CBSE का हर स्कूल बनेगा 'specialised'
स्टूडेंट्स की टेक्निकल स्किल बढ़ाना मकसदबोर्ड अपने एफिलिएटेड स्कूल्स में 40 वोकेशनल कोर्स कंडक्ट कराता है। इनमें से 4 सेकेंड्री लेवल और बाकी के सभी हायर सेकेंड्री यानी इंटर लेवल पर कंडक्ट किए जाते हैं। ये कोर्सेज डिफरेंट सेक्टर्स से रिलेटेड हैं, जिनकी मार्केट में ज्यादा डिमांड है। इनके सहारे स्टूडेंट्स अपना रोजगार डेवलप कर सकते हैं। अकाउंटिंग, ऑडिटिंग, बैंकिंग, आईटी, मार्केटिंग, सेल्स, इलेक्ट्रिकल, सिविल, मैकेनिकल, हेल्थ केयर, ब्यूटी केयर, फैशन, पोल्ट्री, फूड, बेकरी समेत अन्य इंडस्ट्री ओरिएंटेड सेक्टर्स में कोर्स कंडक्ट किए जाते हैं।इस session से 4 नए कोर्स
सीबीएसई के वोकेशनल एजुकेशन के प्रोग्राम ऑफिसर विश्वजीत साहा के अनुसार, बोर्ड ने सेशन 2013-14 से 4 नए वोकेशनल कोर्स इंट्रोड्यूस किए हैं। ये सभी कोर्स क्लास 9 से ही पढ़ाए जाएंगे। बोर्ड से एफिलिएटेड स्कूल्स में यह कोर्स कंडक्ट किए जाएंगे। रिटेल, सिक्योरिटी, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और ऑटोमोबाइल टेक्नोलॉजी में कोर्स स्टार्ट किए गए हैं। सेंट्रल गवर्नमेंट की मिनिस्ट्री ऑफ ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट ने नेशनल वोकेशनल एजुकेशन क्वालीफिकेशन फ्रेमवर्क लॉन्च किया है। इसके तहत स्कूल्स, कॉलेजेज, पॉलीटेक्निक और यूनिवर्सिटीज में ऐसे कोर्सेज कंडक्ट किए जाने हैं।Industry की डिमांड
स्कूल लेवल पर पढऩे वाले सभी स्टूडेंट्स को इंडस्ट्री की डिमांड के अनुसार टेक्निकली स्किल्ड बनाया जाए, इस अपील के पीछे बोर्ड की यही मंशा है, जिससे इंडस्ट्री को स्किल्ड मैनपॉवर मिल सके। स्टूडेंट्स अपने एरियाज ऑफ इंट्रेस्ट के अनुसार कोर्स सेलेक्ट कर सकते हैं। जिससे स्कूल लेवल की एजुकेशन पूरी करने के बाद वे थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल नॉलेज भी गेन कर सकें। स्कूल एजुकेशन पूरी करने के बाद यदि चाहें तो वे सेल्फ इंटरप्रेन्योर भी बन सकते हैं।Skilled manpower की कमीबोर्ड द्वारा जारी आकड़ों के अनुसार, देश में जितनी वर्किंग मैन पावर है, उसमें से केवल 5 परसेंट वर्कर्स ही स्किल्ड हैं। एक अनुमान के अनुसार, आने वाले एक साल और उससे ज्यादा समय में लेबर फोर्स में 2 परसेंट की बढ़ोतरी होगी। करीब 7 मिलियन मैन पावर इंडस्ट्री में हाथ-पांव मारने के लिए तैयार हो जाएंगे। इसको देखते हुए बोर्ड की यह योजना है कि यह मैन पावर जब इंडस्ट्री में इंटर करें, तो अपने सेक्टर में टेक्निकली स्किल्ड हों।Regular पढ़ाई भी जारीसीबीएसई के स्कूल्स में कंडक्ट होने वाले इन वोकेशनल कोर्सेज में रेगुलर स्टूडेंट्स भी एडमीशन ले सकते हैं। इनकी ड्यूरेशन घंटों में है। कोर्स इंडस्ट्री ओरिएंटेड, एकेडमिक्स से इम्प्लॉयबिलिटी पर फोकस्ड, सभी सेक्टर्स में इम्प्लॉयमेंट प्रोवाइड कराना, स्पेसिफिक एरियाज के हायर एजुकेशन में अपॉच्र्युनिटी प्रोवाइड करने के मकसद से खोले गए हैं।Institutes से tie-up
