-- संवत 2071 पर रहेगी शानि की नजर

-- बरेली को फायदा पहुंचाएगा शनि

-- विभिन्न राशियों पर शनि की तिरछी नजर

BAREILLY: नव संवत्सर 2071 (2014-15) एक अप्रैल से शुरू हो गया। इस पूरे वर्ष के दौरान शनि की नजर बरेली सहित सभी राशियों पर रहेगी। इस बार बरेली पर शनि का पॉजिटीव इफेक्ट होगा। ज्योतिषाचार्यो के मुताबिक बरेली की राशि 'वृष' है। यह आर्थिक दृष्टि से बरेली की तरक्की में मदद करेगा। मतलब यह कि आय में वृद्धि होगी। पूरे वर्ष शहर में सुख-शांति बनी रहेगी। वहीं दूसरी ओर विभिन्न राशियों पर शनि की तिरछी नजर है। इसका निगेटिव इफेक्ट विभिन्न राशि के जातकों पर पड़ेगा। विभिन्न राशियों पर शनि 2014-15 में स्थूल रूप से क्या असर पड़ेगा। जानने के लिए पढि़ए ये रिपोर्ट

सभी राशियों पर रहेगा प्रभाव

शनि ग्रह विशाखा नक्षत्र और तुला राशि पर विराजमान रहेगा। वर्ष के अन्त तक यह वृश्चिक राशि में अग्रसर होने के लिए तुला राशि के 28वें अंश पर होगा। शनि की साढ़े साती पूरे साल में कन्या, तुला व वृश्चिक राशि वालों को लगी रहेगी। मेष, सिंह, व कुंभ राशि के लिए शनि की ढैया रहेगी, जबकि मीन व मिथुन राशि को पंचम और अष्टम शनि रहेगा। अपनी गोचर यात्रा के दौरान शनि शुभ और अशुभ फल देता रहता है, जोकि जातक की जन्म कालीन स्थितियों के अनुसार प्रकट होती हैं।

मेष ((Aries)

इस वर्ष मेष राशि वालों के लिए शनि का पाया सुवर्ण रहेगा। शनि के प्रभाव से यात्रा में कष्ट, आय कम व खर्च अधिक होंगे। निर्वाह योग्य आय के साधन बनेंगे। व्यर्थ की परेशानियां व उलझनों से मन अशांत रहेगा। दाम्पत्य जीवन को प्रभावित करेगा।

वृष ((Taurus)

वृष राशि के लिए शनिदेव तांबे के पाये पर रहेगा। शनि पराक्रम, उत्साह वृद्धि तथा आर्थिक दृष्टि से शुभ फलदायक रहेगा। परिवार में शुभ कार्य पर अत्यधिक व्यय होगा। परिश्रम अधिक करने के साथ भी फल प्राप्ति न्यून बनती है।

मिथुन ((Gemini)

इस राशि वालों के लिए शनि के योग से चांदी का पाया बनता है। इससे पारिवारिक पीड़ा बढ़ेगी। आय कम व व्यय अधिक। परिश्रम अधिक करने के बाद भी फल की प्राप्ति नहंीं होती है। विद्या व परिवार संबंधी कायरें में कठिनाइयों के बाद सफलता मिलेगी।

कर्क ((Cancer)

इस वर्ष का शनि लोहे के पाये से तथा शनि की ढैया से ग्रसित है, जो अशुभ फल देने वाला होगा। बनते कायरें में बाधा आएगी, मन में व्याकुलता रहेगी। माता-पिता को कष्ट और घर में क्लेश योग बनेगा। विशेष शारीरिक कष्ट व परेशानियां बढ़ेंगी।

सिंह ((Leo)

शनि की ताम्र पाया से विशेष परिश्रम करने के बाद धनादि सुखों की प्राप्ति होगी। धन हानि का योग बनता है। बनते कायरें में विघ्न बाधाएं पैदा होंगी। मंगल के सिंह राशि में प्रवेश से धन की प्राप्ति होगी। उत्साह में भी वृद्धि होगी।

