Bareilly: 'कहानी कम्मो की' नाटक पुरुष प्रधान समाज में एक महिला के संघर्ष की कहानी है. नाटक में महिलाओं की दयनीय दशा को दिखाया गया. नाटक में गांव की एक गरीब लड़की की कॉलगर्ल बनने की कहानी का मंचन है. ग्राहक की तलाश में सड़क पर खड़ी कम्मो अपनी दास्तान बयान करती है.


मुश्किल हुआ गांव में रहनाकम्मो मां के साथ गांव में रहती है, उसे अपने पिता के बारे में कुछ नहीं पता। उसकी मां घरों में बर्तन साफ करती है। उनको दो वक्तका खाना भी मुश्किल से नसीब होता था। दोनों अपनी दुनिया में खुश थे पर जब वह 16 साल की थी तब गांव के जमींदार के मुनीम ने उसका बलात्कार किया और यहीं शुरू हुआ कम्मो का संघर्ष। उसके बाद उसका गांव में रहना मुश्किल हो गया। तंग आकर वह दिल्ली आ गई। यहां उसने नौकरी तलाशने की काफी कोशिश की पर यहां भी उसका शारीरिक शोषण होता है। इसके बाद कम्मो कालगर्ल बनने का फै सला करती है। नाटक :    कहानी कम्मो कीलेखक व निर्देशक : मोहित सक्सेनाकलाकार : राधासंघर्ष की कहानीTodays Playनाटक :    अंधेर नगरी चौपट राजासमय :    शाम साढ़े छह बजेस्थान :    गंगाचरण ऑडीटोरियम

Posted By: Inextlive