वोकेशनल कोर्स को पढऩे वाले स्टूडेंट्स टेक्निकली स्किल्ड हों, इसके लिए बोर्ड ने तमाम एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स से टाईअप किया है। ताकि स्टूडेंट्स को थ्योरी के साथ प्रैक्टकल नॉलेज तो मिले ही, इन कोर्सेज को पढ़ाने वाले टीचर्स भी वेल ट्रेंड हो सकें। बोर्ड ने रोलटा इंडिया, निफ्ट, सीआईआई, डब्लूडब्लूआई, एनएचएमआईटी, इंटेल समेत कई और ऑर्गनाइजेशन के साथ टाईअप किया है। इसके साथ ही बोर्ड ने ऑस्ट्रेलिया के सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से भी टाईअप किया है। इनके सहयोग से स्कूल्स में लेटेस्ट कोर्स इंट्रोड्यूस किया जा सकेंगे।सभी स्कूल्स से अपीलअभी तक ये वोकेशनल कोर्सेज स्कूल्स मैनेजेमेंट पर निर्भर थे। जो भी इन्हें अपने यहां कंडक्ट कराना चाहता था, वो ही इन कोर्सेज से एफिलिएशन लेता था पर अब नेक्स्ट सेशन से सीबीएसई के सभी एफिलिएटेड स्कूल्स में वोकेशनल कोर्स कंडक्ट किए जाएंगे। वोकेशनल कोर्स के प्रोग्राम ऑफिसर डॉ। विश्वजीत साहा ने सभी स्कूल्स से रिटेन अपील की है कि वे अपने स्कूल में लिस्टेड वोकेशनल कोर्सेज में से एक या फिर उससे ज्यादा कोर्सेज कंडक्ट कराएं।पायलट प्रोग्राम के तहत 42 स्कूल्स
इस सेशन से यह कोर्स विधिवत तरीके से लागू किए जाने से पहले बोर्ड ने सेशन 2012-13 में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 42 स्कूल्स में कोर्स इंट्रोड्यूस कर दिया था। सभी कोर्सेज 200 घंटे के होंगे, जिसमें मल्टीमीडिया पैकेज भी शामिल है।सीबीएसई स्कूल्स में वोकेशनल कोर्स स्टार्ट करने के पीछे बोर्ड की यही मंशा है कि क्लास 12 की पढ़ाई के बाद जितने भी स्टूडेंट्स इंडस्ट्री में आ रहे हैं, वो स्किल्ड हों। नॉर्मली ऐसे वोकेशनल कोर्सेज को पढऩे के लिए स्टूडेंट्स जीटीआई व आईटीआई का रुख करते हैं। स्कूल लेवल पर स्टार्ट होने से उनको वहां से बेहतर शिक्षा मिलती है। इससे अपने इंट्रेस्टेड सेक्टर में वे अपना रोजगार भी स्थापित कर सकते हैं।-राजीव ढींगरा, स्पोक्सपर्सन, इंडिपेंडेंट स्कूल एसोसिएशनमार्केट की डिमांड के अनुसार हमारे स्कूल में वोकेशनल कोर्स कंडक्ट किया जा रहा है। क्लास 9 और 10 के स्टूडेंट्स के लिए इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी का कोर्स कंडक्ट किया जा रहा है। कुछ और नए कोर्स भी कंडक्ट कराने की योजना पाइपलाइन में है। नेक्स्ट सेशन से इंडस्ट्री की डिमांड को ध्यान में रखते हुए स्टूडेंट्स को टेक्निकल स्किल्ड नॉलेज देने के लिए कुछ और कोर्स इंट्रोड्यूस किए जाने की योजना है।दीपक अग्रवाल, प्रिंसिपल, बीबीएल
Report by: Abhishek Singh