- पहले ही दिन अनिवार्य पेपर्स में ड्यूटी से गायब रहे टीचर्स

- कई सेंटर्स पर स्टूडेंट्स को बैठने को नहीं मिली सीट

- फर्जी रजिस्ट्रेशन वाले सैकड़ों स्टूडेंट्स रहे अब्सेंट

BAREILLY: यूपी बोर्ड एग्जाम के पहले ही दिन हर मोर्चे पर फेल नजर आया। एग्जाम से पहले चुस्त व्यवस्थाओं को लेकर जो भी दावे किए गए थे, वे सभी धरातल पर धराशायी हो गए। एग्जाम में ड्यूटी करने के लिए टीचर्स की कमी सबसे ज्यादा खली। पहले दिन कक्ष निरीक्षक न के बराबर ही ड्यूटी करने आए। नियमों के विपरीत स्कूल्स मैनेजमेंट ने कर्मचारी, बाबू समेत सभी स्टाफ लगाकर जैस-तैसे एग्जाम को निपटाया। कई सेंटर्स ऐसे थे, जहां पर बच्चों को बैठाने के लिए जगह ही नहीं थी। उन्हें टेंट के नीचे टाट-पट्टी पर एग्जाम दिलवाया गया। किसी-किसी सेंटर पर स्टूडेंट्स के रजिस्ट्रेशन में भी काफी झोल दिखा, जिससे यह संभावना जताई जा रही है कि स्टूडेंट्स के जमकर फर्जी रजिस्ट्रेशन किए गए हैं। इन सभी अव्यवस्थाओं के बीच फ्लाइंग स्क्वॉयड का दस्ता महज कोरम पूरा करता ही नजर आया।

महज क्-ख् परसेंट कक्ष निरीक्षकों ने की ड्यूटी

एग्जाम रूम की शुचिता को बरकरार रखने का जिम्मा कक्ष निरीक्षकों पर होता है। बिना कक्ष निरीक्षकों के एग्जाम को कंडक्ट कराने के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता, लेकिन यूपी बोर्ड एग्जाम में पहले ही दिन वह सब कुछ हुआ जो एग्जाम की व्यवस्था पर कलंक लगा गया। पहले ही दिन हाईस्कूल और इंटर का अनिवार्य पेपर हिंदी का एग्जाम होने की वजह से बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स अपीयर हुए। बावजूद इसके कक्ष निरीक्षक ड्यूटी करने की बजाय अपने घर पर ही आराम फरमाते रहे। एक दो स्कूलों को छोड़ दिया जाए तो बाकी स्कूलों में बमुश्किल एक-दो परसेंट ही कक्ष निरीक्षक सेंटर्स पर ड्यूटी करने पहुंचे। बेसिक के टीचर्स ने सबसे ज्यादा कोताही बरती। सुबह की पाली में केपीआरसी में ख्7 में से महज ख् टीचर्स ही ड्यूटी करने आए। यहां पर बेसिक के क्भ् टीचर्स लगाए गए थे। इनमें से एक भी नहीं आये। माध्यमिक के क्ख् टीचर्स में से महज ख् आए। इसी तरह साहू गोपीनाथ में क्क् बेसिक टीचर्स में से क् ही ड्यूटी करने आई। बरेली इंटर कॉलेज में बेसिक के क्भ् में से 9 टीचर्स प्रजेंट हुए। दोपहर पाली में भी स्थिति में सुधार देखने को नहीं मिला। जीआरएम में बेसिक के ख्भ् में से क् और माध्यमिक के फ्भ् में से ख् ही टीचर ड्यूटी करने पहुंचे। एमबी इंटर कॉलेज में बेसिक के ख्भ् में से म् व माध्यमिक के ख्0 में से 7, इस्लामिया में फ्0 में से क्8, कृषि इंटर कॉलेज में बेसिक के क्भ् में से क्0 और माध्यमिक के ख्ख् में से फ् टीचर्स ही उपस्थित हुए। एमबी इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। मनोज कुमार ने बताया कि कक्ष निरीक्षकों की कमी को देखते हुए उन्हें अपने स्कूल के सभी स्टाफ को मजबूरी में ड्यूटी पर लगाना पड़ा।

अब प्राइवेट प्राइमरी स्कूलों की लगाई जाएगी ड्यूटी

टीचर्स की भारी कमी को देखते हुए अब प्राइवेट प्राइमरी स्कूलों के टीचर्स की भी ड्यूटी लगाई जाएगी। बेसिक शिक्षा विभाग ने कुछ चुनिंदा स्कूलों की लिस्ट बनाकर उनको निर्देश जारी किया है कि वे अपने टीचर्स को रिलीव कर एग्जाम ड्यूटी के लिए भेज दें। उनको जिस स्कूल पर ड्यूटी करना है उसका नाम भी बता दिया गया है।

