एटीएम में नहीं पहुंचे पांच लाख रुपए
- एटीएम में लोड करने थे 1 करोड़ 31 लाख पर लोड किए सिर्फ 1 करोड़ 26 लाख
- सिक्योरिट्रांस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की वैन में चार कर्मचारी कैश लोड करने निकले थे -चारों कर्मचारियों के खिलाफ कोतवाली में दर्ज हुई एफआईआर BAREILLY: एचडीएफसी बैंक से एक वैन क् करोड़ फ्क् लाख रुपए लेकर शहर के अलग-अलग एटीएम में रुपए डालने के लिए निकली। वैन में एटीएम में रुपए लोड करने वाली कंपनी के चार कर्मचारी सवार थे। चारों ने क् करोड़ ख्म् लाख रुपए एटीएम में लोड भी कर दिए, लेकिन पांच लाख रुपए एटीएम में नहीं पहुंचे। ये रुपए कहां गए इसका जवाब किसी के पास नहीं है। पांच दिन बाद भी रुपए ना मिलने पर एटीएम में रुपए लोड करने वाली कंपनी के मैनेजर ने चारों कर्मचारियों के खिलाफ कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई है।कई बैंक के रुपए लोड करती है कंपनी
सिविल लाइंस कोतवाली में सिक्योरिट्रांस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की ब्रांच है, जिसमें रिटायर्ड कैप्टन रामकृष्ण गिरी मैनेजर हैं। मैनेजर के अनुसार कंपनी आईसीआईसीआई, एचडीएफसी, कर्नाटक बैंक, यश बैंक, धनलक्ष्मी बैंक और बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम में कैश लोडिंग का काम करती है। 9 अगस्त सुबह करीब क्क् बजे कैश ऑफिसर अमित कुमार सिंह, सुरेश कुमार, गन मैन ज्ञानपाल और ड्राइवर संजीव एचडीएफसी बैंक की सिविल लाइंस स्थित हेड ब्रांच से अलग-अलग एटीएम में रुपए डालने के लिए वैन से निकले थे। वैन में क् करोड़ फ्क् लाख रुपए थे। एटीएम में क् करोड़ ख्म् लाख रुपए लोड कर दिए गए, लेकिन भ् लाख रुपए नहीं डाले गए।
पूछताछ में नहीं दिया सही जवाब रामकृष्ण ने बताया कि जब पूरे रुपए नहीं लोड किए गए तो उन्होंने चारों से रुपयों के बारे में पूछा तो किसी ने गायब रुपयों के बारे में कुछ भी नहीं बताया। बार-बार पूछने पर भी कोई संतुष्ट जवाब नहीं मिला। यही नहीं बैंक के माध्यम से सभी एटीएम की भी जांच की गई तो किसी में भी एक्स्ट्रा रुपए लोड नहीं किए गए थे, इसलिए उन्हें शक है कि रुपए इन्हीं चारों ने गायब किए हैं। कोतवाली में चारों के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। अब पुलिस जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि पांच लाख रुपये कहां गए और चारों में से किसने और कैसे गायब किए।