसी से छिपा नहीं है. इसलिए वे बहुत आहत हैं. ऊपर से चेन स्नैचर्स का पता लगाने में पुलिस फिसड्डी साबित हो रही है. स्नैचर्स का डर महिलाओं में इस कदर हावी हो गया है कि वे दिन में भी घर से बाहर निकलने में असुरक्षित महसूस कर रही हैं.

कैसे करें सुरक्षा की उम्मीद?
ज्यादातर महिलाओं ने आई नेक्स्ट से अपने इस दर्द को बयां किया। उन्होंने बताया कि जब हम दिन में ही सुरक्षित नहीं हैं तो रात में पुलिस से सुरक्षा की उम्मीद करें भी तो कैसे? एसपी सिटी अतुल सक्सेना ने बताया कि चेन स्नैचर्स पर प्रभावी कार्रवाई करने के लिए अभी हाल ही में एक मीटिंग बुलाई गई थी। इसमें सीओ भी शामिल हुए थे। उन्होंने बताया कि स्नैचर्स पर प्रभावी कार्रवाई को लेकर रणनीति भी बनाई गई, जिसमें कार्रवाई की कमान सीओ को सौंपी गइ्र्र। सीओ को पूरी कार्रवाई का नोडल इंचार्ज बनाया गया है। सीओ एक-दो दिनों में अपनी कार्रवाई की शुरुआत करेंगे।
 
सब आंकड़ों का खेल

पिछले आंकड़ों को देखें तो डीआईजी ऑफिस के मुताबिक, डिस्ट्रिक्ट में अभी तक चेन स्नैचिंग की केवल एक वारदात बीती 29 फरवरी को हुई थी। इसमें स्नैचर्स को रंगे हाथों पकड़ा गया और धारा 356 के तहत मुकदमा कायम हुआ। यही नहीं इनके रिकॉर्ड के अनुसार, जिले में इस साल जनवरी से 15 मार्च तक लूट की महज 16 वारदात दर्ज की गई हैं, इसमें से दो फर्जी निकलीं। बची 14 घटनाओं में से 7 को पुलिस ने वर्कआउट कर दिया जबकि 7 को सॉल्व करना बाकी है।
न्याय की उम्मीद नहीं
पुलिसिया आंकड़ों से अगर वास्तविक आंकड़ों की तुलना की जाए तो इससे क्लीयर है कि ज्यादातर मामलों के पीडि़त पुलिस से हेल्प लेने जाते ही नहीं हैं। इसके पीछे विक्टिम्स का अपना तर्क है। आई नेक्स्ट को कुछ महिलाओं ने कहा कि पता है पुलिस के पास जाने पर भी हमें लुटा सामान वापस तो मिलेगा नहीं। ऊपर से थाने-चौकी के चक्कर लगाने पड़ेंगे वो अलग। वहीं कुछ ने कहा कि पुलिस से न्याय की उम्मीद नहीं की जा सकती।
कहां चले जाते हैं स्नैचर?
सबसे बड़ा सवाल यह है कि स्नैचर या लुटेरे घटना को अंजाम देने के बाद कहां फरार हो जाते हैं? बीती कुछ वारदातों पर अगर गौर किया जाए तो स्नैचर और लुटेरे ज्यादातर उन एरिया में घात लगाते हैं जहां से वे घटना को अंजाम देने के बाद आसानी से फरार हो सकें। शहर में अब तक जो वारदातें हुई हैं उसमें से एक-आध को अगर छोड़ दिया जाए तो ज्यादातर वारदातें उन इलाकों में हुई हैं जहां से रूरल एरिया नजदीक है। इससे क्लीयर है कि घटना को अंजाम देने वाले आरोपी डिस्ट्रिक्ट के बॉर्डर पर बसे रूरल एरिया के रहने वाले हैं. 
पहले छेड़ा फिर चेन उड़ाई
चेन स्नैचर्स पर लगाम कसने में पुलिस लाचार है। तभी तो उनके हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। अब तो वे छेड़खानी तक पर उतारू हो गए हैं। सैटरडे को कुछ ऐसा ही हुआ। सैनिक विहार कॉलोनी की संगीता अपनी ननद सुनीता के साथ सिकलापुर जा रही थीं। वहां दोनों एक कंप्यूटर ट्रेनिंग सेंटर में टाइपिंग सीखती हैं। संगीता ने बताया कि आजाद इंटर कॉलेज के पास एक लड़के ने दोनों के साथ छेड़छाड़ की। जब उन्होंने घटना का विरोध किया तो लड़के ने उनका हाथ मोड़ दिया और गले से चेन छीनकर फरार हो गया। उन्होंने बताया कि युवक बाइक पर सवार था और कॉलेज के सामने पहले से खड़ा था। वे दोनों श्यामगंज पुलिस चौकी पहुंची और शिकायत दर्ज की। संगीता के मुताबिक, चेन स्नैचर वारदात को अंजाम देने के बाद सिकलापुर की ओर फरार हो गया।

