यहां गरीब बनने के लिए होते है आवेदन
- एपीएल के मुकाबले बीपीएल वालों की संख्या कहीं अधिक
- सर्वे में साक्ष्य छिपाने का मामला छन कर आ रहा है सामने एपीएल के मुकाबले बीपीएल वालों की संख्या कहीं अधिक - सर्वे में साक्ष्य छिपाने का मामला छन कर आ रहा है सामने BAREILLY: BAREILLY: बरेली के लोगों में इन दिनों गरीब बनने का जुनून सवार है। गरीब की श्रेणी में आने के लिए धड़ल्ले से आवेदन हो रहे हैं। नए राशन कार्ड के लिए ब्,8भ्,000 आवेदन आए हैं, इनमें बीपीएल वालों की संख्या एपीएल से कहीं अधिक है। सर्वे में मामले आ रहे सामनेदरअसल इसके पीछे बीपीएल कार्ड पर गवर्नमेंट से मिलने वाला लाभ सबसे बड़ा रीजन उभरकर सामने आ रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में सर्वे पंचायत सदस्य व किसान मित्र कर रहे हैं। जबकि, शहर में श्रम विभाग, नगर निगम सहित अन्य विभाग के कर्मचारी कर रहे हैं। सर्वे में ऐसे लोग बीपीएल के अप्लीकेंट मिल रहे हैं, जो सुविधा संपन्न हैं।
बीपीएल के लोभ में फंसे आवेदकबीपीएल राशन कार्ड होल्डर्स को फ्भ् केजी अनाज दिए जा रहे है। इसके साथ ही चीनी भी दी जा रही है। जबकि, फ् लीटर केरोसीन भी उपलब्ध होने पर दी जा रही है। अनाज के नाम पर मात्र भ् केजी गेहूं दिए जा रहे हैं। बीपीएल कार्ड होल्डर्स को सिक्योरिटी मनी लेस एलपीजी कनेक्शन भी दिए जा रहे हैं।
पुराने कार्ड होल्डर्स की संख्या - एपीएल - 70म्000. - बीपीएल - क्म्0म्09. - अंत्योदय - 99,म्87. - टोटल राशन कार्ड होल्डर - 9,म्म्ख्9म्। - एक महीने में आवेदन आए - ब्.8भ् लाख। - इनमें बीपीएल करीब ब् लाख और एपीएल 8भ् हजार आवेदन हुए। अभी तक जितने भी आवेदन हुए है उनमें बीपीएल वालों की संख्या है। आवेदनों के सर्वे का काम चल रहा है। एक अक्टूबर तक सारी सच्चाई सामने आ जाएगी। जिन लोगों ने साक्ष्य छिपाए हैं, उन्हें एपीएल में कंवर्ट कर दिया जाएगा। केएल तिवारी, डिस्ट्रिक्ट सप्लाई ऑफिसर