स्वयं सिद्ध मुहुर्त में मनाएं धनतेरस पर्व
बरेली (ब्यूरो)। धनतेरस पर इस बार &हस्त नक्षत्र&य का विशेष शुभ &सर्वार्थसिद्धि एवं अमृत सिद्ध योग&य संयोग बन रहा है। 23 अक्टूबर को पंच दिवसीय पर्व दीपावली की शुरूआत हो रही है। धनतेरस का पर्व रविवार को मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्य पं। राजीव शर्मा की माने तो इस बार खरीदारी के लिए रविवार को पूरे दिन स्वयं सिद्धि अबूझ मुहूर्त रहेगा, जो खरीदारी के लिए रहेगा विशेष शुभ होगा।
रविवार को धनवंतरि पूजा मुहुर्त
प्रात: काल 07:40 बजे से 12:04 बजे तक बर्तन एवं आभूषण क्रय मुहुर्त अपराह्न 1:28 बजे से 2:53 बजे तक एवं सांय काल 5:47 बजे से रात्रि 10:28 बजे तक यम दीप दान मुहुर्त सायं काल (प्रदोष काल) 5:44 बजे से 7:14 बजे तक प्रदोष काल वेला की निशा मुख में शुभ रहेगा। कुबेर पूजन मुहुर्त रात्रि काल 7:09 बजे से रात्रि 8:47 बजे तक रहेगा।
धनतेरस मनाने की विधि
धनत्रयोदशी एक स्वयं सिद्ध मुहुर्त है। इस बार विशेष तौर पर शुक्रवार को प्रदोष मासिक शिवरात्रि होने के कारण इस दिन चांदी के आभूषण एवं बर्तन खरीदना शुभ होगा। इस बार विशेष तौर पर चांदी के आभूषण के साथ तांबे का बर्तन खरीदना विशेष शुभ होगा। इस दिन गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति खरीदना भी शुभ माना जाता है।
खाली ने लेकर आएं बर्तन
धन त्रियोदशी पर किये जाने वाला यह विशेष अनुष्ठान घर में बरकत देने वाला होता है। बर्तन का क्रय शुभ मुहुर्त प्रात: काल 9:17 बजे से अपराह्न 1:05 बजे एवं अपराह्न 1:28 बजे से 2:53 बजे तक के बीच में ही करना चाहिए। विशेषकर जब बर्तन खरीदकर घर में लायें तो उसे खाली न लाएं। बल्कि उसमें अन्न अथवा धन रखकर लाना चाहिए। धन के रूप में चाहें चांदी का सिक्का हो, घर पर बर्तनों को लाकर जल से छींटा लगाकर शुद्ध करें और रोली-मौली तथा अक्षत से उसका पूजन करें। इस दिन स्वयं सिद्ध मुहुर्त होने के कारण वाहन, घर, जमीन, आदि खरीदना भी शुभ रहेगा।
धन त्रियोदशी पर करें दीपदान
स्कन्द पुराण के अनुसार कार्तिक कृष्ण पक्ष त्रियोदशी के प्रदोष काल में यमराज के निमित्त दीप और नैवेध समर्पित करने पर अपमृत्यु अथवा अकाल मौत का नाश होता है। ऐसा स्वयं यमराज ने कहा है यमदीप दान केवल प्रदोष काल मुहुर्त सायं 5:44 बजे से रात्रि 07:14 बजे तक ही करें। यमदीप दान के लिए मिट्टी का एक बड़ा दीपक लेकर उसको स्वच्छ जल से धोने के बाद उसमें दो रूई की बत्तियां बनाकर (चौमुखा दीपक) उसे तिल के तेल से भर दें एवं उसमें कुछ काले तिल भी डाले प्रदोष काल में तैयार किए गए दीपक का रोली, अक्षत एवं पुष्प से पूजन करें तत्पश्चात् घर के मुख्य द्वार पर गेहू अथवा खील की ढेरी बनाकर उसके ऊपर दीपक रखकर प्रार्थना करें।
इन बातों का रखें ध्यान
- इस दिन जरूरत वाली वस्तुओं पर ही धन खर्च करना चाहिए।
- इस दिन किसी को भी धन उधार नही दें और न ही धन उधार लें।
- इस दिन दोपहर में धातु के बर्तन एवं सोने-चांदी इत्यदि आभूषण क्रय करना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इनके साथ ही घर में लक्ष्मी का आगमन होता है।
-धन त्रयोदशी पर सांयकाल दीपक प्रज्वलित करें तथा पूरे घर में प्रकाश करें।
धन त्रयोदशी पर करें खरीदारी
मेष राशि: चांदी के बर्तन एवं इलेक्ट्रानिक सामान खरीदना लाभदायक रहेगा।
वृष राशि: चमकीले वस्त्र चांदी अथवा तांबे के बर्तन खरीदना शुभ रहेगा।
मिथुन राशि: सोने के आभूषण, केसर, वाहन, खरीदना शुभ रहेगा।
कर्क राशि: चांदी के आभूषण सिक्के एवं घरेलू इलैक्ट्रिक सामान खरीदना शुभ रहेगा।
सिंह राशि: ताबें, कांसे के बर्तन, कपड़े एवं सोने की कोई चीज खरीदना शुभ रहेगा।
कन्या राशि: गणेश जी की मरगज की मूर्ति, चांदी का सामान अथवा रसोई का सामान खरीदना शुभ रहेगा।
तुला राशि: सौन्दर्य का सामान, चांदी के बर्तन, सिक्के या सोने का सामान, अथवा सजावटी सामान खरीदना शुभ फलदायक रहेगा।
वृश्चिक राशि: इलैक्ट्रॉनिक उपकरण सोने के आभूषण खरीदना शुभ रहेगा।
धनु राशि: सुघंधित सामान, सोने के सिक्के, आभूषण अथवा सोने का सामान खरीदना शुभ रहेगा।
मकर राशि: वाहन, कपड़े, चांदी के बर्तन, आभूषण खरीदना शुभ रहेगा।
कुंभ राशि: प्रसाधन के सामान, दो पहिया वाहन, सौन्दर्य प्रसाधन का सामान आदि।
मीन राशि: चांदी के सिक्के सोना, चांदी के बर्तन एवं इलैक्ट्रॉनिक उपकरण खरीदना लाभदायक रहेगा।
धनतेरस पर यह न खरीदें
लोहा, चमड़े से बना हुआ सामान, तामसिक सामान आदि। इसके साथ ही अपने मित्र, रिश्तेदारों को पटाखे, चमड़े का सामान, लोहे का सामान आदि गिफ्ट न करें।
स्वयं सिद्ध मुहूर्त में मनाएं धनतरेस, राशि के अनुसार करें खरीदारी
-23 अक्टूबर को मनाई जाएगी धनतेरस
-धनतेरस पर &हस्त नक्षत्र&य में बन रहा विशेष शुभ &सर्वार्थसिद्धि एवं अमृत सिद्ध योग&य
-खरीदारी के लिए रहेगा विशेष शुभ होगा विशेष लाभ
-पूरे दिन रहेगा स्वयं सिद्धि अबूझ मुहुर्त