बच्चों को बैठने के लिए नहीं मिली सीट

अव्यवस्थाओं का आलम यह था कि किन्हीं सेंटर्स पर स्टूडेंट्स को बैठने के लिए जगह ही नहीं मिली। कृषि इंटर कॉलेज में सुबह की पाली में ब्म् और शाम की पाली में भ्भ् स्टूडेंट को अलॉट किया गया। यहां पर टेंट के अंदर स्टूडेंट को परीक्षा दिलाई गई। यही नहीं सीबीगंज इंटर कॉलेज में तो छत पर टाट-पट्टी बिछा कर एग्जाम दिलाया गया। यहां पर सुबह की पाली में क्भ्भ् और शाम की पाली में क्ख्म् स्टूडेंट्स को अलॉट किया गया। इन स्कूल के कें द्र व्यवस्थापक ने बताया कि उन्होंने विभाग को पहले ही इंफॉर्म कर दिया था कि उनके यहां पर इतने स्टूडेंट्स को बैठाने की जगह नहीं है। लेकिन विभाग ने इस पर ध्यान नहीं दिया।

कहीं रजिस्ट्रेशन तो फर्जी नहीं हुए

जबसे यूपी बोर्ड में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ तो उम्मीद जताई गई थी बोर्ड में बैठने वाले फर्जी स्टूडेंट्स पर लगाम लगेगी। लेकिन दूर-दराज के स्कूल्स ने रजिस्ट्रेशन प्रोसेस में भी जमकर फर्जीवाड़ा किया है। साहू गोपीनाथ इंटर कॉलेज में सुबह की पाली में एसएम इंटर कॉलेज की क्0 छात्राएं अपीयर हुई। जिनमें से तीन के पास रजिस्ट्रेशन नम्बर नहीं था। स्टूडेंट्स को एग्जाम के दौरान एडमिट कार्ड के साथ रजिस्ट्रेशन स्लिप का प्रिंटआउट भी लाना अनिवार्य है। कॉलेज की प्रिंसिपल मीरा प्रियदर्शनी ने बताया कि फिलहाल इन स्टूडेंट्स को एग्जाम देने दिया गया। लेकिन अगली बार इनके पास रजिस्ट्रेशन नम्बर नहीं होगा तो एग्जाम से बाहर कर दिया जाएगा। इसके साथ ही देवचरा स्थित रामभरोसे लाल में फ्म्क् छात्राओं को एग्जाम देना था, जिसमें से क्भ्म् छात्राएं गायब थीं। वहीं संत बाबा रामदास में भ्70 छात्रों को एग्जाम देना था। जिसमें से क्ब्7 स्टूडेंट्स अब्सेंट रहे। ऐसी संभावना जताई जा रही है इन स्टूडेंट्स ने एक से ज्यादा स्कूलों से रजिस्ट्रेशन कराया है। जहां मुफीद समझा वहां पर एग्जाम दे दिया।

नाम के लिए दौड़ा फ्लाइंग स्क्वॉयड

पहले दिन एडी बेसिक, जेडी, डीआईओएस, एडीआईओएस और बीएसए के फ्लाइंग स्क्वॉयड की सभी टीम सेंटर्स पर निरीक्षण करने तो गई लेकिन महज कोरम पूरा करने के लिए। टीचर्स की भारी कमी थी। बावजूद इसके इन्हें सभी व्यवस्था चाक-चौबंद मिली।

म् हजार से ज्यादा ने छाेड़ा एग्जाम

सुबह की पाली में हुई हाई स्कूल के एग्जाम में करीब म् हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स अब्सेंट रहे। हाईस्कूल के लिए भ्म्,908 स्टूडेंट्स रजिस्टर्ड थे। जिनमें से भ्0,फ्ब्भ् स्टूडेंट्स प्रजेंट रहे। करीब म्,भ्म्फ् स्टूडेंट्स अब्सेंट रहे। इतने बड़ी संख्या में अब्सेंट होने की वजह से कयास लगाए जा रहे हैं कि रजिस्ट्रेशन प्रोसेस में जमकर फर्जीवाड़ा किया गया है। वहीं इँटर की कॉपियों को संकलन करने का काम देर रात तक जारी रहा। वहीं सुबह की पाली में इंटर के मिलिट्री साइंस का भी एग्जाम था। जिसके लिए क्8म् स्टूडेंट्स रजिस्टर्ड थे। इनमें से क्7भ् प्रजेंट और क्क् अब्सेंट रहे।

जेल में भी हुए एग्जाम

जेल के बंदियों के लिए सेंट्रल जेल को सेंटर बनाया गया है। यहां पर डिस्ट्रिक्ट जेल समेत पीलीभीत, शाहजहांपुर और बिजनौर के जेलों के बंदी एग्जाम दे रहे हैं। सेंट्रल जेल के सुपरींटेंडेंट एके राय ने बताया कि दोनों पालियों में भ्7 बंदियों ने एग्जाम दिया। जिसमें से फ्ख् हाईस्कूल और ख्भ् इंटर के हैं। इनमें से डिस्ट्रिक्ट जेल के हाईस्कूल में 9, इंटर में म् और सेंट्रल जेल के हाईस्कूल में क्क् और इंटर में म् अपीयर हुए।

आज के एग्जाम्स

सुबह की पाली में इंटर का गृह विज्ञान प्रथम और हाईस्कूल का संगीत वादन केवल प्रश्न पत्र का एग्जाम होगा। जबकि शाम की पाली में इंटर का अरबी केवल प्रश्नपत्र का एग्जाम होगा।

Posted By: Inextlive