बरेली में स्वच्छ सर्वेक्षण की तैयारियों को मार्च में परखेगी सेंट्रल टीम
(बरेली ब्यूरो)। शहर में स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के लिए नगर निगम की तरफ से तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन धरातल पर स्थिति कुछ और ही नजर आ रही है। स्वच्छ के नाम पर शहर में करोड़ो रुपए का बजट खर्च किया जा रहा हैं। उसके बाद भी शहर में जगह-जगह कूड़े का ढेर लगा हुआ और पास में आवारा पशु बैठे दिख जाएंगे। शहर मेें जल्द स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत स्वच्छ सर्वेक्षण का सर्वे होने वाला है। जिम्मेदारों के मुताबिक आगामी होने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए दिन रात कार्य किया जा रहा है।
कर रहे अवेयर
नगर निगम की तरफ से बरेलियंस में जागरूकता फैलाने के लिए शहर के समाजसेवियों को इसका ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है। लोगों को जागरूक करने के लिए शहर भर में विभिन्न माध्यमों से पब्लिक में स्वच्छ के प्रति अवेयरनेस फैलाई जा रही है। इसके लिए नगर निगम की टीम सोशल मीडिया का सहारा भी ले रही है। नगर निगम की टीम भी इसके लिए फील्ड में जाकर सफाई कार्यों का जायजा ले रही है। बरेलियंस को गीली कचरे व सूखे कचरे को अलग अलग रखने के लिए भी अïवेयर किया जा रहा है।
बढ़ाई गई प्वाइंट्स की संख्या
पिछली बार शहर में सर्वेक्षण के लिए छह हजार प्वाइंट्स वाले तमाम बिंदुओं
पर सर्वे किया गया था। लेकिन इस बार रैंकिंग के लिए स्थिति बदल चुकी है। इस बार प्वांइट्स की संख्या बढ़ाकर साढ़े सात हजार हो गई है। पिछली बार से रैंकिंग सुधारने के लिए नगर निगम भी प्रयत्न कर रहा है। सर्वे में साढ़े सात हजार प्वाइंट्स वाले बिंदुओं का सर्वे किया जाएगा।
2019 में 117वां स्थान
2020 में 149वांं स्थान
2021 में 153वां स्थान
देश में लगातार फिसली रैंक
नगर निगम अपनी रैंकिंग सुधारने के लिए हर बार दावा तो करता है लेकिन उसके दावों की देश भर की जारी रैंकिंग में हर बार हवा निकल जाती है। इससे जाहिर होता है कि नगर निगम की तरफ से की जाने वाली तैयारियां कितनी मजबूत तरीके से की गई होंगी। वर्ष 2019 में स्वच्छ सर्वेक्षण की रैंक में देश भर में बरेली को 117वां स्थान मिला था तो 2020 में यही रैंक फिसल कर 149वें स्थान पर पहुंच गई। 2021 में यही रैंकिंग 15वें स्थान पर पहुंच गई। इससे यह बात साफ हो जाती है कि नगर निगम की तरफ से स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए की गई तैयारियों सिर्फ हवाई होती है।
ये बिंदु भी है महत्वपूर्ण
- सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट
- गीला-सूखा कूड़ा का अलग कलेक्शन
- पब्लिक फीडबैक
नगर निगम ने कूड़े कलेक्शन को पूरी तरह से कलेक्शन करने वाली एंजेसियों पर छोड़ दिया है। इसकी सही से मॉनीटरिंग भी नहीं की जा रही है, साथ ही शहर के किन घरों से कूड़ा उठाया जा रहा है और कहां फेंका जा रहा है इसकी तरफ भी कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जा रहा है। शहर में 80 वार्डों से कूड़ा का कलेक्शन किया जा रहा है। सिटीजन फीडबैक यूं मिलेगा
अबकी बार सर्वेक्षण के लिए आने वाली टीम लोगों से फेस टू फेस फीडबैक लेगी, ताकि जमीनी हकीकत का सही और सटीक अंदाजा लगाया जा सके। शहर में केंद्र की टीम सर्वे करने के लिए अगले महीने एक से 31 मार्च तक आ सकती है। लोगों से फीडबैक लेने का कार्य भी एक तारीख के बाद से शुरू होगा। वर्जन स्वच्छ के लिए नगर निगम की टीम द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है, इस बार पहले की अपेक्षा रैंकिंग सुधारने पर जोर दिया जा रहा है।
-संजीव प्रधान, पर्यावरण अभियंता