कन्या ((Virgo)

कन्या राशि के लिए शनि की साढ़ेसाती एवं शनि का पाया सुवर्ण होने से व्यावसायिक उलझने रहेंगी। क्लेश-विवाद से पारिवारिक कार्यो की गति मंद होगी। संतान प्राप्ति का योग बिगड़ सकता है। आय की अपेक्षा व्यय ज्यादा होगा।

तुला ((Libra)

यह राशि शनि की अपनी उच्च राशि है। चांदी पाद पर लग्नस्थ शनि की साढ़ेसाती चलेगी, जिससे अकस्मात धन की प्राप्ति का योग बनता है। क्लेश-विवाद से पारिवारिक कायरें की गति मंद होगी। कार्य-व्यवसाय में आर्थिक उलझनें रहेंगी।

वृश्चिक ((Scorpio)

वृश्चिक राशि के लिए मस्तिष्क पर चढ़ती शनि की साढ़ेसाती रहेगी। लोहे के पाये पर शनि की नजर जातक को रोग, पीड़ा और बाधाएं देगा। आय कम और खर्च अधिक होंगे। पारिवारिक उलझनों का सामना करना पड़ेगा।

धनु ((Sagittarius)

धनु राशि पर शनि तांबे के पाये पर प्रभाव डालेगा। नए कार्य व व्यवसाय की योजना बनेगी। विशेष कठिनाइयों के बाद भी धन प्राप्ति के साधन बनेंगे। उत्साह धैर्य वृद्धि तथा मानसिक संतुष्टि का योग रहेगा। धैर्य की वृद्धि होगी।

मकर ((Capricorn)

मकरस्थ शनि स्वामी यानि मकर राशि का शनि मालिक है। चांदी के पाये पर शनि की नजर होगी। अकस्मात धन की प्राप्ति का योग बनेगा। खर्च की अधिकता रहेगी। बनते कामों में व्यवधान का योग बनता है।

कुंभभ (Aquarius)

कुंभ राशि वाले जातकों के लिए सोने के पाये पर शनिदेव अपना प्रभाव दिखाएंगे। यह वर्ष जातक के लिए काफी परिवर्तन कारक तथा कार्यशैली सामान्य रहेगी। धन का कुछ दुरुपयोग व शासन से कुछ भयभीत स्थिति भी बनेगी। आर्थिक कमी के कारण परिवार में तनाव की स्थिति बनेगी।

मीनन (Pisces)

मीन राशि के लिए ढैया की स्थिति में शनि की लौह पाया पर नजर रहेगी। इसके प्रभाव से रोग, बाधा, पीड़ा, पति-पत्‍ि‌न में मनमुटाव तथा अचानक विवाद से धन हानि का योग भी बनेगा। आय के साधन सीमित एवं खर्च अधिक होंगे।

ये हैं उपाय

शनि की कृपा बनाए रखने के लिए सदैव ही ईश्वर भक्ति दान-पुण्य और दरिद्र लोगों का उत्थान करते रहना चाहिए। समाज सेवा एवं परोपकार करने से शनि का दोष कम होता है। ज्योतिषाचार्य का कहना है कि शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा और पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाने से भी शनि का दोष कम होता है। यह जातकों के लिए फलदायी साबित हो सकता है।

इस संवत में शनि की नजर सभी राशियों पर पड़ रही है। बरेली के लिए यह काफी अच्छी है। जबकि कुछ राशियों पर इसका निगेटिव इफेक्ट देखने को मिल सकता है, जिनकी राशि पर शनि की नजर है ऐसे जातक शनि को प्रसन्न कर आने वाले व्यवधान से छुटकारा पा सकते हैं।

-- डॉ। संजय सिंह, ज्योतिषाचार्य

Posted By: Inextlive