कारों की बिक्री बढ़ी
मार्केट एक्सपट्र्स के मुताबिक लास्ट इयर की तरह इस साल भी दिसंबर में सेल डबल होने के पूरे चांस हैं। लास्ट इयर कोरल मोटर्स ने केवल दिसंबर में 300 मॉडल बेचे थे। थ्रू आउट द इयर यह सेल 150 मॉडल्स पर मंथ थी। यही सरकमस्टांसेस इस बार भी बन रहे हैं। इसकी कई वजहें हैं
शादियों का सीजन है। दहेज के लिए कार तो चाहिए ही। यह भी एक बड़ी वजह है कारों के बिकने की। नए साल से रेट बढ़ जाएंगे तो लड़की वाले जनवरी में होने वाली शादियों के लिए भी अभी से कार खरीद रहे हैं। शादियों के फिक्स बजट में कुछ हजार का एक्स्ट्रा खर्च भी बहुत हो जाता है।
Offers की last बौछार
होली, दशहरा और दीपावली, सारे फेस्टिव सीजन चले गए। अब बचा है तो क्रिसमस और न्यू इयर। साल का लास्ट मंथ है। बस यूं समझिए कि 2011 के ऑफर्स की लास्ट बौछार है यह। इस बौछार का फायदा उठाने के लिए भी बरेलियंस कार खरीद रहे हैं।
Waiting का खतरा
यह साल खत्म होते-होते कंपनीज अपना स्टॉक भी खपा देना चाहती हैं। आज जो मॉडल आपको तुरंत का तुरंत मिल रहा है। जनवरी में उसकी बुकिंग के बाद तीन महीने वेट भी करना पड़ सकता है। ये सारी सिचुएशंस मिलकर ऐसा माहौल बना रही हैं कि कंपनीज माल बेचना चाह रही हैं और कस्टमर्स माल खरीदना चाह रहे हैं।
Offers में कमी
कोरल मोटर्स के एमडी अजय अग्रवाल ने बताया कि एक तरफ तो मारुति अपने मॉडल्स पर 10 से 20 हजार रुपए तक की बढ़ोतरी करेगी। दूसरी तरफ ऑफर्स में भी 10 हजार रुपए तक की कटौती हो सकती है। 30 हजार रुपए लेस का ऑफर 20 हजार रुपए लेस तक गिर सकता है। कारों के रेट बढऩे की बड़ी वजह है डॉलर के मुकाबले रुपए का कमजोर होना। इस वजह से इनपुट कॉस्ट बढ़ रही है। इस बार का प्राइस हाइक लास्ट इयर के कैंरिजन में कुछ ज्यादा है। बरेलियंस यह मौका चूकना नहीं चाहते हैं।
Model no bar
साल के अंत में कार खरीदने के इतने सारे रीजन हों तो मॉडल कोई मायने नहीं रखता। सिविल लाइंस के सुरेश मेहता कार खरीद रहे हैं। उनका कहना है कि अगले साल तो रेट बढ़ जाएंगे तो एक साल नए मॉडल को लेकर
क्या करेंगे। आज जितने कम रेट में कार खरीद लेंगे कल को उनका उतना ही ब्याज बचेगा।
Rate increased
कई लीडिंग ब्रांड्स डिक्लेयर कर चुके हैं कि वे न्यू इयर शुरू होते ही अपने मॉडल्स के रेट बढ़ा देंगे। यह बढ़ोतरी 1 से 3 परसेंट तक हो सकती है।
हुंडई डेढ़ से 2 परसेंट तक
जनरल मोटर्स 1 से 2 परसेंट
फोर्ड इंडिया 3 परसेंट तक
टोयोटा किर्लोस्कर 3 परसेंट तक
मारुति सुजुकी 1 परसेंट तक
पिछले करीब दो साल से यह ट्रेंड देखने में आया है। लोग अब एक साल नया मॉडल लेने के लिए इंतजार नहीं करते। उन्हें आज ही बेस्ट डील मिल रही है तो आज खरीदेंगे। यही वजह है कि दिसंबर में नॉर्मल मंथ्स से 100 परसेंट ज्यादा सेल होती है।
-सचिन भसीन
डायरेक्टर, हुंडई शोरूम
एक-दो नहीं बल्कि इस सीजन में कारें खरीदने के लोगों के पास कई रीजन हैं। लोग आज की बचत पर ध्यान दे रहे हैं न कि नए मॉडल पर। उन्होंने आज में जीना सीख लिया है। पहले परचेजिंग के बारे में सोचना चाहिए। रीसेल की बात तो बाद की है। परचेजिंग के बाद रीसेल के बारे में सोचना चाहिए। यह एटिट्यूड रहता है कस्टमर्स का।
-राजीव साहनी
डायरेक्टर, एक्सेस शेवरोलेट
सेल में मैक्सिमम तेजी 3 से 5 लाख रुपए तक की कारों में आई है। इससे ऊपर के कस्टमर्स पर 10-20 हजार रुपए बढऩे का कोई असर नहीं पड़ता है। वे आज नहीं लेंगे तो कुछ दिन वेट करने के बाद ले लेंगे। अपना फेवरेट मॉडल ही। फिर चाहे वह कुछ हजार महंगा ही क्यों न हो गया हो।
- अजय अग्रवाल, एमडी, कोरल मोटर्स
मुझे पता चला कि गाडिय़ों के रेट बढ़ रहे हैं तो शोरूम चला आया। गाड़ी खरीदनी तो थी ही
तो एक-दो महीने पहले खरीद लूंगा। अपने लिए ही लेनी है तो कुछ हजार ज्यादा खर्च करने का क्या फायदा।
-राज कपूर, कस्टमर