शहर के कई वाड्र्स में टूटी और जर्जर सडक़ें स्मार्ट सिटी की पोल खोल रही हैं. नगर निगम के जलकल विभाग द्वारा गलियों में पानी की पाइप लाइन बिछाने के बाद सडक़ें टूटीं तो आज तक टूटी पड़ी हैं.

बरेली(ब्यूरो)। शहर के कई वाड्र्स में टूटी और जर्जर सडक़ें स्मार्ट सिटी की पोल खोल रही हैं। नगर निगम के जलकल विभाग द्वारा गलियों में पानी की पाइप लाइन बिछाने के बाद सडक़ें टूटीं तो आज तक टूटी पड़ी हैं। वर्ष भर से अधिक बीतने के बाद भी न तो टूटी गलियों पर नगर निगम की नजर पड़ी है, न ही स्मार्ट सिटी के तहत सडक़ निर्माण कराया जा सका है। इस से इन गलियों के निवासियों का जीना दुश्वार हो गया है। शनिवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने तीन वाड्र्स की का रियलिटी चेक किया तो हकीकत सामने आई।

वार्ड-13, शांति विहार :
छह माह पहले मिट्टी डाल कर छोड़ी
सैटर्डे को पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम वार्ड 13 शांति विहार पहुंची तो वहां पर बजरंग स्टेट कॉलोनी के सामने वाली गली की सडक़ एकदम जर्जर नजर आई। सडक़ बनाने के लिए ठेकेदार ने करीब छह माह पहले पुरानी सडक़ को तुड़वाने के बाद मिट्टी डाल का छोड़ दिया। छह माह बीतने के बाद भी सडक़ निर्माण का कार्य शुरू नहीं हो सका है। गली के वाशिंदों ने ठेकेदार से कई बार सडक़ निर्माण कराने की बात कही। लेकिन बात नहीं बन सकी। वहीं नगर निगम के चक्कर लगा-लगाकर थक गए। लोगों का कहना है कि बारिश में जलभराव होने पर कीचड़ हो जाता है। साथ ही नालियां में गंदगी से चौक हैं। इससे बीमारी फैलने का खतरा बना है।

बीच में रोका कार्य
ठेकेदार ने मिट्टी डलवा कर कार्य बीच में रोक दिया है। बारिश में जलभराव होने के चलते कीचड़ हो जाता है। जिससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ठेकेदार से बात करते हैं तो कोई जवाब नहीं देता। निगम के भी कई चक्कर लगा चुके हैं।
सचिन कुमार शर्मा, गली निवासी

नगर निगम में बजट न होने के चलते ठेकेदार को पैमेंट नहीं हो पाया है। ठेकेदार तीन-चार लाख का कार्य करा चुका है। उसे निगम से पैमेंट नहीं हुआ तो उसने कार्य रोक दिया है। नये बोर्ड को गठन होने के बाद बजट जारी होते ही कार्य शुरू करा दिया जाएगा।
अजय कुमार चौहान, निवर्तमान पार्षद, वार्ड 13

वार्ड-64, सिकलापुर : फोटो
टूटी सडक़ और गंदगी से अटी नालियां
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम शनिवार को करीब दो बजे वार्ड 64 सिकलापुर में पुराने रोडवेज के पीछे वाली गली में पहुंची तो वहां की सडक़ एकदम जर्जर और टूटी हुई थी। नालियां गंदगी से चौक और बदबू आ रही थी। गली के वाशिंदों ने अपनी दर्द बयां करते हुए बताया कि एक वर्ष पहले गली में जलकल विभाग की ओर से पानी की पाइप लाइन डाली गई थी। तब से सडक़ टूटी हुई है। एक साल में दस बार से ज्यादा नगर निगम में शिकायत कर चुके हैं, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई हैं। बारिश होने पर गली में जलभराव की समस्या कई-कई दिन तक बनी रहती है। काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

एक वर्ष से सडक़ टूटी
एक वर्ष से गली की सडक़ टूटी पड़ी है। बारिश होने पर पानी भर जाती है। नालियां की गंदगी सडक़ पर आ जाती है। गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है। कई बार तो बच्चे गिरकर घायल हो जाते हैं। लेकिन फिर भी जिम्मेदारों का ध्यान नहीं गया है। शिकायत कर करके थक चुके हैं।
राजवती, गली निवासी- फोटो

स्मार्ट सिटी के तहत इस गली की सडक़ का निर्माण कार्य कराया जा रहा था। लेकिन गली के लोगों ने अच्छी क्वालिटी की सडक़ निर्माण न होने की बात कहते हुए विरोध कर दिया और काम रुकवा दिया। जिससे सडक़ का निर्माण नहीं हो सका है।
विनोद सैनी, निवर्तमान पार्षद

नालियां गंदगी से चौक
वार्ड 80 रबड़ी टोला में टीम करीब तीन बजे पहुंची तो वहां काजीटोला वाली गली की हालत तो गांव के रास्तों से भी बदतर नजर आई। नालियां गंदगी से चौक, गंदा पानी रास्ते में भरा और सीवर लाइन के ढक्कन टूटा हुआ मिला। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि सीवर लाइन का ये ढक्कन करीब छह माह से टूटा पड़ा है। कई बार निगम में शिकायत की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो सकी। कभी कभार सफाई कर्मी आता है वो भी खाना पूर्ति कर चला जाता है। नालियां साफ नहीं की जाती है। बदबू से राह चलना दुश्वार हो गया है। वार्ड पार्षद जुबैदा बी से बात करने का प्रयास किया तो उनका नंबर बंद आया।

नालियां चोक, गंदा पानी
सीवर का ढक्कन टूटा पड़ा है। सडक़ जर्जर होने के साथ नालियां चौक होने से गंदा पानी सडक़ पर फैला रहता है। सफाईकर्मी सफाई के नाम पर खानापूर्ति कर चला जाता है। एक दर्जन से ज्यादा बार शिकायत करने के बाद सडक़ का निर्माण नहीं हो सका है। निवर्तमान पार्षद से भी कई बार कहा, लेकिन उसने भी कोई जवाब नहीं दिया। काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
बाबूजी मिर्जा, गली निवासी

Posted By: Inextlive