पहले छेड़ा फिर चेन उड़ाई

चेन स्नैचर्स पर लगाम कसने में पुलिस लाचार है। तभी तो उनके हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। अब तो वे छेड़खानी तक पर उतारू हो गए हैं। सैटरडे को कुछ ऐसा ही हुआ। सैनिक विहार कॉलोनी की संगीता अपनी ननद सुनीता के साथ सिकलापुर जा रही थीं। वहां दोनों एक कंप्यूटर ट्रेनिंग सेंटर में टाइपिंग सीखती हैं। संगीता ने बताया कि आजाद इंटर कॉलेज के पास एक लड़के ने दोनों के साथ छेड़छाड़ की। जब उन्होंने घटना का विरोध किया तो लड़के ने उनका हाथ मोड़ दिया और गले से चेन छीनकर फरार हो गया। उन्होंने बताया कि युवक बाइक पर सवार था और कॉलेज के सामने पहले से खड़ा था। वे दोनों श्यामगंज पुलिस चौकी पहुंची और शिकायत दर्ज की। संगीता के मुताबिक, चेन स्नैचर वारदात को अंजाम देने के बाद सिकलापुर की ओर फरार हो गया।

चेन ले उड़ा

सिविल लाइंस में बाइक सवार स्नैचर ने ट्यूजडे को प्रेमनगर निवासी मीनाक्षी जौहरी को सुभाषनगर जाने के दौरान अपना शिकार बनाया। मौका मिलते ही स्नैचर उनकी गले की चेन ले उड़ा। आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
कुंडल नोचे
मंडे को प्रेमनगर निवासी परवीन का कुंडल बाइक सवार युवक लूट कर ले गया। उसी दिन बिहारीपुर खत्रीयान की रहने वाली मीनाक्षी कक्कड़ अपने भाई के घर से वापस लौट रही थीं। रात करीब 8 बजे माल गोदाम रोड पर बाइक सवार स्नैचर उनकी चेन ले उड़े।


कब-कब हुई वारदातें
मंथ    क्राइम     संख्या
जनवरी    स्नेचिंग/लूट     50
फरवरी    स्नेचिंग/लूट     45
मार्च (24 मार्च तक)    स्नेचिंग/लूट    12
फरवरी में पुलिस द्वारा विभिन्न मामलों में लगभग 31 आरोपी अरेस्ट हुए।
स्नैचिंग/लूट
के प्राइम एरिया

प्रेमनगर
बारादरी
कोतवाली
इज्जतनगर
कैंट
किला

सभी थानों को सतर्क रहने को कहा है। क्राइम के प्राइम एरिया पर विशेष चौकसी बरती जा रही है। जेल से छूटे अपराधियों पर नजर रखने के आदेश संबंधित एसओ को दिए गए हैं। जेल से छूटे अपराधी अगर अब भी सक्रिय हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश सभी पुलिस थानों को दिया गया है।
-अतुल सक्सेना, एसपी सिटी

Report by Amber Chaturvedi

Posted By: Inextlive