-बुक्स के दाम में 15 से 20 परसेंट तक का इजाफा

-स्कूल्स से नहीं मिल रही बुक्स की लिस्ट

-चुनिंदा दुकानों से किताबे खरीदने का प्रेशर

BAREILLY: सीबीएसई और आईसीएसई स्कूल्स के नए सेशन की शुरुआत होने में महज एक वीक का समय रह गया है। बच्चों के साथ पेरेंट्स भी नए सेशन की तैयारियों को लास्ट टच देने में जुट गए हैं। बच्चे तो अपनी न्यू बुक्स और स्टेशनरी देखने के लिए एक्साइटेड हैं पर इस बार बस्ते का बोझ बच्चों के कंधों से पहले पेरेंट्स की जेब पर पड़ रहा है। दरअसल इस बार महंगाई का मॉन्स्टर बच्चों की बुक्स पर भी जा बैठा है। एक ही साल में बुक्स और नोटबुक्स के रेट 15 से 50 परसेंट तक बढ़ गए हैं। वहीं बुक्स के ब्रांड में चेंज की वजह से भी उनके रेट में करीब 60 रुपए तक का अंतर है। उस पर स्कूल के फिक्स्ड बुक स्टॉल के फंडे से उनकी प्रॉब्लम को और इंक्रीज कर दिया है।

Parents पर बढ़ा बोझ

न्यू सेशन अप्रैल से शुरू होने वाला है। एनसी, प्रीएनसी, केजी और फ‌र्स्ट क्लासेस के लिए नई एडिशन की बुक्स मार्केट में अवेलेबल हैं। पेरेंट्स स्कूल्स के रिकमेंडेंशंस के अनुसार उन्हें खरीद भी रहे हैं, लेकिन इन बुक्स के दामों में काफी इजाफा हुआ है। बुक्स और नोटबुक्स के रेट ऑन एन एवरेज 20 परसेंट तक बढ़ गए हैं। इससे पेरेंट्स की जेब पर काफी भार बढ़ गया है। उनके सामने मजबूरी भी है कि उन्हें स्कूल द्वारा बताए गए लिस्ट के अनुसार ही खरीदारी करनी है।

Fixed book stall की मजबूरी

बच्चों के किताबों को लेकर पैरेंट्स के सामने मजबूरी है। स्कूल्स अपनी जरूरतों के अनुसार बुक्स व नोटबुक्स के नाम और लिस्ट थमा देते हैं। साथ ही किस शॉप से खरीदना है वह भी पहले से बता दिया जाता है। पेरेंट्स दूसरे शॉप पर जाते हैं तो स्कूल द्वारा निर्धारित बुक्स अवेलेबल नहीं होती। बुक राइटर भी नहीं बताया जाता। पेरेंट्स को एक फिक्स दुकान का नाम बताकर वहां से किताबें खरीदने का दबाव बनाया जा रहा है। इन दुकानों से बुक्स खरीदने पर पेरेंट्स को कोई डिस्काउंट भी नहीं दिया जाता है। पेरेंट्स का कहना है कि अगर किताबों के नाम और राइटर पता होता तो वह किसी दूसरी दुकान से भी बुक्स खरीद सकते हैं और डिस्काउंट की भी डिमांड कर सकते हैं।

Costly smart study

स्कूल्स मैनेजमेंट के इंट्रेस्ट पर इस बार पब्लिशर भी ई-लर्निग क्लासेज को बढ़ावा दे रहे हैं। सब्जेक्ट्स की विजुअल स्टडी के लिए बुक्स के साथ सीडी भी अवेलेबल हैं। पिछले साल गिने-चुने पब्लिशर्स ने बुक्स सेट के साथ प्राइज फिक्स कर सब्जेक्ट्स से रिलेटेड सीडी मैनेजमेंट्स को मुहैया कराया था। इन सीडीज के कॉस्ट भी बुक्स सेट के साथ इनक्लूड कर इसके दाम पेरेंट्स से वसूला जा रहे हैं। पेरेंट्स के सामने भी मजबूरी है। जिन स्कूल्स में स्मार्ट क्लास कंडक्ट होते हैं वहां अपने लाडलों के लिए यह एक्स्ट्रा बोझ वहन करना जरूरी है।

