Bareilly:यदि फिक्र होती तो एसबीआई की कैश पिकअप सर्विस के जरूर कस्टमर बनते. यूं तो कई बार बैंक के बाहर रुपए जमा करने से पहले ही बरेलियंस के लाखों लुट चुके हैं. इसके बावजूद कोई इस सर्विस की सुविधा नहीं लेना चाहता. ऑफ दि रिकॉर्ड बात करें तो कहीं दो नंबर का मामला तो नहीं... पढि़ए आई नेक्स्ट की एक रिपोर्ट


SBI के CPS से दूर-दूर Bareillians

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने कस्टमर्स की सहूलियत के लिए 6 महीने पहले सीपीएस (कैश पिकअप सिस्टम) की शुरुआत की थी। यह सर्विस कैश डिपॉजिट करने के लिए कस्टमर्स को मोटी रकम लेकर निकलने के खतरे से बचाने के लिए लॉन्च की गई। उम्मीद की जा रही थी कि इस सर्विस को अच्छा रिस्पोंस मिलेगा और ज्यादातर लोग इससे जुड़ेंगे लेकिन हुआ बिल्कुल उलटा। अब तक एक भी कस्टमर ने इस सर्विस को अवेल करने की इच्छा नहीं जताई है। जबकि बैंक अधिकारियों का कहना है कि इसका प्रचार-प्रसार किया गया है। लोगों को इसके बारे में पूरी जानकारी दी गई है। साथ ही मोटी रकम डिपोजिट कराने वाले कस्टमर्स को फोन से भी कॉन्टेक्ट कर इसकी सूचना दी गई है।
No registration
एसबीआई की सिविल लाइंस ब्रांच में बैठने वाले एजीएम अश्वनी दरबारी बताते हैं कि अब तक सीपीएस में एक भी रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया है। वे अपने कस्टमर्स को इसके बारे में टाइम टु टाइम इन्फॉर्म भी करते रहते हैं लेकिन अभी तक किसी भी कस्टमर ने यह सर्विस अवेल करने के लिए पॉजिटिव सिग्नल नही दिया है। सीपीएस सर्विस स्पेशली स्मॉल और मीडियम लेवल कॉरपोरेट ऑफिसेज और बिजनेसमैन के लिए शुरू की गई है क्योंकि उनके द्वारा अक्सर ही बैंक में 1 लाख रुपए से ज्यादा रुपए का डिपोजिट कराई जाती है और उनकी ही सुरक्षा के लिए ये सर्विस बनाई गई है।
Bank आएगा आपके पास
कैश पिकअप सिस्टम ऐसी सर्विस है जिसमें 1 लाख से ऊपर की रकम जमा करने के लिए आपको कैश खुद लेकर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बैंक खुद या किसी एजेंसी के थ्रू आपका कैश आपके पास से पिक करवाएगी और उसे डिपॉजिट करेगी। इस सर्विस के लिए आपको कुछ एक्स्ट्रा चार्ज पे करना होगा। एसबीआई के चीफ मैनेजर सुनील कुमार ने बताया कि 1 से 2 लाख रुपए डिपॉजिट करने के लिए मंथली चार्ज 2150 रुपए पे करना होगा। इसके साथ 500 रुपए पर डे वॉल्ट चार्ज और करीब 200 रुपए पर ट्रिप कैश लिफ्टिंग चार्ज देना होगा। कैश लिफ्टिंग चार्ज वैरिएट कर सकता है।
CMP customers
जहां तक हाई वैल्यू कस्टमर्स की बात है तो उनके लिए सीएमपी मतलब कैश मैनेजमेंट प्रॉडक्ट की फैसिलिटी पहले से ही अवेलेबल है। सीएमपी में भी डिपॉजिट के साथ-साथ ट्रांसफर के लिए भी कैश कस्टमर के पास से ही पिक करने की फैसिलिटी दी जा रही है। सीएमपी में वो कॉरपोरेट ऑफिस आते हैं जिनका ऑल ओवर इंडिया में नेटवर्क है। हालांकि सीएमपी कस्टमर्स भी सीपीएस की सर्विस अवेल कर सकते हैं।
कितना लगता है charge

1 से 2 लाख रुपए के लिए2150 रुपए पर मंथ- सीपीएस सर्विस चार्ज500 रुपए पर डे- वॉल्ट चार्ज200 रुपए पर ट्रिप- कैश लिफ्टिंग चार्जनोट

कैश लिफ्टिंग चार्ज वैरिएट कर सकता है.वॉल्ट चार्ज सीक्योरिटी के लिए लिया जाता है.
मैंने देखा है कि लोग कोई भी नई सर्विस अवेल नहीं करना चाहते। चाहे वह मोबाइल बैंकिंग हो या ऑनलाइन हो। सीपीएस के जरिए हम अपने कस्टमर्स को सीक्योरिटी देना चाहते हैं और उनका टाइम भी बचाना चाहते हैं।
-अश्वनी दरबारी
एजीएम, एसबीआई


वैसे तो अमूमन चेक से ही काम चल जाता है लेकिन साल में एक-दो बार 1 लाख रुपए से ऊपर का कैश डिपॉजिट मैं करवाता हूं। मेरी जान-पहचान के भी कुछ लोग इतना या इससे ज्यादा का कैश डिपॉजिट करवाते हैं लेकिन अभी मेरे पास बैंक की तरफ से ऐसी किसी सर्विस की जानकारी नहीं आई है।
-राजेश अग्रवाल
जिलाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल

Report by Tripti Shukla

Posted By: Inextlive