केबिन में जुड़ेंगे पति-पत्नी के टूटे रिश्ते
परिवार परामर्श केंद्र होगा सभी जरूरी सुविधाओं से लैस
केंद्र में पति-पत्नी के बीच विवाद सुलझाने के लिए बनेंगे चार केबिन BAREILLY: यूं तो पति-पत्नी के रिश्ते की डोर काफी मजबूत होती है पर कई बार मामूली बातों पर इस रिश्ते में दरार आने लगती है। इसे जल्द से जल्द भरना बेहद जरूर होता है वरना ये रिश्ते को खत्म भी कर सकती है। अक्सर देखने में आता है कि पति-पत्नी के बीच प्रॉब्लम क्रिएट होने की वजह दूसरे लोग होते हैं। ऐसे ही कुछ केसेस का बीड़ा बरेली पुलिस ने उठाया है। इसके लिए परिवार परामर्श केंद्र को सारी फैसिलिटीज से लैस किया जा रहा है। परामर्श केंद्र में अलग से केबिन बनाई जाएंगी, जिससे पति-पत्नी के बीच में सुलह कराने में कोई बाधा ना बन सके। यही नहीं यहां रिसेप्शन भी बनाया जाएगा। 60 परसेंट केस सुलझेपति-पत्नी व दहेज से जुड़े केसेस को सुलझाने के लिए एसएसपी जे रविंद्र गौड ने 8 फरवरी से पुलिस लाइन में परिवार परामर्श केंद्र की शुरुआत की थी। यहां आने वाले केसेस में सुलह हो जाए, इसके लिए सीनियर काउंसलर भी तैनात किए गए। एसएसपी ही ये पहल रंग लाई और यहां आने वाले केसेस की संख्या बढ़ती गई। करीब 400 केस अब तक परामर्श केंद्र में पहुंच चुके हैं। इसमें से 60 परसेंट केसेस सुलझाए भी जा चुके हैं, कई केसेस में अभी भी सुनवाई चल रही है तो कुछ मामले नहीं साॅल्व हुए।
कम्यूनिकेशन गैप से दिक्कत एसएसपी ने जब अनसुलझे केसेस की समीक्षा की तो पाया कि पति-पत्नी के बीच सही कम्यूनिकेशन ना हो पाने की वजह से केस सॉल्व नहीं हो सके। इन केसेस में पति पत्नी के बीच दहेज की प्रॉब्लम ना होकर पर्सनल प्रॉब्लम्स थीं। जैसे किसी केस से वाइफ ने हसबैंड का अफेयर किसी और से होने का आरोप लगाया तो कुछ केसेस में मां-बाप के वजह से ही विवाद ज्यादा बढ़ने की बातें सामने आई। इसके अलावा ऐसे केस भी आए, जिसमें पत्नी अच्छा खाना नहीं बनाती है, पत्नी नौकरी करना चाहती है तो कहीं पत्नी बार-बार मायके जाना चाहती है। ऐसे मामलों में कांउसलिंग के दौरान पति-पत्नी की बातचीत में परिजन बीच में ही बोलने लगे और मामला बिगड़ गया। ASP सचेंद्र पटेल को जिम्मेदारीअब एसएसपी ने ऐसे केसेस सुलझाने के लिए भी कमर कस ली है। इसका जिम्मा एसएसपी ने एएसपी सचेंद्र पटेल को दिया है। इसके लिए परामर्श केंद्र को सभी फैसिलिटीज से लैस किया जाएगा। परामर्श केंद्र को मतगणना खत्म होने के बाद चुनाव सेल वाले ऑफिस में शिफ्ट किया जाएगा, ताकि केस से जुड़े लोगों को इस ऑफिस को ढूंढने में कोई प्रॉब्लम ना हो और वे आसानी से यहां पहुंच सकें।
कोइर् नहीं बन सकेगा बाधा इसके अलावा नए ऑफिस में केबिन की व्यवस्था की जाएगी। ऑफिस के अंदर चार अलग-अलग केबिन बनाए जाएंगे। परामर्श केंद्र में केस आने के बाद पहले काउंसलर केस को सुलझाने का प्रयास करेंगे। परिवार वालों से भी बात की जाएगी। उसके बाद कुछ समय पति-पत्नी को अलग से बातचीत करने के लिए दिया जाएगा। इसके लिए उन्हें केबिन में भेजा जाएगा, जिससे उनके बातचीत में कोई बाधा ना बन सके। इसके अलावा परामर्श केंद्र में कॉरपोरेट आफिस की तरह एक रिसेप्शन भी बनाया जाएगा, जिससे वहां पहुंचे लोगों को कोई भी इंफॉर्मेशन मिल सके। परामर्श केंद्र में मुश्किल से मुश्किल केस सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए परामर्श केंद्र में केबिन की व्यवस्था की जाएगी, जिससे पति-पत्नी की बातचीत में कोई बाधा ना बन सके। -जे रविंद्र गौड, एसएसपी बरेली