Brand ने भी बढ़ाए रेट

रेट बढ़ने का एक प्रमुख कारण किताबों का ब्रांड भी है। अलग-अलग स्कूल में एक जैसी ही किताब डिफरेंट ब्रांड की यूज होती है। इससे कॉस्ट में काफी डिफरेंस आ जाता है। मसलन किसी स्कूल के क्लास फ‌र्स्ट में इंग्लिश ग्रामर की बुक की प्राइस 155 है तो दूसरे स्कूल में यूज होने वाली उस जैसी ही दूसरे ब्रांड की बुक की कॉस्ट 195 रुपए है। ऐसे में ब्रांड की वजह से बुक्स में 25 रुपए से लेकर करीब 60 रुपए तक का डिफरेंस है। ऊंची साख रखने वाले स्कूल महंगे ब्रांड को प्रिफर कर रहे हैं।

Loose not allowed

पेरेंट्स के सामने सबसे बड़ी प्रॉब्लम है यह कि वे अपने हिसाब से बुक्स और नोटबुक्स का सेट नहीं परचेज कर सकते। स्कूल की तरफ से दी गई लिस्ट में जितरी बुक्स और नोटबुक्स हैं वह सब एक साथ खरीदनी पड़ती है। शॉपकीपर लूज बुक्स प्रोवाइड नहीं करते। पिछले वर्ष की नोटबुक्स बचने के बावजूद पेरेंट्स को नए सेशन के लिए सभी नोटबुक्स खरीदनी होती हैं। यही नहीं किसी दूसरे स्टूडेंट से पुराने बुक्स मैनेज कर लिए भी तो कॉलेज उसे असेप्ट नहीं करता। हर हाल में निर्धारित सेट तो खरीदना है ही। यहां पर भी लिस्ट में खेल है। एक ही क्लास में किसी स्कूल में क्भ् बुक्स और क्0 कॉपीज लगती हैं तो दूसरे स्कूल में क्7 बुक्स और क्फ् कॉपीज बताई गई हैं।

स्कूल्स से बुक लिस्ट नहीं दी जाती है। यहां तक कि बुक्स राइटर्स के नाम तक नहीं बताए गए। स्कूल्स मैनेजमेंट सीधे निर्धारित दुकान पर भेजती है।

-सत्यवीर सिंह, पेरेंट

मेरा बेटा पिछले साल केजी में था। तब 800 रुपए की बुक्स खरीदी थी लेकिन इस बार उसकी अगली क्लास की बुक्स के लिए क्,म्00 रुपए खर्च करने पड़े हैं।

-प्रिया रस्तोगी, पेरेंट

-बुक्स के दाम में इस बार क्भ् से ख्0 परसेंट का इजाफा हुआ है, लेकिन पेरेंट्स इसे बोझ नहीं समझते। वे नए बुक्स को खरीद रहे हैं।

-गुरू मेहरोत्रा, बुक स्टॉल ओनर

क्लासवाइज स्टडी मैटेरियल रेट

प्रीएनसी

आइटम्स क्वांटिटी प्राइज (रुपए में)

बुक्स क्ख् म्भ्0

सेपरेट बुक्स ब् फ्क्0

नोटबुक ब् क्क्ख्

एक्स्ट्रा नोटबुक्स फ् क्ब्0

स्टेशनरी 9 फ्फ्8

टोटल: क्भ्भ्0 रुपए

एनसी

आइटम्स क्वांटिटी प्राइज (रुपए में)

बुक्स क्क् 9फ्0

सेपरेट बुक्स भ् ब्क्0

नोटबुक 7 क्8ख्

एक्स्ट्रा नोटबुक फ् क्ब्0

स्टेशनरी 9 फ्78

टोटल : ख्0ब्0 रुपए

क्लास केजी

आइटम्स क्वांटिटी प्राइज (रुपए में)

बुक्स क्फ् 7म्0

सेपरेट बुक्स फ् ख्क्भ्

नोटबुक 9 ख्फ्ब्

एक्स्ट्रा नोटबुक फ् क्ब्0

स्टेशनरी 9 फ्78

टोटल : क्7ख्7 रुपए।

क्लास फ‌र्स्ट

आइटम्स क्वांटिटी प्राइज (रुपए में)

बुक्स क्भ् क्9ब्ब्

सेपरेट बुक्स और नोटबुक क्7 ब्क्8

एक्स्ट्रा नोटबुक ब् क्म्0

स्टेशनरी म् क्98

टोटल : ख्77भ् रुपए

Posted By: Inextlive