Bareilly: करवा चौथ वास्तव में पति-पत्नी के बीच के रिश्ते को रिफ्रेश करने का एक सुनहरा मौका है. इस दिन तमाम गिले-शिकवे प्यार के आगोश में खत्म हो जाते हैं. करवा चौथ के मौके पर आई नेक्स्ट ने सिटी के कुछ स्पेशल कपल्स से बात कर जाना कि वह इस दिन को कैसे स्पेशल बनाते हैं.


पूजा के समय पहुंच जाते हैं घरसिटी मजिस्ट्रेट शीलधर सिंह यादव और उनकी वाइफ बरेली डिवीजन के मंडी परिषद की डिप्टी डायरेक्टर डॉ। गरिमा यादव के लिए करवाचौथ बहुत अहम हैं। डॉ। गरिमा बताती हैं कि शीलधर की हमेशा कोशिश रहती है कि करवा चौथ की पूजा के समय मेरे साथ मौजूद हों। पर बरेली में तो ऐसा होना भी मुमकिन नहीं लग रहा है। उन्होंने बताया जब वह एसडीएम थे, उस समय ज्यादा बिजी रहता था। तब भी वह पूजा के समय घर आ जाते थे। वहीं डॉ गरिमा ने बताया कि उन्होंने करवा चौथ के व्रत के लिए कभी भी लीव नहीं ली। वह इसे ड्यूटी के साथ ही मैनेज कर लेती है।पहाड़ी में छुप गया था चांद


गरिमा बताती हैं 12 साल पहले उनके पहले करवा चौथ के मौके पर उनकी पहली पोस्टिंग नैनीताल में थी और शीलधर मंसूरी में थे। करवाचौथ के मौके पर शीलधर उनके पास पहुंच तो गए थे, पर जब चांद देखने का समय आया तो वह तैयार होकर चांद का इंतजार करने लगीं। पर चांद काफी देर तक नजर नहीं आया। तभी उनके मायके से फोन आया कि वह लोग तो पूजा कर चुके हैं। उन्होंने पूजा कर ली या नहीं। दरअसल, पहला करवाचौथ होने की वजह से सभी को इसका क्रेज था। तब चांद के बारे में पता किया तो किसी ने बताया कि वह पहाड़ी के पीछे है। तब हम पहाड़ी पार करके गए और तकरीबन एक घंटे के इंतजार के बाद हमने पूजा की।Train में की थी पूजाएडम कमांडेंट स्टेशन हेड क्वार्टर कर्नल योगेंद्र कुमार और उनकी वाइफ मीरा कुमार के लिए तो लास्ट करवा चौथ पूरी तरह एडवेंचरस था। हुआ यूं कि मीरा को फैमिली फंक्शन अटेंड करने के लिए घर जाना था, ऐसे में वह ट्रेन में थीं। जब ट्रेन में उन्हें चांद दिखा तो वहीं से उन्होंने पूजा की, चांद को अघ्र्य दिया और मोबाइल के जरिए योगेंद्र से बात करके व्रत खोल दिया। पर यह करवा चौथ दोनों के लिए यादगार बन गया।भूलने पर हुई थी नाराज

मीरा ने बताया कि एक साल काम के  प्रेशर के  चलते योगेंद्र करवाचौथ भूल गए। हालांकि, सुबह से उन्हें पता था पर ऑफिस से आने पर उन्हें इसका याद नहीं रहा। डिनर हम साथ करते हैं। इसलिए ऑफिस से आने के बाद योगेंद्र ने मुझसे पूछा कि तुमने खाना खा लिया। सुबह से व्रत रखा था, इसलिए ऐसी बात सुनकर गुस्सा आ गया। फिर मैंने इन्हें करवाचौथ का याद दिलाया। तब उन्हें भी बहुत बुरा लगा। लेकिन उस करवाचौथ के बाद तो फिर कभी भी वह करवाचौथ नहीं भूलते हैं।

Report by: Nidhi Gupta

Posted By: Inextlive